
04/07/2025
मधुबन विधान सभा के सशक्त आवाज स्वर्गीय कपिलदेव यादव, गांव की पंचायत से शुरुआत करके विधानसभा में दस्तक देने वाले नेता रहे l आज स्वर्गीय कपिलदेव यादव की 15 वीं पुण्यतिथि पर पूरा जनपद दे रहा है श्रद्धांजलि
मधुबन के पूर्व विधायक स्व. कपिल देव यादव की आज 15वीं पूण्यतिथि है। राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी के रुप में जब कपिल देव यादव ने मधुवन की राजनीति में पावं रखा तो फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा । हालांकि यादव समाज की रहनुमा पार्टी सपा ने उनकी सदैव अनदेखी की लेकिन गांव की सबसे छोटी पंचायत से लेकर प्रदेश की सबसे बड़े सदन तक पंहुचने वाले कपिलदेव यादव ने राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के खिलाफ भी बसपा के हाथी पर सवार होकर दमदारी से चुनाव लड़े परन्तु उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा । वे आजीवन मऊ जनपद में शिक्षा के विकास के साथ-साथ राजनैतिक सरोकारों में पूरी ईमानदारी से लगे रहे। अपने राजनैतिक शुरूआत में कपिलदेव यादव अपने ग्राम सभा से सात बार लगातार स्वयं व इसकेे अलावा अपने परिवार के सदस्य को प्रधान बनाने का गौरव प्राप्त किए। वे एक बार जिला पंचायत सदस्य के रूप में कार्य किए। इसके अलावा कपिल देव यादव ने अपनी पुत्रवधु सुमित्रा यादव को कोपागंज ब्लाक के प्रमुख पद पर भी आसीन कराने में सफलता प्राप्त की थी। कपिलदेव यादव का राजनीतिक सफर गांव की सदन से शुरु हुआ तो सीधे 2002 में पहली बार नत्थूपुर से बसपा विधायक के रुप में प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा में दस्तक दी। बसपा से विधायक बनने के बाद बसपा सरकार में उनकी छवि साफ सुथरी होने के कारण बसपा की नेत्री मायावती ने उनके प्रति आस्था व्यक्त करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के खिलाफ बलिया लोकसभा से बसपा का प्रत्याशी घोषित किया। मायावती के इस घोषणा के बाद से कपिलदेव यादव की चर्चा राष्ट्रीय राजनीति के पटल पर होने लगी। उन्होंने पूरी दमदारी के साथ हाथी की सवारी करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री चंदशेखर के खिलाफ राजनीतिक पारी खेली वैसे तो यह चुनाव कपिलदेव यादव हार गए लेकिन उनका चंद्रशेखर के खिलाफ चुनाव लड़ने मात्र से ही राजनैतिक कद को काफी बढ़ गया । हालांकि राजनीति में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने के बाद सपा ने इनको जोड़ा लेकिन तब कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं दी l इस प्रकार एक जमीनी नेता और मऊ के बेटा को जनता ने खूब प्यार दिया लेकिन राजनीतिक साजिशों के तहत दलों ने इनको आगे बढ़ने से रोका l
शिक्षा के क्षेत्र में इन्होंने जिले में महत्वपूर्ण कार्य किए l मऊ में प्रथम विधि महाविद्यालय, इण्टर कॉलेज, डिग्री कॉलेज, जूनियर हाईस्कूल तथा कई शिक्षण संस्थानों का इन्होंने कुशल प्रबन्धन भी किया । 4 जूलाई 2010 को मऊ के मझवारा मोड़ के पास बदमाशों ने कपिलदेव यादव की गोली मार कर नृशंस हत्या कर दी। जहां घटना स्थल पर ही वे दम तोड़ दिये। पूर्व विधायक स्वर्गीय कपिल देव यादव की पंद्रहवीं पुण्यतिथि पर उनके परिजन, शुभचिंतक व उनके करीबी सच कहें तो पूरे जिले के लोग जन नेता कपिलदेव यादव जी को को याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं।