03/08/2025
हरियाणा में कॉंग्रेस की राजनीति जैसे मैं समझ पाया!
--------
1) केंद्रीय नेतृत्व के बलबूते कॉंग्रेस हरियाणा में सरकार नहीं बना सकती!
2) राज्य स्तर पर श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सबसे मजबूत नेता, पर अकेले अपने दम पर सरकार बनाने की क्षमता नहीं!
3) केंद्रीय नेतृत्व असमंजस की स्थिति में, हुड्डा का विकल्प तैयार नहीं कर पाई!
4) कॉंग्रेस का राज्य स्तर पर एक गुट हुड्डा जी के खिलाफ, पर उनमें आपस में भी किसी एक नाम पर सहमति नहीं!
5) कुछ विधानसभा क्षेत्रों में हुड्डा जी के विरोधी ताकतवर, पर वो मुख्यमंत्री के पद के लिए हुड्डा जी का नाम प्रस्तावित करने को तैयार नहीं!
6) हुड्डा जी भी केवल अपने साथियों को ही विधानसभा के लिए पार्टी टिकेट दिलवाने को प्रयासरत !
7) हुड्डा जी,शैलजा जी, सुरजेवाला जी, चो बीरेंदर सिंह जी सभी मुख्यमंत्री की दौड़ में! सम्भावना न होने पर एक दूसरे के उम्मीदवारों का अंदरुनी खाने विरोध!
8) गुटबंदी के कारण संगठन का न बन पाना!
9) दूसरे दलों द्वारा हुड्डा जी पर भाजपा से मिले होने का प्रचार!
10) जो भी कार्यकर्ता किसी भी गुट के साथ न होकर कॉंग्रेस का प्रचार करता है, उसकी स्थिति पार्टी में अति दयनीय! उसको कोई भी नेता भाव नहीं देता!
11) नेताओं द्वारा पार्टी की केंद्रीय नीतियों का प्रचार कम, आपसी गुटबंदी के कारण एक दूसरे की शक्ति को कम करने बारे ऊर्जा की अधिक खपत!
------------- जय प्रकाश काम्बोज चौधरी ( हरियाणा की राजनीति के अध्ययनकर्ता व विश्लेषक की वाल से यानि उनकी दिवार से