
19/09/2025
जय श्री राम जी आप सभी को। हर साल की तरह इस बार भी अपनी बालकनी में मैं गुठलियों से पौधे तैयार कर रही हूं। आज बालकनी में पता ही नहीं चला कि कब बंदर जी आ गए और मेरे द्वारा तैयार किए गए इस पौधे को उखाड़कर फेंक गए वो भी सेकेंड फ्लोर की बालकनी की रेलिंग पर। मैने अपनी बहन की मदद से उस पौधे को एक डंडी लेकर नीचे गिरा दिया, क्योंकि हम third flore पर रहते हैं। उसके बाद नीचे जाकर इस पौधे को हम दोनों बहन ले आए। अब इसे फिर से लगाने की कोशिश कर रहे हैं। अब बन्दर भैया को ये भी पता होना चाहिए कि भाई हम बच्चे इसे भी उगाने का प्रयास तो कर ही सकते हैं बाकि तो प्रभु की इच्छा।
#ईहा