06/01/2024
एक समय था जब सुबह का नाश्ता जलेबी और दही हुआ करती थी, मौसम कोई भी हो यार दोस्तों के साथ अगर टहलने निकले तो सुबह सुबह गर्म गर्म जलेबी और दही का नाश्ता आत्मा तृप्त कर देता था
जलेबी एक go to मिठाई हुआ करती थी जिसमे कही सुबह किसी के घर जा रहे हैं तो जलेबी लेके जाते थे
रसभरी गर्म गर्म जलेबी जिसके बारे में लिखते हुए भी मेरे मुंह में पानी का झरना भर आया है,
लेकिन अब समय बदल गया है लोगो को ये जलेबी अब अनहेल्दी लगती है, जिसे खा कर दादा दादी 100 साल जिंदा रह गए, उसे आजकल के फूड ब्लॉगर डेडली फूड ( मतलब जिसे खा कर मौत भी हो सकती है ) का तमगा दे दिया है,
मजे की बात ये है की कई विदेशी कंपनिया ने इस बात पर मोहर लगाए है की जलेबी इमरती गुलाब जामुन
काफी हानिकारक खाने हैं क्यों की ये फ्राई हैं और इसमें काफी ज्यादा मात्रा चीनी की है, लेकिन आगे ये लिखना भूल गए की ये सिर्फ उनके लिए हानिकारक है जिन्हे दिन भर बिस्तर पर पसारना है या कुर्सी पर लेट कर ac केबिन से दूसरे के ऊपर आर्डर चलाना है, आप को पता होना चाहिए जलेबी और दही का नाश्ता बहुत हाई कैलोरी होता है मतलब नाश्ता किया और 12 बजे तक फुरसत, तो दिन भर दौड़िए इसे खा कर
इस खाने को हानिकारक बता कर हमे यकीन दिलवाया की ये खराब है और है मान भी गए
और कुछ मीठा हो जाए के नाम पर चॉकलेट लोगो को देने लगे बच्चन साहब भेंट में चॉकलेट दे रहे हैं और वो भी जिसे 6 महीने पहले बनाया गया था, बच्चन साहब को तो करोड़ों रुपए मिले हैं चीनी और plam oil से बने चॉकलेट देने के लिए आप को मिले हैं क्या ?
बल्कि देखा जाए तो शुद्ध देसी घी से बनी जलेबी चॉकलेट से ज्यादा हेल्दी ऑप्शन है लेकिन हमे जलेबी देने में शर्म आयेगी क्यों की ये तो गांव के लोगो के तौर तरीके हैं
लेकिन मेरी बात मानिए सुबह सुबह जलेबी खाइए दोस्तों को भी खिलाइए यकीन मानिए भारत की हर एक मिठाई अपने आप में यूनिक हैं कोई भी और मीठा पदार्थ इसकी जगह नही ले सकता
नया साल पर मै तो दबा कर खाऊंगा और आपको पोस्ट पढ़ कर जलेबी से जुड़ी पुरानी यादें ताजा हो गई हो तो कमेंट कर के जरूर बताइए
नया साल मुबारक हो जलेबी से कुछ मीठा हो जाए