
10/07/2025
"शुक्रिया ❤️"
71 हज़ार लोगों का साथ...
ये सिर्फ़ एक संख्या नहीं,
ये मेरा सफ़र है — आपके प्यार और भरोसे के साथ।
मैंने बस अपने जज़्बात लिखे,
और आप सबने उन्हें अपना बना लिया।
हर एक लाइक, कमेंट और फॉलो —
मेरे लिए किसी इनाम से कम नहीं।
"अल्हमदुलिल्लाह हर उस चीज़ के लिए
जो बिना मांगे मिल गई, और जो देर से मिली वो सबक बन गई।"
आज जो भी हूँ, आप सब की वजह से हूँ।
दिल से शुक्रगुज़ार हूँ —
हर उस शख्स का जो जुड़ा, रुका, और मेरे अल्फ़ाज़ों को महसूस किया।