Shreya Lekhika

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Shreya Lekhika शौहरत के लिए बिक जाऊँ इतनी सस्ती जान नहीं हूँ
और हर कोई मुझे समझ ले इतनी भी आसान नहीं हूँ

©श्रेया The page is about,poems, gazals, muktak and lot more...

वो जानते हैं कैसे जलते हैं...
13/07/2025

वो जानते हैं कैसे जलते हैं...

सही है न😬              Shreya Lekhika
07/07/2025

सही है न😬

Shreya Lekhika

21/06/2025

जय श्री कृष्णा 🙏, कान्हा ki असीम कृपा 🙏🙏🙏🙇🙇🙇💐💐💐

((मेरी चुटकियाँ))

मुझे उम्मीद है चुटकियां उसके पाठकों को जरूर लुभाएगी, मै आप सभी का दिल से शुक्रिया करती हूँ, हर दिन हर पल मेरा हौसला बढ़ाने के लिए और मुझे याद दिलाने के लिए, की "तुम भी हो", और "तुम कर सकती हो"
मेरे अस्तित्व में जान डालने और प्रेम से उसे सींचने के लिए आप सभी का दिल की गहराइयों से आभार 🙏🙏

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हम अपनी चाहतों के रंग बदल के देखते हैं ....©Shreyaa Vaishnav                              #
08/06/2025

हम अपनी चाहतों के रंग बदल के देखते हैं ....

©Shreyaa Vaishnav

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मायके में मां की अहमियत____________________________मायके में माँ की अहमियत क्या होती है,ये वो हर स्त्री बता सकती हैजो जा...
05/06/2025

मायके में मां की अहमियत

____________________________
मायके में माँ की अहमियत क्या होती है,
ये वो हर स्त्री बता सकती है
जो जाती तो है सबसे मिलने
पर माँ उसकी वो अंतरंग होती है
जो उसे बारीकी से पढ़ भी लेती है
और गढ़ भी लेती है
उसके चेहरे पे उभरी उन चंद लकीरों को
जो आखिरी बार मिलने पर नहीं थी
वो एक ही नज़र में पढ़ लेती है
मां की गोद ये वो बिस्तर है
जो हर उम्र की स्त्रियों
की पहली चाहत होती है
उनका वो बालों में उंगलियां घुमा कर
सुलाना, सर दुखने पर दबाना
रूखे बालों पर आंवला अरेठा का नुस्खा लगाना
और बहुत पतली हो गई हो कह कर
खूब सारा खिलाना
यार मां संसार की वो खूबसूरत
आत्मा है जिसके सामने
परमात्मा भी नतमस्तक हैं
क्योंकि होती ही है वो अंतर्यामी
संवेदनशील जो बच्चों की हर कथा
हर व्यथा, बिन सुने बिन जाने
झट से समझ लेती है
और फिर प्यार से दुलार के
गुदगुदा के मना भी लेती है
और बना भी देती है टूटे हुए
उस दिल को फिर से नया
जो हंसना, मुस्कुराना भूल जाता है

घर में घुसते ही आँखों की जो चमक है
वो मां है, कुछ न मिलने पर
दूर से भी जो ढूंढ के दे दे, वो
मां है।
ससुराल में मां न होकर भी होती है
उसके नुस्खे, उसके तरीके
सब्जी की कटाई या पूरियों की गोलाई
कपड़े में कलफ, या बर्तन में चमक
सब माँ की समझाइश का परिणाम ही तो है
अगले घर जाएगी का वो ताना
जीवन के ताने बाने बुनने में काम आता है
यार क्या लिखें और क्या छोड़ दें
माँ पर लिखना मतलब बहुत कुछ
न लिख पाना है
बस इतना ही समझ आता है
की माँ है तो हम हैं
माँ नहीं तो हम कुछ भी नहीं
शुक्रिया माँ
मेरी माँ होने के लिए

Shreyaa Vaishnav

टूट टूट कर इतना सँवर गए यारों...Shreya Lekhika
04/06/2025

टूट टूट कर इतना सँवर गए यारों...

Shreya Lekhika

कौन कहता है बालों की चांदी खराब होती हैकरीने से इसे पहनो तो आफ़ताब होती है ......Shreya Lekhika
31/05/2025

कौन कहता है बालों की चांदी खराब होती है
करीने से इसे पहनो तो आफ़ताब होती है ......

Shreya Lekhika

              Shreya Lekhika
24/05/2025

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