04/09/2024
कोंडागांव जिले देवी-देवताओं के लिए लगती है अदालत, आरोपों पर भंगाराम देवी सुनाती है सजा
इंसानों को अदालत में सजा मिलते आपने जरूर सुना और देखा होगा, लेकिन क्या आपने कहि इंसानों के इष्ट देवी-देवताओं को सजा मिलते हुए कभी सुना है, आइए आप को हम ले चलते हैं बस्तर संभाग के केशकाल में जहाँ भंगाराम देवी के दरबार में, यहाँ साल में एक दिन भादो जातरा में देवी-देवताओं के लिए अदालत लगती है, भंगाराम देवी सभी के आरोपों को देखते हुए उन्हें सजा सुनाते हैं। देखिए
प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी नौ परगना की ईष्ट देवी भंगाराम मांई के दरबार में यह भादो जातरा हुआ। जातरा के पूर्व 7 शनिवार को सेवा पूजा किया गया और आठवें शनिवार को भादो जातरा हुआ। जातरा में पूरे नौ परगना के सभी देवी देवता पधारते है जिसके चलते देवी देवताओं का मेला लग लगा। सभी गांव के देवी-देवताओं को लेकर वंहा के पुजारी गांयता सिरहा गुनिया ग्राम के मुखिया जन व पटेल बडी आस्था संजोये उत्साह के सांथ पहुचे। 31 अगस्त शनिवार को जातरा का परंपरागत रस्म होने के बाद दूसरे दिन सुबह फिर से सभी देवी देवता मां भंगाराम के द्वार पर इकट्ठा होते है जंहा पर जिस देवी-देवता पर कोई आरोप लगा रहता है, उसकी सुनवाई होती है और फैसला सूनाया जाता है। बतादें भंगाराम मांई के दरबार में शेष दिनों में महिलाऐ भी दर्शन पूजन हेतु आती है पर जातरा के दिन महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। भंगाराम मांई की मान्यता मिले बिना किसी भी नए देव की पूजा का प्रावधान नहीं है। यहां पर महाराष्ट्र के डॉक्टर पठान देवता भी हैं, जिन्हें डॉक्टर खान देवता कहा जाता है उन्हे भी प्रसन्न करने के लिए अंडा दिया जाता है।
#दंतेवाड़ा