
04/12/2024
एयरपोर्ट के सामने थड़ी पर बैठा एक साधारण इंसान, जो असल में राजस्थान का कृषि मंत्री है—श्री Kirodi Lal Meena उर्फ़ बाबा।
न तामझाम, न बड़ी गाड़ियों का काफिला, न लाल-पीली बत्ती की चमक, और न ही वर्दीधारी पुलिस का हुजूम। सिर्फ एक साधारण चाय की थड़ी, जहाँ देश की मिट्टी से जुड़े इस नेता का हृदय हर आमजन के लिए खुला है।
गरीब से गरीब व्यक्ति, जो शायद ही कभी किसी बड़े अधिकारी या मंत्री से सीधे मिलने की सोच सके, यहाँ निसंकोच आता है। हर कोई अपने दिल की बात कहता है, और मंत्री जी ध्यान से सुनते हैं—मानो किसी दोस्त या परिवार के सदस्य से बात हो रही हो। फीकी चाय के साथ बिस्किट का सादा नाश्ता और फिर बिना किसी तामझाम के ऑटो में बैठकर रवाना हो जाना।
यह दृश्य दिखाता है कि सादगी और सेवा का असली अर्थ क्या होता है। श्री किरोड़ी लाल मीणा न केवल एक मंत्री हैं, बल्कि लोगों के बीच से उठे एक ऐसे नेता हैं, जो दिखावे से दूर, जमीन से जुड़े हुए हैं। उनका यह व्यवहार राजनीति की उस परिभाषा को चुनौती देता है जो आम तौर पर दिखावे और सत्ता के आडंबर से भरी होती है।
ऐसे सादगीपूर्ण नेतृत्व की मिसाल शायद ही कहीं और देखने को मिले। यह केवल राजस्थान के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है।