04/07/2024
हमारे #कानपुर से रात में चलने वाली एक ऐसी ट्रेन जिसमें चलने के बाद #खाना तो दूर पानी की बोतल को भी लोग तरस जाते हैं जी हाँ मैंने सही कहा, ये कानपुर से बनने वाली ऐसी ट्रेन है जो की कानपुर से छुट्ने के बाद सीधे नई दिल्ली में ही रुकती है कोई अगर किसी कारण वश खाना खाना या खाना पानी लेना भूल गया तो रात में उसे कुछ खाने पीने को नहीं मिलेगा,क्यों कि हमको तो जमाने से मालूम है लेकिन बाहरी लोगों को यात्रा में दिक्कत हो सकती है,क्यों की ये ट्रेन खासकर कानपुर के
व्यापारियों के लिए बनाई गई थी ,आज से 25 साल पहले लोग #प्रयागराज से बनने वाली ट्रेनो से दिल्ली जाते थे खासकर प्रयागराज एक्स्प्रेस से, लेकिन 25 वर्षों से ये ट्रेन व्यापारियों की पहली पसंद है इसीलिए इस ट्रेन का नाम भी #श्रमशक्ति एक्स्प्रेस रखा गया था,,यानी की श्रम की शक्ति,,, शाम को व्यापारी बेफिक्र होकर के रात को 8 से 9 बजे तक दुकान चलाते हैं और रात्रि मे घर में भोजन करकर आराम से 11 बजे तक रेलवे station पहुँच जाते हैं इसका कानपुर से छूटने का time 11:55 pm है same यही time वहाँ से वापसी में भी है, सुबह 6 बजे के पहले ही new दिल्ली station पहुँच जाती है, और हम लोग सोचते हैं कि कुछ घंटे late हो जाए तो नींद खराब न हो लेकिन ज्यादतर befor time ही पहुँच जाती है,coach attented लोगों को जगाते हैं की उठ जाओ भाई,,अभी कुछ साल से यही train दिल्ली पहुँचने के बाद राजस्थान के कोटा के पास सोगरिया जाने लगी थी, तो रात मे कभी कभी ये ट्रेन late हो जाती थी और 1 से 2 घंटे की देरी से चलती थी, तो system बिगड़ जाता था, लेकिन अब ये ट्रेन फिर से अपने पुराने रूट पर आ गई है, मैं इस ट्रेन में 23 वर्षों से हर महीने सफर करता हूँ एक बार आना एक बार जाना, आज तक इतने वर्षों में ये ट्रेन कभी रद्द नहीं की गई सिर्फ सर्दी मे कभी कभी कोहरे की वजह से कानपुर आने मे कुछ घंटे late हुई है, बाकी दिल्ली जाने में कभी भी late हुई है, इस ट्रेन में पैंट्री car नहीं है, और हमको ये train पकड़ने के लिए अपने कस्बे से पहले कानपुर जाना होता है, जिसमे 2 से 4 घंटे लग जाते हैं जाम की वजह से ट्रेन भी है direct कानपुर तक के लिए लेकिन वो कभी कभी ट्रेन छुटवा देती है, अगर कभी खाना साथ में लेकर के नहीं गए तो , और अगर late होने में खाना नहीं खा पाए या फिर नहीं ले पाए तो कोई दूसरा उपाय नहीं है, धन्यवाद 🙏🙏आप ने श्रमशक्ति एक्स्प्रेस में सफ़र कब किया था, 🙏 मेरा इस ट्रैन में 23 सालों से हर महीने में एक बार आना और जाना होता है, मैं ट्रेन की बुराई नही बता रहा हूं बल्कि अच्छाई बता रहा हूं ये हम व्यापारियों की और कानपुर के लोगों की सबसे पसंदीदा ट्रेन है,अगर कभी टिकट नहीं मिल पाता तो बहुत ही मजबूरी में दूसरी ट्रेन का सहारा लेना पड़ता है,लेकिन वापसी में हमेशा सीट खाली मिल जाती हैं, ये पोस्ट उन लोगों की जानकारी के लिए है जिन्होंने कभी इस ट्रैन में सफर नहीं किया ,इससे उन लोगों को जानकारी मिल जाएगी ,ये ट्रेन स्पेशली कानपुर के व्यापारियों के लिए चलाई गई थी,और उसी हिसाब से टाइमिंग भी रखी गई थी, आपने इस ट्रैन में सबसे पहली बार कब सफर किया था,धन्यवाद 🙏🙏