13/05/2025
परमाणु बम का कहर: विज्ञान से जुड़ी कुछ चौंकाने वाली बातें
क्या आप जानते हैं कि जब परमाणु बम फटता है, तो वह करीब 100 सूरजों जितनी तेज रोशनी पैदा करता है?
जहाँ यह ब्लास्ट होता है, वहां 100 किलोमीटर तक लोग अंधे हो सकते हैं सिर्फ इसकी चमक से।
खबरों के अनुसार, विस्फोट के दौरान तापमान 10 लाख डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है — इतनी गर्मी में इंसान, पेड़-पौधे और इमारतें सब कुछ जलकर राख हो सकता है।
10 किलोमीटर के दायरे में तो कुछ भी नहीं बचेगा — न इमारतें, न पेड़। चारों तरफ आग भरी आंधी चलेगी, जिससे धरती तवे की तरह तपने लगेगी।
इस धमाके से उठने वाला आदल (फॉलआउट क्लाउड) रेडियोएक्टिव कणों को हवा में 100 किलोमीटर तक फैला सकता है, जिससे खतरनाक रेडिएशन फैलता है।
रिपोर्ट्स बताती हैं कि सिर्फ एक घंटे में 2 लाख लोगों की मौत हो सकती है।
विस्फोट के बाद सिर्फ कुछ सेकंड या मिनट ही बचने के लिए मिलते हैं — और ये भी इस पर निर्भर करता है कि आप ब्लास्ट से कितनी दूरी पर हैं।
परमाणु धमाके में कई खतरनाक चीजें निकलती हैं —
आयनकारी विकिरण, भयानक गर्मी, और तेज शॉकवेव।
इसमें गामा किरणें, न्यूट्रॉन, अल्फा कण, और इलेक्ट्रॉन शामिल होते हैं — जो शरीर और पर्यावरण दोनों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
सोचिए, ज़रा सी लापरवाही या युद्ध की एक गलत चिंगारी, इंसानियत के लिए कितनी भारी पड़ सकती है।