12/09/2025
कितना मुश्किल है ज़िन्दगी का ये सफ़र, खुदा ने मरना हराम किया लोगों ने जीना। हम तो तेरे नाम को ही मोहब्बत कहते है, कितना दिलकश था वो लम्हा, जब वो मुझे मिला, आज बस यादें ही हैं उसकी, और दिल में एक सूनापन सा, जो कभी भर ना पाएगा।"
यहां कुछ और उदाहरण दिए गए हैं:
बहुत देर कर दी तुमने मेरी धड़कनें महसूस करने में, वो दिल नीलाम हो गया जिस पर तुम्हारी कभी हुकूमत थी।
मुझे मंज़ूर थे वक़्त के सब सितम मगर, तुमसे मिलकर बिछड़ जाना, ये सज़ा ना दो, ना हाथ थाम सके ना पकड़ सके दामन, बेहद ही करीब से गुज़र कर बिछड़ गया कोई।
जिंदगी का भरोसा नहीं है, इसलिए सिर्फ खुश रहने की कोशिश करना ही जरूरी है, सच है ख्वाहिशें न हों तो जिंदगी कितनी आसान होगी।
अकेलापन भी एक सज़ा है, जो हम अपने लिए खुद चुनते हैं, अकेलेपन की आदत हो जाए तो किसी का साथ भी अच्छा नहीं लगता, अकेले चलना सीख लो, क्योंकि सहारा कब धोखा दे जाए कोई नहीं जानता।
मोहब्बत का मेरे सफर आख़िरी है, ये कागज कलम ये गजल आख़िरी है, जब तक तुम नहीं उदास, मैं तुम्हें नहीं छोड़ूँगा, बस एक शख़्स को माँगा मुझे वही न मिला।