16/10/2025
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. लखनऊ में 13 साल के विवेक नाम के बच्चे की मोबाइल गेम खेलते-खेलते मौत हो गई. बच्चे के परिवार के अनुसार, विवेक फ्री फायर गेम खेलने का आदी था. बुधवार को वह घर में अकेला था, तब वह लगातार मोबाइल पर गेम खेल रहा था. विवेक की बहन के अनुसार, जब वह कमरे में गई तो उसका भाई विवेक बिस्तर पर पड़ा हुआ था और मोबाइल पर फ्री फायर गेम चल रहा था.डॉक्टरों के अनुसार, यह एक सडन मौत का मामला माना जा रहा है, जिसमें मोबाइल या कंप्यूटर पर गेम खेलते-खेलते गेमर की अचानक मौत हो जाती है. चलिए अब आपको बताते हैं कि सडन गेमर डेथ क्या होती है और इसमें अचानक मौत कैसे हो जाती है. डॉक्टरों के अनुसार, मोबाइल या कंप्यूटर पर गेम खेलते-खेलते अचानक हुई मौत को सडन गेमर डेथ कहा जाता है. इसमें न तो किसी प्रकार की चोट लगती है और न ही किसी के साथ झगड़ा होता है. अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिसर्च के अनुसार, दुनियाभर में ऐसे करीब 24 मामले सामने आए हैं, जहां लोग लगातार गेम खेलते हुए मौत के शिकार हुए हैं. इन मौतों में एक मौत 1982 और बाकी 23 मौतें 2002 से 2021 के बीच हुई थी. सडन गेमर डेथ के शिकार ज्यादातर पुरुष हुए थे. वहीं मरने वालों में सभी की उम्र 11 से 40 साल के बीच में थी और ज्यादातर मामले दक्षिण पूर्व एशिया के देशों से आए हैं. रिसर्च के अनुसार, गेमिंग के दौरान कई लोग कई घंटों तक बिना रुके एक ही जगह पर बैठे रहते हैं. इसी दौरान ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट बढ़ जाती है, जिससे शरीर पर दबाव बढ़ता है. कई लोग मानते हैं कि छोटे-छोटे ब्रेक लेने से फर्क पड़ता है लेकिन ऐसा नहीं है इसमें छोटे-छोटे ब्रेक लेने से भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है.
सडन गेमर डेथ के मामलों में मुख्य कारण
अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिसर्च के अनुसार, दुनियाभर में सडन गेमर डेथ के मामलों में मुख्य कारण फेफड़ों में खून का थक्का जमना, ब्रेन हेमरेज या ब्रेन ब्लीड और हार्ट रिदम में गड़बड़ी रहा है.