23/10/2024
*दिवाली कि छुट्टी पर शिक्षक की* *मार्मिक व्यथा 😭*
*BPSC TEACHER* 😢
एक दिन की छुट्टी का इशारा तो देखिये।
हमारी किस्मत का नज़ारा तो देखिये।।
आँखों में आँसू लेकर हम मुस्कुराएगे,
इस दिवाली पर भी घर नहीं जा पाएंगे।।
पिछली दिवाली पर बड़ी उमंग थी।
नयी जॉब थी खुशियों की तरंग थी।।
मन ही मन सहसा उड़ता जा रहा था,
दिवाली के त्योहार को सपनों में सजा रहा था।
किसे पता था वो दिवाली सिर्फ प्यास रह जाएगी।।
माँ की खुशियो की आस आस रह जाएगी।।
घर की चौखट मेरा इंतजार करती रह गयी थी।
मेरी माँ मुझे दूर से ही प्यार करती रह गयी थी।।
दीपक इस बार भी घर में नहीं जला पायेंगे।
इस दिवाली पर भी हम घर नहीं जा पाएंगे।।
मेरे झूठ पर ऐतबार मत करना।
माँ इस बार भी मेरा इंतजार मत करना।।
एक दिन की छुट्टी तो रास्ते में ही गुजर जाएगी।
ये दिवाली भी घर पर नहीं मन पाएगी।।
त्योहार को कुछ ऐसे मनाना तुम।
हर दीपक प्यार से जलाना तुम।।
अपने बेटे को वहीँ से प्यार भेजना।
दिवाली की खुशियों का हार भेजना।।
इस दिवाली में भी मैं मुस्कुराऊंगा।
त्योहार की हर रस्म को एक कमरे में निभाऊंगा।।
बाद में आऊंगा साथ में खुशियाँ लुटाएंगे।
इस दिवाली पर भी हम घर नहीं जा पाएंगे।।