Shree Radhe Bhajan Mandali

Shree Radhe Bhajan Mandali Krishna Bhajans , Radha Rani, Kanha bhajan ,kirtan Mandali ,Hindi Bhajan , Laddu Gopal ji Video

जय माता दी
16/11/2024

जय माता दी

असा जोगिया दा भेस बना लिया 🌹🙏🔔 #शॉर्टवीडियो

06/07/2024

मंगल गाओ शुभ घड़ी आई, 7 जुलाई का दिन विशेष इस दिन बन रहे शानदार शुभ योग

02/07/2024

योगिनी एकादशी 2024

30/06/2024

01 जुलाई से शुरु हो रहा नया वीक तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए कैसा रहेगा, पढ़ें साप्ताहिक राशिफल

27/06/2024

शिव जी ने क्यों किया था विष का पान? जानें नीलकंठ कहलाने की पौराणिक कथा

सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. इस महीने में पूरी श्रद्धा के साथ शंकर भगवान की पूजा- अर्चना की जाती है. हाथों में डमरू और त्रिशूल लिए भगवान शिव को कई नामों से जाना जाता है.

देवों के देव महादेव को कई नामों से जाना जाता है. इनमें से कुछ नाम हैं- भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र और नीलकंठ. शंकर भगवान को नीलकंठ क्यों कहा जाता है, इसके पीछे एक पौराणिक कथा है.
Lord Shiva: शिव जी ने क्यों किया था विष का पान? जानें नीलकंठ कहलाने की पौराणिक कथा

पुराणों के अनुसार देवताओं और राक्षसों के बीच एक बार अमृत के लिए समुद्र मंथन हुआ था. यह मंथन क्षीरसागर में हुआ. इस मंथन में से लक्ष्मी, शंख, कौस्तुभमणि, ऐरावत, पारिजात, उच्चैःश्रवा, कामधेनु, कालकूट, रम्भा नामक अप्सरा, वारुणी मदिरा, चन्द्रमा, धन्वन्तरि, अमृत और कल्पवृक्ष ये 14 रत्न निकले थे.

समुद्र मंथन में से निकली इन बहुमूल्य वस्तुओं को देवताओं और दानवों ने आपस में बराबर बांट लिया लेकिन इसमें से एक ऐसी चीज भी निकली जिसे कोई भी लेने को तैयार नहीं था. यह था समुद्र मंथन से निकला हलाहल विष.

इस विष की एक बूंद पूरी सृष्टि में तबाही मचा सकती थी. तब परेशान देवता और दानव भगवान शिव के पास गए और उनसे मदद मांगी. भगवान शिव ने इसका एक हल निकाला.

उन्होंने कहा कि इस विष का पूरा घड़ा वो खुद पिएंगे. शिव जी ने वो घड़ा उठाया और देखते ही देखते पूरा पी गए. हालांकि उन्होंने ये विष गले से नीचे नहीं उतारा.

इस विष को उन्होंने गले में ही पकड़कर रखा. इस कारण शिव जी का गला नीला पड़ गया और तभी से उन्हें नीलकंठ कहा जाने लगा, जिसका अर्थ है नीले गले वाला.

शिव जी ने सृष्टि की रक्षा के लिए उस जहर का पान किया. भगवान शिव के इस कृत्य को उनकी निस्वार्थता और मानवता के प्रति समर्पण का प्रतीक माना जाता है.

Address

Ludhiana
141008

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Shree Radhe Bhajan Mandali posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share