19/09/2025
इंजीनियर की नौकरी छोड़ IPS बने अभिषेक भारती: अतीक-मुख्तार गैंग की रीढ़ तोड़ी, गैंगरेप आरोपियों को दौड़ाकर गोली मारी।
औरैया: पुलिस अधीक्षक बनाए गए अभिषेक भारती का यूपी पुलिस फोर्स में बड़ा नाम हैं। अपनी 6 साल की सर्विस में उन्होंने कई माफियाओं की रीढ़ तोड़ी। अभिषेक जी पिता की तरह इंजीनियर बनना चाहते थे। उन्होंने इस इच्छा को पूरा भी किया। फिर खाकी वर्दी पहनने की चाहत में इंजीनियर की जॉब छोड़ दीं। अपने तीसरे अटेम्प्ट में उन्होंने UPSC क्रैक किया और IPS बने। 2018 बैच के IPS अफसर अभिषेक भारती यूपी के प्रयागराज में DCP सिटी रहने के बाद औरैया जिले की कमान दी गई हैं। उन्होंने माफिया अतीक अहमद गैंग की 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को कुर्क किया। गाजीपुर में SP रहते हुए माफिया मुख्तार गैंग की कमर तोड़ी। इसी साल प्रयागराज में हुए महाकुंभ मेले को संपन्न कराने में बड़ी जिम्मेदारी निभाई। यूपी के मुजफ्फरनगर में जिला मुख्यालय से 34 किमी दूर जानसठ रोड पर जगह पड़ती है मीरापुर। यहां के रहने वाले अनिल कुमार यूपीपीसीएल में एक्सईएन रहे। अभिषेक भारती बताते हैं कि पिता पॉवर कॉर्पोरेशन में थे। इसलिए जहां भी उनकी पोस्टिंग रही, वहीं मैं भी साथ रहा। शुरुआती पढ़ाई सोनभद्र, मेरठ और अलीगढ़ में हुई। मां कुसुमलता पेशे से गृहिणी हैं।
2007 में मेरठ के मोदीपुरम स्थित दयावती मोदी एकेडमी- 1 से फर्स्ट डिवीजन में हाईस्कूल पास हुआ। फिर इसी कॉलेज से इंटर किया। वह कहते हैं कि मेरा सपना IIT से पढ़ाई करने का था। इसके लिए तैयारी की। 2010 में IIT रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की पढ़ाई की। 2014 में बीटेक पूरा होते ही कोल इंडिया लिमिटेड में चयन हो गया। यहां 12 लाख रुपए का सालाना पैकेज मिला। लेकिन जॉब करने का मन नहीं था, पिता से कहा- मुझे UPSC की तैयारी करनी है।
मैंने झारखंड में जॉइन नहीं किया। नौकरी ठुकरा दी। इसी दौरान यूएस बेस कंपनी में बिजनेस एनालिस्ट के तौर पर 1 लाख रुपए मासिक वेतन पर नौकरी मिली। लेकिन यहां भी जॉब नहीं की। पहले इंजीनियर बनने का सपना था। मगर जब देखा कि यहां साथी बड़े-बड़े पैकेज पर हैं। फिर लगा कि कुछ ऐसा किया जाए, जिससे लोगों की सेवा भी कर सकूं। मैं IPS बनने की चाहत में दिल्ली आ गया और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
मुझे आगे बढ़ाने में हमेशा परिवार का सपोर्ट मिला। मां और पिता यही कहते थे कि कोई भी काम मन लगाकर करो। एक दिन सफलता जरूर मिलेगी। पहले ही प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंचा, जिससे कॉन्फिडेंस और बढ़ गया। साल 2017 में UPSC क्रैक कर IPS बना। बैच मिला 2018। उस समय मिली खुशी को शब्दों में बयां कर सकता। मुझे अंदर से लगा कि वाकई मेहनत का फल मिलता है। अभिषेक भारती बताते हैं कि ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 2020 में पहली पोस्टिंग यूपी के अलीगढ़ में मिली। उस समय मुनिराज सर थे। उन्होंने मुझे टप्पल थाने प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी। उस समय वेस्ट यूपी में किसान आंदोलन चल रहा था। टप्पल थाने का इलाका लॉ एंड ऑर्डर के लिए बहुत ही सेंसेटिव था।
भारतीय किसान यूनियन आंदोलन कर रहा था। किसान ट्रैक्टर परेड और पद यात्रा निकाल रहे थे। लॉ एंड ऑर्डर संभालने के साथ यह भी कोशिश थी कि हाईवे व अन्य मार्ग प्रभावित न हों। सीनियर अफसर से इस दौरान बहुत कुछ सीखा। सारे सीनियर यही कहते थे कि अगर यहां जिम्मेदारी संभाल ली, तो यह अनुभव हमेशा काम आएगा।
इससे पहले भी कई बार टप्पल में किसान आंदोलन हिंसक हो चुका था। हर रोज किसान संगठनों से बात करना, कानून-व्यवस्था संभालना मेरा रूटीन बन गया। मैं किसानों के बीच जाकर उनकी समस्या सुनता। फिर आश्वासन देकर उन्हें समझाकर शांत कराता था।
अभिषेक कहते हैं कि अलीगढ़ के बाद प्रयागराज में ASP के पद पर पोस्टिंग मिली। यहां अतरसुैया सर्किल फिर सीओ सिविल लाइन का चार्ज मिला। यहां क्राइम की हर घटना पर मौके पर पहुंचा। फिर केस सॉल्व किए। प्रयागराज में महिला अपराध रोकने के लिए पूरे शहर में अभियान भी चलाया। अभिषेक भारती बताते हैं कि जब मैं प्रयागराज में ASP सिविल लाइन था। उस समय शैलेश पांडे SSP प्रयागराज थे। वहां माफिया अतीक गैंग की 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की। बेनामी संपत्ति की जांच की। कई प्रॉपर्टी ऐसी मिलीं जो गरीबों के नाम पर थीं। जो लोग अतीक का नाम सुनकर घबराने लगते थे, वे निडर होकर रहने लगे। अतीक और उसके गुर्गों ने जिनकी जमीनों पर कब्जे कराए, उन्हें चिन्हित कर जेल भेजा गया।
उमेश पाल हत्याकांड के साजिशकर्ता माफिया अतीक अहमद को पुलिस साबरमती जेल से प्रयागराज लाई। अतीक के काफिले को नॉन स्टॉप लाया गया। पहले गुजरात, फिर राजस्थान, मध्यप्रदेश राज्य की सीमा में होते हुए झांसी के रास्ते प्रयागराज तक पहुंचाया गया। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी विजय उर्फ उस्मान चौधरी को प्रयागराज पुलिस की टीम के साथ मिलकर एनकाउंटर में ढेर किया। उमेश पाल की हत्या में पुलिस ने पूरे गैंग पर ठोस कार्रवाई की।
प्रयागराज से पहले गाजीपुर में SPRA रहते हुए ड्रग्स तस्करी को लेकर बड़े स्तर पर काम किया। वहां 30 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट किया गया। उसी दौरान इंटरनेशनल हेरोइन तस्कर गैंग के अंकित उर्फ प्रवीण राय के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की।
गाजीपुर में पहली बार पुलिस टीम ने अफीम की फैक्ट्री पकड़ी। इसमें शामिल सभी तस्करों को जेल भेजा, जिन पर गैंगस्टर की कार्रवाई हुई। बाहुबली मुख्तार गैंग से जुड़े अपराधियों की कुंडली खंगाली। उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया। कुख्यातों के नाम पर अवैध कब्जे की जमीन को मुक्त कराया गया। IPS अभिषेक भारती कहते हैं कि अगस्त 2023 की बात है। मैं प्रयागराज में गंगा नगर डीसीपी था। बारिश का मौसम था। रात में एक गैंग ने इलाके में एक साथ 3 घरों को निशाना बनाते हुए डकैती डाली। एक घर में विरोध करने पर बुजुर्ग की हत्या कर दी। परिवार की 15 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किया। उससे सटे बगल के घर में 2 लोगों पर हमला कर दिया, जहां एक घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जैसे ही पुलिस को 2 मर्डर, तीन लूट और लड़की से गैंगरेप की सूचना मिली। मैं और सीनियर अफसर मौके पर पहुंचे। यह प्रयागराज की बड़ी घटना थी। पुलिस ने पूरा क्राइम सीन देखा। फिर आसपास लगे सीसीटीवी खंगाले।
इस केस को साॅल्व करने के लिए पुलिस की 6 टीमें लगाईं। क्राइम सीन देखकर लगा कि किसी घुमंतू गैंग ने वारदात को अंजाम दिया है। बदमाशों के साथ उनके परिवार की महिलाएं भी लूट-डकैती करती थीं। पुलिस को छानबीन में एक मोबाइल मिला। यह किसी बदमाश का था, जो शायद भागते समय छूट गया था। सीसीटीवी और अन्य जांच में सामने आया कि यह यूपी के शाहजहांपुर जिले का गैंग है।
48 घंटे में ही पुलिस ने गैंग के 4 बदमाशों को एनकाउंटर में अरेस्ट किया। चारों अपराधियों के पैर में पुलिस ने दौड़ाकर गोली मारी। इस गैंग की 14 महिलाओं के साथ करीब 25 से ज्यादा लोगों को अरेस्ट कर जेल भेजा। सभी अपराधियों की पूरे साक्ष्य के आधार पर चार्जशीट दाखिल की। फिर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की।
पिछले 7 साल में गंगापार ऐसी 17 घटनाएं का रिकॉर्ड देखने के बाद भविष्य में ऐसी वारदात रोकने के लिए पूरा प्लान बनाया गया। गंगापार इलाके में 84 हॉट स्पाट बनाए गए। सभी पर पुलिस की ड्यूटी लगाते हुए कॉन्स्टेबल से लेकर थाना प्रभारी व सीओ की जिम्मेदारी निर्धारित की। इसके बाद इलाके में डकैती, हत्या और गैंगरेप जैसी वारदात रोकी गईं। अभिषेक भारती बताते हैं कि मार्च 2025 की घटना है। भारतीय वायुसेना के बमरौली स्थित मध्य वायु कमान मुख्यालय परिसर में कमांडर वर्क इंजीनियर सत्येंद्र नारायण मिश्र की हत्या कर दी गई। सीनियर अफसरों के साथ मैं भी मौके पर पहुंचा। हत्या के बाद मैंने आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई। जांच में सामने आया कि यह रंजिश या किसी विवाद में हत्या नहीं है।
ऐसे में पुलिस का शक इंजीनियर के मकान में चोरी की तरफ गया। पता लगा कि वायुसेना कैंपस में बाहर के किसी अपराधी ने हत्या नहीं की है। घरों में काम करने वाले ही इस घटना में शामिल हो सकते हैं। पुलिस को एक नाम पता लगा, सौरभ कुमार उर्फ बाबू पासी। पुलिस की जांच में इसकी लोकेशन घटनास्थल पर ही ट्रेस हुई। सौरभ की मां सुनीता और पिता शिवकुमार वायुसेना कैंपस में संविदा पर सफाई कर्मचारी का काम करते थे।
सौरभ का बड़ा भाई हनी इसी साल जनवरी माह में कौशांबी में हुई हत्या के मामले में जेल में बंद है। पुलिस ने सौरभ को जब हिरासत में लिया तो उसने इंजीनियर की हत्या का जुर्म कबूल किया। इस घटना में सौरभ का उसकी मां और पिता ने भी साथ दिया। सौरभ पहले कई बार इंजीनियर के यहां जा चुका था। उसे पता था कि घर में 10 लाख या इससे ज्यादा रुपए रखे हैं। ये लोग चोरी करने के लिए इंजीनियर के घर में घुसे।
इसके बाद इंजीनियर की गोली मारकर हत्या कर दी। ये सभी चोरी करने के लिए गैस कटर भी लेकर पहुंचे थे, ताकि घर के दरवाजों के लॉक काटे जा सकें। यह पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हुई। सौरभ नकाब लगाकर इस घटना को अंजाम देने पहुंचा था। इस हत्याकांड को सॉल्व कर आरोपियों को जेल भेजा। अभिषेक भारती 1 सितंबर 2024 से प्रयागराज में डीसीपी सिटी के पद पर तैनात हैं। इसी साल प्रयागराज में हुए महाकुंभ का पूरा शहर क्षेत्र उन्हीं के अंडर में आता है। वह कहते हैं कि कुंभ को बचपन से किताबों में पढ़ते आए हैं कि करोड़ों की भीड़ होती है। प्रयागराज में पहले से तैनात रहा हूं। पहले यहां सहायक पुलिस अधीक्षक, फिर गंगापार डीसीपी और डीसीपी सिटी की जिम्मेदारी मिली।
प्रयागराज के 7 रेलवे स्टेशन में से 5 शहर के क्षेत्र में थे। महाकुंभ के समय एडीजी भानु भास्कर, डीआईजी वैभव कृष्णा, एडिशनल पुलिस कमिश्नर अजयपाल शर्मा और एसपी रेलवे अभिषेक यादव के साथ मिलकर पूरा समन्वय बनाया। अमृत स्नान को लेकर सुबह से लेकर पूरी रात तक लॉ एंड ऑर्डर व रेलवे स्टेशनों की व्यवस्था देखी।
शहर क्षेत्र में यातायात का ऐसा प्लान बनाया गया कि श्रद्धालुओं का आवागमन चलता रहे। कई बार जब ट्रैफिक रुकने जैसी नौबत आती थी तो अलग-अलग स्थानों पर पहुंचकर ट्रैफिक को आगे बढ़ाया। संदिग्धों पर नजर रखते हुए दुनिया के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को सकुशल संपन्न कराया।
2021 में की शादी
अभिषेक भारती अपनी शादी के बारे में कहते हैं कि मैंने परिवार की मर्जी से दिसंबर 2021 में सुपर्णा कटारिया से शादी की। वह एक्सिस बैंक में मैनेजर के पद पर हैं। पुलिस विभाग में 24 घंटे ड्यूटी रहती है। ऐसे में परिवार ने हमेशा पुलिस के प्रति समर्पण के लिए आगे बढ़ाया।
अचीवमेंट्स
डीजीपी के सिल्वर मेडल से सम्मानित महाकुंभ 2025 सकुशल संपन्न कराने के लिए महाकुंभ सेवा मेडल मिला।