09/02/2024
22 हज़ार ₹ प्रति माह की एम आर की जॉब से लेकर AWPL से एक महीने में 22 लाख की इनकम तक पहुँचने का सफ़र ..
ये कहानी नहीं हक़ीक़त है… #उत्तराखण्ड के एक छोटे से क़स्बे #झनकट (खटीमा) में जन्मे श्री #संजय_उपाध्याय सर का बचपन बहुत ही विषम आर्थिक हालातों में बीता, माँ घर सम्भालती थीं और पिताजी 5-6 हज़ार की नौकरी करके जैसे तैसे अपने परिवार का पालन- पोषण कर रहे थे ।
संजय सर को बहुत जल्द समझ में आ गया था कि उनको अपने पिताजी का सहारा बनना पड़ेगा इसलिए 12th पास करने के बाद अपनी पढ़ाई को आगे न बढ़ाकर #हल्द्वानी में एक फ़ार्मा कम्पनी में M R की जॉब करने लगे , ताकि उनका घर चल सके और छोटे भाई की एजुकेशन पूरी हो सके ।
लेकिन 4-5 साल जॉब करने के बावजूद ज़िन्दगी में कोई बदलाव नहीं हुआ, यूँ तो जॉब से 22-23 हज़ार कमा रहे थे , लेकिन, कमरे का किराया, मोटरबाइक की ईएमआई जैसे कई खर्चे बड़ गये थे ।
ख़ैर … संजय सर ने शायद हालातों से समझौता कर लिया था ! लेकिन ! नियति को कुछ और ही मंज़ूर था ..
कुदरत का करिश्मा देखो … हम एक दूसरे को पर्सनली नहीं जानते थे , न जाने कैसे हम फ़ेसबुक पर एक दूसरे के फ़्रेंड बन गये , मैं इनकी पोस्ट पर लाइक , कमेंट कर दिया करता था , बदले में ये भी मुझे फ़ॉलो कर रहे थे।
एक दिन अचानक इनका मैसेंजर पर मुझे मैसेज आता है कि सर ! क्या आपके पास एलर्जी की प्रॉब्लम के लिये प्रॉडक्ट हैं ?
मैंने कहा , हाँ सर हैं ।
इत्तेफ़ाक़न मैं उस दिन अपने घर (खटीमा) ही था तो मैंने सर को अपने घर बुला लिया और एलर्जी के प्रॉडक्ट के साथ मैंने इनको के बारे में भी बता दिया ।
संजय सर ने प्रॉडक्ट लिये और कहा! सर अगर मुझे आराम मिला तो मैं ज़रूर आपके साथ काम करूँगा !
एक बार फिर ऊपर वाले ने साथ दिया कुछ ही दिनों में संजय सर को एलर्जी में आराम मिल गया और मुझसे काम करने की इच्छा ज़ाहिर की !
कुदरत ने फिर साथ दिया , उसी समय #भोपाल में एक ट्रेनिंग (दस का दम) चल रही थी , मैं संजय सर को अपने साथ ट्रेनिंग में लेकर गया , मुझे याद है इनके पास किराए के भी पैसे नहीं थे तो मैं इनको अपनी गाड़ी से लेकर गया था ।
और ट्रेनिंग से आने के बाद सर ने अपनी नौकरी छोड़ दी और AWPL को As A career करने का मन बना लिया ।
लेकिन उनका यह डिसीजन परिवार वालों को समझ me नहीं आया सबने इनका विरोध किया , सभी शुभचिंतकों ने समझाया कि तू इस कम्पनी के चक्कर में मत पड़ , बर्बाद हो जाएगा , तेरा सब कुछ ख़त्म हो जाएगा , कोई करियर नहीं है डायरेक्ट सेलिंग में , आज तक कौन कामयाब हुआ है डायरेक्ट सेलिंग में ! क्यों तू अपनी नौकरी को लात