
07/07/2025
*रुपहले पर्दे पर काशी की बेटी*
*कला की बारीकियो ने दिलाया दर्जन भर फिल्मों में अवसर*
*सपना सिंह का सपना पूरा हुआ*
( नवल धारा समाचार)
बाबा नगरी काशी (वाराणसी) ऐसा क्षेत्र है जिसने बहुत सारे कलाकारों को जन्म दिया है, इस धरती से तमाम लोग फिल्मी दुनियां में अपने कार्य का लोहा मनवाते हैं।इसी क्रम में काशी की बेटी सपना सिंह भी कला क्षेत्र में कदम रखी और आज उनके पास दो दर्जन से भी ज्यादा फिल्में है।
सपना एक सुंदर और सुशील अदाकारा हैं जो कठिन परिश्रम वाले किरदार को भी करने की हामी भर देती हैं और बखूबी अपने किरदार को निभाती भी हैं। काशी में जन्मी सपना की पढ़ाई लिखाई वाराणसी में ही हुई है। सपना के परिजन लाडली को डाक्टर बनाना चाहते थे लेकिन सपना को बचपन से ही रुपहले परदे पर दिखने का लालसा था, स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सपना एक्टिंग कोर्स कर एक सफल अभिनेत्री के रूप में स्थापित होना चाहती थी। इस बीच दूरदर्शन के लिए हो रहे एक कार्यक्रम से सपना को रास्ता मिला, दूरदर्शन के जिम्मेदारों ने एक एपिसोड के लिए सपना को ऑफर दिया फिर सपना अपने हुनर से छलांग लगाने में सफल हो गई। हिंदी, भोजपुरी, हरियाणवी, राजस्थानी,मेवाती, मैथिली,पंजाबी और अंगिका भाषा की मूवी और म्यूजिक विडियोज में किरदार निभाई।इन दिनों भोजपुरी और हिंदी की दर्जन भर सिनेमा में अच्छी भूमिका निभाई है जो बारी बारी सभी सिनेमा रिलीज होने वाले हैं।सपना को सबसे पहले एक साथ तीन भोजपुरी सिनेमा में अवसर मिला पलटवार, क्रांति और वी फॉर विक्टर से सिनेमाई दुनिया में पूरी तरह उतर गई।फिल्म "सेवक खाटू श्याम का" "मेरी सास बड़ी धनवान", "व्रत सोरह सोमवार के" इनकी रिलीज हुई फिल्में हैं इसके अलावा तीन दीवाने, " धोखेबाज पिया हमार", वैजयंती, लव श्री, शास्त्र, विरोधी, सास ननद भौजाई और जमाई राजा, और एक दीवाना बारह हसीना जल्द रिलीज होने वाली फिल्में हैं जिसमें सपना ने जोरदार किरदार निभाया है।इनकी हिंदी फिल्म "मिस डायल्ड रोंग नंबर" राम भैया और मिशन ओवर है ये भी बहुत जल्द रिलीज होने वाला है।
चुलबुली स्वभाव की यह अदाकारा बहुत धार्मिक लड़की है ये बात बात में महादेव का नाम लेती है और अपना आराध्य बाबा विश्वनाथ को ही मानती है। इनका मां से ज्यादा लगाव है ये अपने मां को अपना आदर्श और अपना हौसला मानती हैं।
अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित और रवि किशन इनके प्रेरणा स्रोत हैं।सपना का व्यक्तित्व एक अच्छे समाजसेवी जैसा है, ये अपने कला कौशल के बुते अपने परिवार और अपने क्षेत्र का नाम रौशन करना चाहती है