22/10/2025
“जहाँ इंसान नहीं, गधों की होती है पूजा — मांडल का अनोखा गोवर्धन उत्सव!”
राजस्थान में आज गोवर्धन और अन्नकूट का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है।
लेकिन भीलवाड़ा जिले का मांडल कस्बा — यहाँ त्योहार का रंग कुछ अलग है!
👉 यहाँ कुम्हार समाज अपने अन्नदाता गधों की पूजा करता है —
उन्हीं गधों की, जो सालभर मिट्टी ढोकर उनके जीवन की रोज़ी-रोटी का आधार बनते हैं।
🎨 त्योहार पर इन गधों को नहलाया जाता है, रंग-बिरंगे रंगों और फूलों की मालाओं से सजाया जाता है,
और फिर पूरे आदर से उनकी पूजा-अर्चना की जाती है।
🍬 पूजा के बाद मिठाइयाँ खिलाई जाती हैं और फिर शुरू होती है मांडल की सबसे अनोखी परंपरा —
गधों की दौड़!
गधों के पैरों में हल्के पटाखे बांधकर उन्हें दौड़ाया जाता है —
दृश्य देख लोग तालियाँ बजाते हैं, बच्चे खुशी से झूम उठते हैं,
और पूरा कस्बा हंसी-खुशी में डूब जाता है।
💬 मांडल का यह त्योहार सिर्फ एक रिवाज नहीं —
बल्कि मेहनतकश जीवन, परंपरा और हर साथी के सम्मान का पर्व है।
👉 “क्योंकि सम्मान सिर्फ इंसानों का नहीं —
हर उस साथी का होना चाहिए जो हमारी दुनिया को चलाता है।”