
27/08/2025
देखे है मैंने तेरे पर्चे बाबा हर घर में बस तेरे चर्चे बाबा,
दूर था तुमसे ये मेरी नादानी है जान गया मैं तू ही सचा दानी है
ओ हारे के सहारे श्याम हमारे मेरी भी बिगड़ी को तू ही सवारे
आ गया मैं आ गया मैं ओ संवारे तेरे द्वार पे,