27/07/2025
||Facebook wall से ||
लोगों के सर ऐब को मढ़ना सीख गये।
हम भी अब बेबात झगड़ना सीख गये।
ठोकर खायी दर्द सहा है हँस-हँस कर,
धीरे-धीरे आगे बढ़ना सीख गये।
उड़ना कब सीखेंगे चिड़िया के बच्चे,
सांप के बच्चे पेड़ पे चढ़ना सीख गये।
यारी का मतलब तब से जाना हमने,
जबसे यारों चेहरा पढ़ना सीख गये।
अपने पेड़ से खुलकर शह पाई तबसे,
पत्ते भी मौसम से लड़ना सीख गये।