
09/09/2025
जरुरी सन्देश :
📖 कॉपी पर 0% GST – लेकिन क्या बच्चों की कॉपी अर्थात पढ़ाई वास्तव में सस्ती हुई??
सरकार ने हाल ही में GST ढांचे में बदलाव करते हुए कॉपी (नोटबुक) को 0% GST के दायरे में रख दिया है। पहली नज़र में यह निर्णय बच्चों की शिक्षा को सस्ता करने की दिशा में उठाया गया कदम प्रतीत होता है। लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।
👉 पहले क्या था?
कॉपी पर 12% GST लगता था।
कॉपी बनाने के लिए जो कागज़ खरीदा जाता था, उस पर भी 12% GST लगता था।
कॉपी निर्माता को इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) मिल जाता था, जिससे लागत संतुलित रहती थी।
👉 अब क्या बदलाव हुआ है?
कॉपी पर GST 0% कर दिया गया है।
लेकिन कागज़ पर GST को 18% कर दिया गया है।
अब कॉपी निर्माता को इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ नहीं मिलेगा।
👉 इसका असर क्या होगा?
कॉपी बनाने की लागत पहले से कहीं अधिक बढ़ जाएगी।
कॉपी पर 0% GST होने का फायदा उपभोक्ता तक नहीं पहुँचेगा, क्योंकि मूल कच्चे माल कागज़ 80% cost की कीमत 18% कर के कारण बढ़ चुकी है।
नतीजतन, कॉपियों के दाम घटने के बजाय और बढ़ जाएंगे।
👉 लोगों को जानना चाहिए असलियत
यह कदम “शिक्षा सस्ती करने” के नाम पर लिया गया दिखता है, लेकिन असल में यह कॉपी उद्योग पर बोझ डालता है और बच्चों की पढ़ाई की लागत को और महँगा बना देता है।
सरकार को चाहिए कि वह शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में वास्तविक राहत दे – न कि ऐसी नीतियाँ बनाए, जिनसे जनता को दिखावे का लाभ तो मिले लेकिन असल में खर्च बढ़ जाए।
जनता को सीधा सीधा पागल बनाया गया हैं
✍️ गिरधारीलाल मंगल,
हिन्द पेपर मार्ट