
03/05/2025
सत्तर हज़ार साल पहले… धरती का पहला महायुद्ध हुआ था— जो था पृथ्वी के बाहर से आने वाली दो एलियन प्रजातियों के बीच, जिसमें उन्होंने धरती पर पनप रही और विकसित हो चुकी हमंस और सैटंस की प्रजातियों को भी उस जंग में शामिल कर लिया था। ओरियन की टाईमलाईन से तीस हज़ार साल पहले की कहानी।
कहानी इक्वोडियंस द्वारा पृथ्वी पर जीवन के सृजन की, जीवन को डिजाइन करने और उसे परिष्कृत करने की और फिर अपनी गाइडेंस में उसे विकसित करने की। कहानी सैटंस की विकास यात्रा की, जो उन्होंने स्थाई बस्ती बसाने से ले कर पहला बड़ा राज्य बनाने तक तय की थी। कहानी हमंस की, जिन्होंने जंगल से निकल कर बाहरी दुनिया देखी, ग़ुलाम बने, शोषण और अत्याचार झेला और फिर एक दिन उसके खिलाफ़ खड़ी भी हुए।
कहानी उस दौर की, जहां एक साथ रह रहे, पनप रहे हमंस और सैटंस धीरे-धीरे उस मोड़ पर पहुंच जाते हैं— कि जहां उनका एक साथ सर्वाइव कर पाना असंभव हो जाता है और वे दुश्मन की तरह एक दूसरे के सामने आ खड़े होते हैं… एक दूसरे को मिटाने के लिये। जिसका अंतिम फैसला उस अलगाव के रूप में सामने आता है जिसने भविष्य में उनके एक दूसरे से बिलकुल अलग, पनपने और विकसित होने की नींव रखी।
विलाद की कहानी ओरियन में वर्णित उस दौर की है, जब शैतानों का भेजा वह बायोशिप धरती पर आया था और फिर एक तरफ़ उसे रोकने आसमान से इक्वोडियंस के रूप में फरिश्ते आये थे तो दूसरी तरफ़ उसे एक्टिवेट करने हेलब्रीड्स के रूप में शैतान… और सैटंस के इतिहास में दर्ज वह महायुद्ध हुआ था जो फ़रिश्तों और शैतानों के मध्य हुआ था और जिसमें इक्वोडियंस ने सैटंस और हमंस को भी अपने साथ शामिल किया था।
कहानी बताती है कि पृथ्वी पर जीवन किस तरह परिष्कृत हुआ था, कैसे बुद्धिमान प्रजातियां अस्तित्त्व में आई थीं, कैसे उनका विकास हुआ था, कैसे उनके बीच आपसी संघर्षों का दौर शुरू हुआ था और कैसे सर्वाइवल के पैमाने पर कमज़ोर रही प्रजातियां एक के बाद एक कर के विलुप्त होती चली गई थीं। कैसे उसी दौर में सत्तर हज़ार साल बाद के उस भविष्य की नींव पड़ी थी, जिसने आगे पूरी पृथ्वी को ही ट्रांसफार्म कर दिया था।
विलाद की कहानी प्रमुखता से दो तरह के संघर्षों को उकेरती है। एक संघर्ष है इक्वोडियंस के सहयोग के चलते अपनी विकास यात्रा में आगे चल रहे सैटंस और उनके बीच जानवरों की तरह पनप रहे हमंस के बीच का— जो धीरे-धीरे अपनी आत्म-चेतना को जगाते हैं, अपने आत्मविश्वास को अर्जित करते हैं और फिर एक दिन अपने हक़ के लिये खड़े हो जाते हैं सैटंस के सामने। जहां पहले से ही उनके लिये वे बाग़ी सैटंस हालात को मुश्किल बनाये थे— जो उन्हें कीड़े-मकोड़े से ज्यादा समझने को तैयार नहीं थे।
वहीं दूसरा संघर्ष है पृथ्वी के बाहर से आने वाली दोनों एलियन प्रजातियों के बीच का… जिसमें जहां शैतान कहे जाने वाले हेलब्रीड्स कई इंसानों को अपना मोहरा बना कर उस बायोशिप की खोज में लगे थे, जो उनकी प्रापर्टी था और उस भविष्य के ट्रांसफार्मेशन का ज़िम्मेदार था और फ़रिश्ते कहे जाने वाले इक्वोडियंस पूरी धरती पर भटकते अपने लोगों को तलाशने और मेडिटेरेनियन के आसपास पनप रहे सैटंस और हमंस को एक करने में लगे थे— कि वे हेलब्रीड्स के खिलाफ़ पृथ्वी के अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी जंग में उन्हें अपना सहयोगी बना सकें।
कहानी का अंतिम मरहला वह नर्क है जो हेलब्रीड्स ने मध्य धरती पर विकसित कर रखा है— और जहां वे सभी को बुला कर अपने सर्वाइवल का युद्ध लड़ना चाहते हैं। यह वह जगह थी, जहां पहुंच कर कथा नायक का ड्रैगन तक बेबस हो कर रह जाता है और धरती का कोई भी जीव एक-एक सांस के लिये संघर्ष करता है। क्या उस नर्क में पहुंच कर इक्वोडियंस, सैटंस और हमंस उनसे लड़ पायेंगे? क्या वे उन शैतानों को रोक पायेंगे— जो किसी भी तरह उसी बायोशिप को एक्टिवेट करना चाहते हैं? अंतिम रूप से क्या होगा इन संघर्षों का परिणाम?