Aneet kumar shakya

Aneet kumar shakya अप्प दीपो भव: जय भारत जय सम्राट अशोक नमो बुद्धाय 🙏🙏
Religion :- Buddhism ☸️ [email protected]
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 #महाबोधि_महाविहार_मुक्ति_आंदोलन
09/04/2025

#महाबोधि_महाविहार_मुक्ति_आंदोलन

समाज को  बहुत धन्यवाद।महाबोधी बुद्ध विहार बुद्धगया को मुक्त कराने हेतू चल रहे आंदोलन के समर्थन मे आंदोलन पुणे महाराष्ट्र...
09/03/2025

समाज को बहुत धन्यवाद।

महाबोधी बुद्ध विहार बुद्धगया को मुक्त कराने हेतू चल रहे आंदोलन के समर्थन मे आंदोलन पुणे महाराष्ट्र.
प्रबुद्ध भारत प्रतिष्ठान , महाबोधी बुद्ध विहार मुक्ती आंदोलन संघर्ष समिती पुणे महाराष्ट्र।
पुणे के क्रांतिकारी साथियों को दिल से धन्यवाद।

आज 14 फ़रवरी है सवाल आज भी वही है 300 किलो RDX रॉयल डिमोलिशन एक्सप्लोसिव कहा से आया।
14/02/2025

आज 14 फ़रवरी है सवाल आज भी वही है 300 किलो RDX रॉयल डिमोलिशन एक्सप्लोसिव कहा से आया।

13/02/2025

जैसे कथा,भागवत कराने में किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है वैसे ही हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में बुद्ध कथा एवं मिलाद के आयोजन में अनुमति की बाध्यता समाप्त करनी चाहिए.

आज देश में दीपावली पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है । प्राचीन समण बौद्ध परंपरा में इस पर्व को दीपदानोत्सव  के नाम ...
31/10/2024

आज देश में दीपावली पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है । प्राचीन समण बौद्ध परंपरा में इस पर्व को दीपदानोत्सव के नाम से जाना जाता हैं। बौद्ध परंपरा में दीपक का अत्यधिक महत्व रहा है। जलते हुए दीपक का तात्पर्य जागृत व्यक्ति से लिया जाता है और जब व्यक्ति का निर्वाण हो जाता है तो उसके लिए सांकेतिक तौर पर यह माना जाता है कि वह दीपक बुझ गया और बुझे हुए दीपक को उल्टा करके रखने की परंपरा भारत में रही है। इसी उल्टे दीपक का सांकेतिक स्वरूप स्तूप (थूप) का है अर्थात स्तूप की आकृति एक प्रकार से बुझे हुए दीपक जो उलट कर रखा हुआ हो के रूप में है। भारत में एक परंपरा के रूप में दीप जलाने का सबसे पुराना रिकॉर्ड बौद्ध परंपरा में चौथे बुद्ध दीपांकर बुद्ध से माना जाता है दीपांकर बुद्ध ने ही सभी महत्वपूर्ण अवसरों पर दीपक जलाने की परंपरा स्थापित की थी इसी कारण उनका नाम दीपांकर बुद्ध हो गया उसके बाद आने वाले विभिन्न बुद्धों ने इस परंपरा को और अधिक विस्तार दिया। 28 वें बुद्ध तथागत बुद्ध के समय में यह माना जाता है कि जब प्राप्त करने बाद तथागत गौतम बुद्ध पहली बार अपने गृह नगर कपिलवस्तु आए तब आम जनता ने उनके स्वागत के लिए दीपदान उत्सव करते हुए दीप जलाए थे जो आज की दीपावली के समान है इसके अलावा यह माना जाता है की इसी परंपरा में जब सम्राट अशोक ने 84000 से अधिक स्तूप बनवाई तो उनमें भी इसी दीपदान उत्सव परंपरा के तहत दीप जलाए गए थे। 28 वें बुद्ध तथागत बुद्ध ने अप्प दीपों भव अर्थात 'अपना दीपक स्वयं बनो' का भी उपदेश दिया था। इस प्रकार आज तक भी भारत समेत विश्व के अनेक बौद्ध देशों में प्रत्येक महत्वपूर्ण मांगलिक अवसर पर दीप जलाने की अत्यंत प्राचीन बौद्ध परंपरा का पालन किया जाता है । आप सभी को भी दीपदान उत्सव की हार्दिक मंगल कामनाएं।🪔🪔🪔☸️☸️🚩


ये सब फत्थर कि सभ्यता बुद्धिज्म कि पहचान हैं फिर बुद्धिस्ट गुफा/cave/caves चैत्य स्तूप हो या महाविहार हो या वोटिव स्तूप/...
21/10/2024

ये सब फत्थर कि सभ्यता बुद्धिज्म कि पहचान हैं
फिर बुद्धिस्ट गुफा/cave/caves चैत्य स्तूप हो या महाविहार हो या वोटिव स्तूप/मनौती स्तूप या असोक स्तंभ ये सब फत्थर की सभ्यता बुद्धिस्ट राजा वो ने समय समय पर अलग अलग मूर्ती कला एवं संस्कृति में बुध/बोद्धिसत्व अवलोकितेश्वर के अलग अलग मूर्ती कला को विकसित किया बुध ने कहा चोरी करना पाप है तो ब्राह्मणों ने सब कुछ बुध सेऔर बुद्धिज्म की हार चीज को कॉपी पेस्ट बना लिया आपने नाम पर बुद्धिज्म से आरिय से आर्य शब्द चुराया/समण बमण से ब्राह्मण शब्द बनाया /प्राकृत भाषा में से वेदना से वेद शब्द चुराया/धम्मपद से सनातन शब्द चुराया और धम्मपद से भगवत गीता बनाली/ बुद्धिज्म के सभी महा विहारों को चुराकर आपने काल्पनिक चरित्र वाले महाभारत रामायण ग्रंथ लिखा है वो भी बुद्धिज्म के महाविहारो के ऊपर शिल्प कला को देख कर सब काल्पनिक चरित्र वाले शिव पुराण कथा etc लिखे
बुध के बताए मार्ग पर चल कर जापान चीन कोरिया विकास के पथ है और भारत में ब्राह्मणों ने सब कुछ उलटा कर दिया है बुध कहा की चोरी करना पाप है तो बुध की ही चोरी कर ले बुध ने कहा कि जुट बोलना पाप है ब्रह्मण तो हजार सालों से बोलते थक नही रहा है बुध ने कहा की नशा करना पाप है ब्राह्मणों ने शिव शंकर महादेव महाकाल को नशेडी भगोड़ी / भांग/धतूरा पीते हुए प्रचार प्रसार किया है बुध ने कहा की व्यबिचार करना पाप है ब्राह्मणों ने पुरे धर्म ग्रंथों में इतना गन्दा व्यबिचार लिख रखा है और सभी प्राणी मात्रों पर दया और प्रेम करो पर ब्राह्मण धूर्त है चालाक लोमड़ी है कलम कसाई है ब्राह्मणों ने शिव को बाघ खाल उतार कर खाल पर बैठा दिया और शरीर पर लपटा दिया और देश के कोने कोने के मंदिरों में पशु बली चल रही है और ब्राह्मणों के ग्रंथों में भी लिखा है

12/10/2024

☸️🌸
मैं आप सभी को अशोक विजयादशमी और धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं
Namo buddhay ☸️🙏

08/09/2024
03/09/2024
सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🇮🇳☸️🌸
15/08/2024

सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🇮🇳☸️🌸

11/08/2024

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