
08/05/2025
मैं एक बेपरवाह सामान्य सा लड़का था...फिर एक दिन जौहरी की भांति तुम मिली...और मुझे तराश कर विशिष्ट बना गयी...परन्तु अब जब तुम साथ नहीं हो तो मैं स्वयं का सामान्य अस्तित्व भी भूल बैठा हूं...और धीरे धीरे अकेलेपन...आवारापन...बेवड़ेपन की ओर अग्रसर होता चला गया...हो सके तो संभाल लो मुझे आकर...😌🖤