29/05/2025
जब जब इतिहास के पन्ने खगाले जाएंगे पीढियां पूछेंगी क्यों उचित सम्मान नही मिला वीर सावरकर को
झूठ की स्याही से लिखी गई इतिहास
इस नए पीढ़ी के सवालों से एक दिन धुंधले हो जाएंगे क्योंकि
सावरकर एक विचार है जिसे विशेष राजनीतिक परिवार ने जला दिया वैसे ही जैसे बख्तियार खिलजी ने नालंदा के ज्ञान को जलाया था..