27/08/2024
कान्ट्रा बाउचर इन्ट्री- (Contra Entries)
आइये सीखते हैं कुछ अलग ढंग से
कान्ट्रा बाउचर इन्ट्री में सिर्फ तभी लेनदेन रिकार्ड होगा जब उस लेनदेन से एक फंड से दूसरे फंड में राशि ट्रांसफर हो और उन सम्बन्धित फंड के बैलेश में इस लेनदेन से आपस में बदलाव तो हो परन्तु व्यापार के कुल फंड बैलेंस ( कैश और बैंक बैलेंश/बैंक सीसी ओडी लिमिट का कुल टोटल ) में कोई कमी/आधिक्य ना हो अर्थात वो ज्यों का त्यों बना रहे।
अपना उदाहरण- जैसे माना आपकी शर्ट में एक जेब (पाँकेट) हैं और पैंट में 2 आगे/साइड में जेब हैं और एक पीछे जेब है।
(जैसा चित्र में दिया गया है।)
1- शर्ट की जेब- व्यापार का कैश बैलेंस है। बैलेस रू 70000
2- पैंट की अगली 2 जेब - व्यापार का बैंक में करेंट (चालू) एकाउन्ट है। बैलेस रू कोटक बैंक 90,000/इंडियन बैंक 60,000
3- पैंट की पिछली जेब - बैंक की ओडी /सीसी लिमिट है। विदड्रा लिमिट रू 5,00,000 /2,00,000 है।
इस तरह कुल लाकर व्यापार के पास
कैश 70,000
कोटक बैंक 90,000
इंडियन बैंक 60,000
टोटल बैलेंश 2,20,000 रूपया है।
टोटल उपलब्ध लिमिट (ओडी/सीसी) 7,00,000 रूपया है।
अब आप शर्ट की जेब से (कैश से) 10,000 रूपया निकालकर पैंट के आगे के एक जेब (कोटक बैंक में) वो 10,000 रूपया डाल देते हैं तो शर्ट (कैश बैलेंश 10000 रूपया से घटकर (70000-10000) 60, 000 रह जायेगा वहीं पैंट की आगे की पहली जेब (कोटक में स 10,000 से बैलेंश बढ़कर 1,00,000 ( 90000+10000) हो जायेगा।
इस तरह अब उपरोक्त 10,000 रूपया के लेनदेन के पश्चात् कुल बैले अब भी व्यापार के पास
कैश 60,000
कोटक बैंक 1,00,000
इंडियन बैंक 60,000
टोटल 2,20,000 रूपया ही होगा जो पहले जैसा ही है परन्तु आपस में बैलेश चेंज हो जायेगा। और टोटल उपलब्ध लिमिट (ओडी/सीसी) 7,00,000 रूपया ही रहेगा।
अब इसे दूसरे तरीके से समझते हैं
माना एक क्षत्रिया भवन में पिता माँ 1 बहन 2 भाई कुल 5 लोग रहते है।
पिताजी (कैश) 1,00,000 रू
माताजी (कोटक बैंक) 1,50,000 रू
बहन (इंडियन बैंक) 40,000 रू
2 भाई ( ओडी /सीसी लिमिट) 250000/150000
कुल मिलाकर
अब पिताजी ने माताजी को 25000 रूपया दिया और माता जी ने बहन को 40000 रूपया दिया।
यहाँ फर दो लेनदेन है-
पहला पिताजी (कैश) द्वारा माताजी (कोटक बैंक) को 25000 रूपया देना। जो कैश टू बैंक है।
दूसरा माताजी (कोटक बैंक) द्वारा बहन (इंडियन) बैंक को 40000 देना। जो बैंक टू बैंक है।
पहले लेनदेन के बाद पिताजी (कैश) के पास 1,00,000- 25,000= 75,000 कैश बचेगा
वही माताजी का बैलेंश (कोटक) बढ़कर 1,50,000+25,000=1,75,000 हो जायेगा ।
दूसरे लेनदेन 40,000 जो माताजी (कोटक बैंक) ने बहन (इंडियन बैंक) को ट्रांसफर किया। इसके बाद माताजी (कोटक बैंक के पास 1,75,000-40,000=1,35,000 रूपया बचेगा
और बहन (इंडियन बैंक) के पास 80,000 (40,000+40,000) हो जायेगा।
भाइयों को ओडी/सीसी लिमिट जस का तस रहेगा और इस प्रकार दोनों लेनदेन के उपरान्त क्षत्रिया भवन की फंड बैलेस की स्धिति निम्न प्रकार होगी-
पिताजी (कैश बैलेंस) 75,000 रू
माताजी (कोटक बैंक बैलेस) 1,35,000 रू
बहन (इंडियन बैंक बैलेस ) 80,000 रू
टोटल फंड बैलेस 2,90,000 रू
भाइयों का (ओडी/सीसी) लिमिट 250000/150000 ही रहेगा। कहने का तात्पर्य यह है कि कान्ट्रा बाउचर की शर्त के अनुसार
अगर किसी लेनदेन से
1- व्यापार में आंतरिक लेजर्स में बदलाव हो परन्तु राशि व्यापार से बाहर ना जाये और
2- कुल फंड बैलेस ज्यों का त्यों बना रहे
तो ऐसी इंन्ट्री कान्ट्रा बाउचर के माध्यम से किया जायेगा।
उपरोक्त दोनों लेनदेन के बाद कान्ट्रा बाउचर की दोनों शर्ते पूरी हो रही है।