26/11/2025
जहाँ लोग बोलने से डरते हैं,
देवाराम वहाँ सच बोलकर बाज़ी पलट देता है।
भीड़ में नहीं चलता—भीड़ को दिशा देता है,
हक़ की लड़ाई में हर कदम पर आग जला देता है।
नाम ऐसा कि दुश्मन भी इज़्ज़त से लेते हैं,
हिम्मत ऐसी कि तूफ़ान को भी मोड़ देते हैं।
देवाराम मेघवाल सिर्फ़ इंसान नहीं—एक सोच है,
जो गिरकर नहीं, संघर्ष से अपनी पहचान जोड़ देता है।