24/08/2022
ग्रामसभा बसहवां के संदर्भ में ये सूचना और चित्र ग्रामवासियों द्वारा ही भेजा गया है, जिसके चलते जनता पूरी तरह आक्रोश में है।
ये सभी चित्र बसहवां गांव के हैं जहां विकास के नाम पर सिर्फ बजट पास हुआ और उसे पूरी तरह प्रधान जी ने गबन कर लिया।
अगर आप बसहवां गांव में आना चाहते है तो जरा कलेजा थाम लीजिएगा जनाब, जी हां ये गांव अब पूरी तरह श्मशान बन चुका है। न कोई रास्ता बचा है न ही कोई सपाट भूमि जहां उन्नति और विकास के आधार खड़े किए जा सकें।
अगर यहां के रास्तों की बात की जाए तो आधा से ज्यादा रास्ता तो गांव के कुछ आसामाजिक तत्वों के कारण अतिक्रमण में है, अर्थात् कुछ लोग इस पर मेडबंदी कर दिए हैं तो वहीं कुछ लोगों ने उसे छांट कर अपने खेत में मिला लिया है जिससे वह पूरी तरह संकरा हो चुका है।
👉 इस ग्रामसभा के प्रधान का नाम "अजय कुमार यादव उर्फ पिंटू यादव है" जो लगातार दो बार से प्रधान बने हुए हैं। पर शायद उन्हें अपने पद का इतना गुमान हो गया है कि अपना कर्तव्य भुला बैठे हैं।
ग्रामवासियों के अनुसार जब कोई ग्राम वासी उनके पास गांव के विकास की बात लेकर जाता है तो वे उसे डांटकर भगा देते हैं और कहते हैं कि उन्हें गांव वाले वोट नहीं दिया है।
वे चुनाव में पैसे बांटकर विजयी हुए हैं।
यह गांव माननीय सांसद हरीश द्विवेदी के पैतृक गांव तेलियाजोत के बगल में ही है, परंतु आज तक कभी भी सांसद जी इधर मुंह नहीं घुमाए।
बसहवा गांव के मुख्य रास्तों के किनारे लगे बिजली के पोल गिरने से कई लोगों की दुर्घटना हो चुकी है, और कभी भी कोई भी व्यक्ति इन पोलो की चपेट में आकर मौत का शिकार हो सकता है। पर यह सब यूं ही नजर अंदाज किया जा रहा है।
अवैध उत्तखनन से लगातार गांव की दुर्गति होती जा रही है, गांव के चारो तरफ अनगिनत भट्ठे होने के कारण पूरी तरह जीवन भ्रष्ट होता जा रहा है।
इन सब को देखते हुए भी कभी "पिंटू प्रधान" ने वृक्षारोपण का कदम नहीं उठाया, कि अपने ग्राम सभा में कुछ पेड़ पौधे भी लगवा दिए जाएं।
ग्राम प्रधान स्वयं ही अवैध खनन को बढ़ावा देते हैं, जहां उनके द्वारा कोई भी विकास का कार्य नहीं किया गया वहीं उल्टा वे खुद का JCB चलवाते है और अवैध खनन को बढ़ावा देते हैं।
चकनाली और रोड का बजट लेकर अपना विकास करने में जुटे हुए प्रधान जी को कुछ नही दिखाई दे रहा सिर्फ अपनी जेबें भरने में लगे हुए हैं।
गांव की सभी जनता उनके इस कृत्य पर आक्रोश से भरी हुई है, और इनके खिलाफ मुख्यमंत्री स्तर पर शिकायत दर्ज करा दिया गया है तो वहीं "सूचना का अधिकार" (RTI) भी दायर करा दी गई है। जहां उन्हें सभी खर्चों और विकास कार्यों का ब्यौरा पूरे ग्रामवासियों को देना ही पड़ेगा।
समाचार साभार:- समस्त ग्रामवासी (बसहवां)
Owl's Eye News
दोस्तों अपने आस पर हो रहे भ्रष्टाचारों को अनदेखा न करें, अपने ग्राम शहर के सामाचार को हमसे अवश्य साझा करें।
📰🎥🎤