
23/06/2025
उच्च न्यायालय की #ग्वालियर खंडपीठ में डॉ. #भीमराव_आंबेडकर की प्रतिमा लगाने के मुद्दे ने एक नया राजनीतिक मोड़ ले लिया है। प्रतिमा स्थापना को लेकर न्यायालय में अब तक निर्णय नहीं हो पाया है, लेकिन शहर में अब संविधान निर्माण को लेकर एक नई बहस खड़ी हो गई है।
शहर के प्रमुख चौराहों पर हाल ही में लगे होर्डिंग्स में संविधान निर्माण में डॉ. आंबेडकर की भूमिका पर परोक्ष रूप से सवाल उठाते हुए कर्नाटक के बीएन राव को प्रमुख शिल्पकार बताया गया है। इन होर्डिंग्स में साफ लिखा गया है कि #संविधान निर्माण अनेक विभूतियों का योगदान है, फिर एक व्यक्ति का गुणगान क्यों? यह पोस्टर सामाजिक न्याय रक्षा मोर्चा ने लगाए गए हैं, जो पहले एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में सामने आया था।
इन होर्डिंग्स में डॉ #राजेंद्र_प्रसाद और #बीएन_राव के छाया चित्र लगाए गए हैं। सवाल उठाया गया है कि संविधान के अनुच्छेदों को लिखने वाले बीएन राव जैसे बुद्धिजीवियों को क्यों भुला दिया गया? मोर्चा का दावा है कि लोगों को यह बताना जरूरी है कि संविधान किसी एक व्यक्ति का नहीं है। यह कई महान लोगों का संयुक्त योगदान है।