23/06/2025
नन्हे मुन्ने बच्चों ने गा कर सुनाएं 6 मंत्र और 29 नियम
20 दिवसीय जांभाणी संस्कार शिविर का समापन
अलाय गांव के बच्चों में धार्मिक माहौल परिजनों में खुशी
सभी बच्चों को किया नगद राशि से सम्मानित
अलाय, 23 जून । स्थानीय बिश्नोई बास में बीस दिनों से चल रहा बच्चों का जांभाणी संस्कार शिविर आज 120 शब्दवाणी का पाठ करके हवन करने और सहभागी बच्चों को सम्मानित करने के बाद संपन्न हुआ।
वरिष्ठ अध्यापक गंगाविशन डेलू ने बच्चों को धार्मिक ज्ञान की बातें बताई जीवन में 29 धर्म नियमों को पालन करने और धार्मिक जीवन जीने की प्रेरणा देने के साथ ही उच्च शिक्षा प्राप्त करने का तरीका बताया । श्री डेलू ने उक्त शिविर में सहयोग करने वालों का आभार ज्ञापित किया । उन्होंने बताया कि श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीव रक्षा प्रदेश संस्था राजस्थान द्वारा जो संस्कार निर्माण का काम किया जा रहा है वह काबिल ए तारीफ है । उन्होंने कहा कि संस्था के प्रदेश अध्यक्ष रामरतन बिश्नोई ने इन शिविरों की रूपरेखा बनाई साहित्य प्रकाशित करवाया और गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क करके राजस्थान के विभिन्न जिलों के साथ ही भारत के अन्य राज्यों में भी इस प्रकार के शिविर शुरू करवाए हैं इसके लिए बिश्नोई समाज रामरतन बिश्नोई का आभार ज्ञापित करता है।
.वरिष्ठ नागरिक रामपाल गिल ने 20 दिनों में बच्चों द्वारा किए गए अध्ययन उनके नियमित आगमन अन्य लोगों के सहयोग और भामाशाहों के सहयोग की जानकारी देने के साथ ही भविष्य में ऐसे आयोजन जारी रखने की आवश्यकता बताई । मांगीलाल गिल ने 20 दिन तक लगातार सुबह-शाम शिविर में उपस्थित होकर बच्चों का मार्गदर्शन किया । अध्यापक सुनील गिला ने बच्चों को अनुशासित रखा उनकी लिखित व मौखिक परीक्षाएं ली समय पर पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाई और लगातार 20 दिन तक बच्चों का की निगरानी रखते हुए उन्हें आर्तियां धुन मंत्र शब्द वाणी तथा 29 नियमों का प्रतिदिन अध्ययन करवाया । गांव के भामाशाह दुलाराम रामनिवास राजाराम गिला के परिवार की तरफ से बच्चों को नियमित ज्यूस, प्रसाद फ्रूट केले आदि वितरित करवाए गए । गांव के अन्य अनेक लोगों ने आर्थिक सहयोग किया । हजारीराम जाणी, पतराम डेलू गोवर्धन राम सियाग आदि अनेक लोगों ने शिविर संचालन में जोरदार सहयोग दिया उन सब का आभार ज्ञापित किया गया शिविर की पाठ्य सामग्री के लेखक एवं निर्देशक रामरतन बिश्नोई ने शिवरो की आवश्यकता पर बल दिया । जांभाणी पंथ की विस्तृत जानकारी दी एवं जांभोजी द्वारा बताए गए 29 नियम की विस्तार से व्याख्या बच्चों के समक्ष प्रस्तुत कर सभी बच्चों को हिंदी अंग्रेजी और र