02/07/2025
हाँ, धान की फसल में फेरस (Fe), मैग्नीशियम (Mg), जिंक (Zn), सल्फर (S), ह्यूमिक एसिड (Humic acid) और यूरिया (Urea) को एक साथ दिया जा सकता है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है ताकि कोई विपरीत प्रतिक्रिया न हो और पोषक तत्व पौधों को ठीक से मिल सकें।
मुख्य बातें:
* माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स (सूक्ष्म पोषक तत्व) की अनुकूलता: जिंक सल्फेट और फेरस सल्फेट को यूरिया के साथ मिलाकर डाला जा सकता है। मैग्नीशियम सल्फेट भी आमतौर पर संगत होता है।
* ह्यूमिक एसिड का लाभ: ह्यूमिक एसिड पोषक तत्वों की उपलब्धता और मिट्टी की संरचना में सुधार करता है, जिससे पौधों द्वारा इन तत्वों का अवशोषण बेहतर होता है। इसे अन्य खादों के साथ मिलाना फायदेमंद होता है।
* चीलेटेड (Chelated) फॉर्म: यदि आप चीलेटेड फेरस या जिंक का उपयोग कर रहे हैं, तो वे अन्य पोषक तत्वों के साथ अधिक संगत होते हैं और मिट्टी में कम फिक्स होते हैं।
* एसिडिक/अल्कलाइन रिएक्शन: कुछ पोषक तत्व (जैसे सल्फेट्स) घोल को थोड़ा अम्लीय बना सकते हैं, जबकि यूरिया अल्कलाइन होता है। इसलिए, मिश्रण को तुरंत उपयोग करना बेहतर होता है ताकि रासायनिक प्रतिक्रियाएं कम हों।
मात्रा प्रति एकड़ (अनुमानित):
यह मात्रा मिट्टी के प्रकार, उसकी उर्वरता, फसल की अवस्था और पहले दिए गए पोषक तत्वों पर निर्भर करती है। यह केवल एक सामान्य मार्गदर्शन है और अपनी मिट्टी की जाँच (Soil Testing) करवाकर सटीक मात्रा जानना सबसे अच्छा है।
* यूरिया: 30-45 किलोग्राम प्रति एकड़ (यह फसल की अवस्था और पहले के यूरिया उपयोग पर निर्भर करेगा। धान में यूरिया की कई खुराक दी जाती हैं)।
* जिंक सल्फेट (33% जिंक): 6-7 किलोग्राम प्रति एकड़। यदि 12% चीलेटेड जिंक है तो 2-3 किलोग्राम प्रति एकड़।
* फेरस सल्फेट: 5-7 किलोग्राम प्रति एकड़ (या चीलेटेड फेरस है तो 100-200 ग्राम प्रति एकड़)।
* मैग्नीशियम सल्फेट: 5-10 किलोग्राम प्रति एकड़।
* सल्फर (बेंटोनाइट सल्फर या 90% सल्फर): 3-5 किलोग्राम प्रति एकड़। यदि जिंक सल्फेट (33%) का उपयोग कर रहे हैं, तो उसमें 15% सल्फर भी होता है, तो अलग से सल्फर की मात्रा कम की जा सकती है।
* ह्यूमिक एसिड (ग्रेन्युलर/पाउडर): 1-2 किलोग्राम प्रति एकड़।
मिलाने का तरीका:
* एक बड़े प्लास्टिक के बर्तन या साफ जगह पर सभी खाद को अलग-अलग इकट्ठा करें।
* पहले यूरिया लें।
* फिर, जिंक सल्फेट, फेरस सल्फेट, मैग्नीशियम सल्फेट और सल्फर को यूरिया में धीरे-धीरे मिलाएं और अच्छी तरह मिक्स करें।
* अंत में, ह्यूमिक एसिड को इस मिश्रण में मिलाएं।
* सभी को अच्छी तरह से मिलाएं ताकि एक समान मिश्रण बन जाए।
* इस मिश्रण को तैयार करने के तुरंत बाद खेत में समान रूप से बिखेर दें और उसके बाद हल्की सिंचाई करें।
महत्वपूर्ण सुझाव:
* मिट्टी परीक्षण: किसी भी उर्वरक को देने से पहले अपनी मिट्टी का परीक्षण करवाना हमेशा सबसे अच्छा होता है। इससे आपको पता चलेगा कि आपकी मिट्टी में किन पोषक तत्वों की कमी है और कितनी मात्रा में उनकी आवश्यकता है।
* छोटे पैमाने पर परीक्षण: यदि आप पहली बार इतने सारे पोषक तत्वों को एक साथ मिला रहे हैं, तो पहले एक छोटे से क्षेत्र में इसका प्रयोग करके देखें।
* छिड़काव (Foliar Spray): कुछ सूक्ष्म पोषक तत्वों (जैसे फेरस और जिंक) को धान की बाद की अवस्थाओं में पत्तों पर छिड़काव के रूप में भी दिया जा सकता है, खासकर यदि कमी के लक्षण दिखाई दें। छिड़काव के लिए मात्राएं और घोल की सांद्रता अलग होती है।
* पानी की उपलब्धता: खाद डालने के बाद खेत में पर्याप्त नमी या सिंचाई सुनिश्चित करें ताकि पोषक तत्व पौधों को उपलब्ध हो सकें।
यह मिश्रण धान की अच्छी वृद्धि, अधिक कल्ले और बेहतर उपज में मदद कर सकता है।