04/11/2025
4,नवम्बर, मऊ
बेमौसम तूफानी बारिश से मऊ जनपद के किसानों के बर्बाद फसलों का मुआवजा देने और बिजली के निजीकरण व स्मार्ट मीटर के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन. मुख्यमंत्री को सम्बोधित तीन सूत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपा।
किसानों को सम्बोधित करते हुवे वक्ताओं ने कहा कि आप जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है, हमारा अन्नदाता किसान अपनी रात-दिन हाड़ तोड़ मेहनत की बदौलत देश के लोगो की रोटी की व्यवस्था करता है. अफसोस है कि मोदी-योगी सरकार केवल लोक लुभावाने वादे करती है। किन्तु हकीकत में नीतियाँ बड़े बड़े धन्नासेठ पूजीपति कारपोरेट के पक्ष मे बनाती है. जिसके कारण अन्नदाता किसान बर्बादी का शिकार होकर खेती छोड़ने और आत्म हत्या करने को मजबूर है. जबकि मोदी योगी सरकार ने किसानों की आय दोगुना करने का वादा किया था.
बीते दिनों आये मोंथा तूफान ने क्षेत्र के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. तेज हवा और बारिश के कारण धान की फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई है. धान की अधिकांश फसले जमीन पर गिर गई है। कई किसानों ने कताई के बाद धान खेत मे सुखने के लिए छोड़ दिया था, लेकिन लगातार बारिश से वह भी भीगकर बर्बाद हो गई है. जिससे किसानों की हालत दयनीय हो गयी है.ñधान के पुआल से किसानों के जानवरों को महीनों तक चारा मिल जाता था लेकिन इस बार फसल खराब होने से पुआल भी नहीं मिल पाएगा अब किसानों के सामने चारे का भी संकट खड़ा हो गया है। महंगे दामों पर भूसा खरीदना उनकी मजबूरी बनती जा रही है और वह भी बाहर से मंगवाना पड़ेगा। किसान अब सरकार की ओर उम्मीद लगाए बैठे हैं,उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन नुकसान का सर्वे कराकर उचित मुआवजा उपलब्ध कराएगी ताकि उनकी आजीविका फिर से पटरी पर लौट सके।
जिला प्रशासन मुआवजा सर्वे में ब्लॉक तथा तहसील क्षेत्र को इकाई मानकर क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा तय करते हैं जिसके कारण क्षेत्र के किसानों के खेतों में हुए नुकसान का सर्वे नहीं हो पता और किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिल पाता है। हमारी मांग है कि सर्वे के दौरान किसानों के खेत को यूनिट मानकर सर्वे कर मुआवजा भुगतान किया जाए। साथ ही साथ बटाईदार किसानों को भी सर्वे कर उनको मुआवजा दिया जाए।
बिजली विभाग मनमानी कार्रवाई करते हुए 1 नवंबर से नए कनेक्शन के साथ स्मार्ट मीटर लगवाना अनिवार्य कर दिया है, जिसका भुगतान उपभोक्ताओं से लिया जा रहा है। यह बिजली विभाग की मनमानी और किसानों गरीबों मजदूरों का आर्थिक शोषण और उत्पीड़न है। २इसको तुरंत रोकना होगा आने वाले दिनों में स्मार्ट मीटर को लेकर किसान मजदूर आम नागरिक एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
प्रदर्शन में प्रमुख रूप से अनुभव दास,रामकुमार भारती, अब्दुल अज़ीम खां, वीरेंद्र कुमार, शेर मोहम्मद,वसंत कुमार राम प्रवेश यादव, सिकंदर,दीनानाथ मौर्य,श्री राम सिंह,शिव मूरत गुप्ता, श्याम नारायण यादव, चन्ददीप यादव,रामजन्म राजभर, दिव्य कुमार सिंह, गिरिजा प्रसाद, साधु यादव विद्याधर कुशवाहा, गोकुल, जयप्रकाश यादव,रामजन्म राजभर, संदीप यादव सुरेंद्र राजभरआदि शामिल रहे।