31/08/2025                                                                            
                                    
                                                                            
                                            निरमंड: चायल पंचायत के रिछुबनाए में भारी भूस्खलन होने से सेब के 800 पौधे नष्ट,चायल ,जुआगी की विद्युत आपूर्ति भी ठप।
(मदन सांवरिया निरमंड)
बीती रात को निरमंड उपमंडल की ग्राम पंचायत चायल के रिछुबनाए में जीवालोटी नमक स्थान पर भारी भूस्खलन होने से रिछुबनाए के बागवानों के करीब 800  से अधिक सेब के फलदार पौधे भूस्खलन की भेंट चढ़ गए। जबकि सैकड़ों बीघा जमीन भी पूरी तरह से नष्ट हुई। बागवान टैहलू राम खूब राम, बुध राम से मिली जानकारी के अनुसार इसमें दोगरी निवासी खूब राम के लगभग 100 सेब के पौधे नष्ट हुए जबकि सेस राम के 100, दुगलू  देवी के 80, ठारला निवासी  प्रकाश चंद के 25, लोभू राम के 20, साध राम 50, टैहलू राम 50, बुध राम 50, जय सिंह के 200, डोली राम 50, तारा चंद 30, रंजना बिष्ट 70 ,सुख राम के 10 फलदार पौधे नष्ट हुए। इसमें साध राम, टैहलू राम ,बुध राम ,खूब राम की बगीचे में लगी एंटी हेल नेट भी नष्ट हुई। 
बीती रात से प्रदेश भर में हो रही भारी बारिश से जगह जगह लैंडस्लाइड होने की वजह से कई सड़कें यातयात के लिए बाधित पड़ी हैं। ऐसे में बागीपुल जाओं सड़क मार्ग पर भी जगह जगह लैंडस्लाइड होने से पूरी तरह अवरुद्ध पड़ी है। उधर चायल क्षेत्र में 50 हजार से अधिक सेब पेटियां फसी हुई है। जीवालोटी नमक स्थान पर लैंडस्लाइड होने से बिजली के खंभे गिर गए और तारें क्षतिग्रस्त हुई है। जिससे चायल, जुआगी के लिए विद्युत आपूर्ति कट चुकी है।
उधर एस डी एम निरमंड मनमोहन सिंह ने कहा कि बागीपुल जाओं सड़क के लिए पाईप आ गई है। विकल्पिक तौर पर जाओं से रकानी के लिए स्पेन लगाने के लिए दोनों पंचायतों के प्रधानों को जल्द स्पेन बनकर तैयार करने के निर्देश दे दिए हैं। जबकि रिछुबनाए में भरी भूस्खलन और बागवानों के 800 से अधिक सेब के पौधे और सैकड़ों बीघा जमीन नष्ट होने की सूचना मिली है। मौसम साफ होते ही मौके पर  रेवन्यू, हॉर्टिकल्चर, एग्रीकल्चर,की टीम को नुकसान के आंकलन करने भेज दिया जाएगा। और नुकसान की भारपाई के लिए सरकार को लिस्ट भेज दी जाएगी।