03/07/2025
अनसुनी अनकही कुछ बात है, आज उनसे हमारी मुलाकात है और यह हमारे जीवन में एक नई उमंग लेकर आई है। चाँद तारों की बारात सजने लगी, मेरे जज्बात खिलखिला उठे। धानी चुनर ओढ़ धरती मगन, महकती चहकती सी सौगात है। आज पी से मिलन की यह रात हमारे जीवन को एक नया अर्थ देगी।