14/09/2025
आजकल भारत पाकिस्तान के मैच को लेकर जनता में एक अलग ही रौस दिखाई दे रहा है और क्या ये उचित है और अगर हाँ तो कितना उचित है
क्या पहलगाव हमला आजादी के बाद का पहला हमला था पाकिस्तान की तरफ से भारत की आवाम पर और क्या सरकार ने इसका कोई बदला नही लिया क्या चुपचाप बैठी रही थी इस लिए हमारे पास इसका विरोध करने के बजाय कोई और चारा नही रहा नही ऐसा नही है ये जनता की तरफ से रौस जितना है उससे कहीं ज्यादा राजनीतिक मुद्दा है किसी भी तरह से सरकार को जनता की नजर में नीचा दिखाना है
नही तो जबसे देश आजाद हुआ है तब से लेकर अब तक अनगिनत बार देश की जनता पर आतंकवादी हमले हुए है न जाने कितने वीर जवान शहीद हुए है लेकिन इस तरह का रौस जनता में कभी नही था कारण उसका ये था कि जो विपक्ष में उस वक्त बैठे थे उनको पता था क्या सही है किस चीज का विरोध करना सही है किस का नही भारत पाकिस्तान का अगर कोई आई सी सी टूर्नामेंट से हटकर कोई अन्य श्रृंखला होती है वो द्विपक्षीय हो या त्रिकोणीय हो वो गलत है उसका हर हिंदुस्तानी को विरोध करना चाहिए
लेकिन जब आई सीसी इवेंट की बात है तो आपको एक शेर की तरह वहां पाकिस्तान का मुकाबला करना चाहिए क्यों कि ये वो इवेंट होते हैं जिनके लिए क्रिकेट खेला जाता है
अब अगर आपको इन में पाकिस्तान के खिलाफ नही खेलना है तो आपका क्रिकेट खेलना ही बेकार है क्यों कि वो तो खेलेगा आप उससे खेलोगे नही तो आप उम्मीद भी कैसे कर सकते हो कि भारत कभी कोई आई सी सी टूर्नामेंट का विजेता बनेगा
इस लिए जो जायज है उसी का विरोध करना अच्छा लगता है हर किसी बात को मुद्दा नही बनाया जाना चाहिए हर जगह विरोध करना आपके सोचने की क्षमता पर सवाल उठाता है
इसलिए मैच देखो और भारतीय टीम का सपोर्ट करो
जय हिंद जय भारत