25/07/2025
क्या आपने कभी सुना है कि तीन मछलियों ने एक ही खतरे को देखकर तीन अलग-अलग फैसले लिए और उसका नतीजा कितना अलग निकला?
यह जातक कथा हमें सिखाती है कि समय पर लिया गया सही फैसला ही सबसे बड़ी बुद्धिमानी होती है।
इस प्रेरणादायक कहानी में, वाराणसी के पास की एक नदी में तीन मछलियाँ रहती थीं ; बहुचिंति, अल्पचिंति और मितचिन्ती। एक दिन वह तीनों मछलियाँ बहकर एक बस्ती की नदी में आ जाती हैं, जहाँ मछुआरों का आना-जाना लगा रहता है। बुद्धिमान मछली ‘मितचिन्ती’ खतरे को पहचान लेती है और समय रहते लौट जाती है। बाकी दो मछलियाँ आलस और मस्ती में लगी रहती हैं but what happens next is a lesson for life.
जब मछुआरे आते हैं और जाल डालते हैं, तब मछलियाँ जाल में फँस जाती हैं और उन मछलियों को अपनी गलती का
अहसास होता है ।
इस कहानी से जानिए:
समय पर निर्णय क्यों ज़रूरी है
आलस और टालने की आदत का अंजाम क्या हो सकता है
बुद्धिमान वही है जो खतरे को पहले समझे
बुद्ध की शिक्षाओं से जुड़ी एक व्यवहारिक सीख
Story Telling By Anjali Soni
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