Desh Ki baat

Desh Ki baat Contact information, map and directions, contact form, opening hours, services, ratings, photos, videos and announcements from Desh Ki baat, Media/News Company, Muzaffarnagar.

yha prr public ko aware karne or students ko siksh*t karna or janta ki awaaz deshhit or janhit m bulland krna hi desh ki baat ka ek matrr lakshya h or media ka satik vislashan

एक्टर सुशील गौड़ा ने किया सुसाइड
09/07/2020

एक्टर सुशील गौड़ा ने किया सुसाइड

हीरो साईकिल की कंपनी ने चीन को दिया 900 करोड़ का झटका .............हीरो साईकिल की कंपनी ने चीन के साथ होने वाली 900 करोड़ ...
09/07/2020

हीरो साईकिल की कंपनी ने चीन को दिया 900 करोड़ का झटका .............

हीरो साईकिल की कंपनी ने चीन के साथ होने वाली 900 करोड़ की व्यापारिक डील रद्द कर दी
है। हीरो कंपनी के चैयरमेन और मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज मुंजाल ने तीन महीने तक चलने वाली चीन के साथ व्यापार संबधी डील को रद्द कर दिया है। उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि इन दिनों चीन से भारत के रिश्ते बहुत ज्यादा ख़राब है इसलिए भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को मद्देनजर रख कर ऐसा किया जा रहा है और भारत को आत्मनिभर भारत बनाने में व्यापारिक कंपनिया भी पूरा समर्थन देती दिखाई पड़ रही है।




03/07/2020
03/07/2020

अंतर जनपदीय तबादले आखिर इन् पर रोक क्यों लगा दी गयी है क्या सरकार अब इतनी ज्यादा खुदगर्ज़ हो चुकी है की सरकारी कर्मचारियों को भी परेशानी से निजात दिलाने की बजाय और उल्टा उन्हें मौत के मुँह में धकेल रही है जब कोरोना जैसी भयावह बीमारी से निजात पाने और बचने के लिए सब अपने घर की और दौड़ तब सरकार अंधी हो चुकी है और अंतर जनपदीय तबादलों पर सरकार रोक लगा चुकी है मै सरकार से पूछता हु की क्या नौकरी करने वाले लोगो के और उनके परिवार के पास सुरक्षा कवच है जो उन लोगो को आपने LOCKDOWN में UPDOWN जैसा तोहफा दे डाला आखिर सरकार का विवेक कहा चला गया है
जब 69000 शिक्षको की भर्ती पर रोक नहीं है तो अंतर जनपदीय तबादलों पर रोक क्यों? क्या सरकार हमे कोरोना से बचाना चाहती है या फिर कोरोना मरीज़ बनाने के इंतजाम में लगी हुई है


अब डिप्रेशन का खेल खत्मसबसे पहली बात डिप्रेशन दिन पर दिन इस मानसिक बीमारी से ग्रसित व्यक्ति चुनौतियो का सामना कर रहे है ...
27/06/2020

अब डिप्रेशन का खेल खत्म
सबसे पहली बात डिप्रेशन दिन पर दिन इस मानसिक बीमारी से ग्रसित व्यक्ति चुनौतियो का सामना कर रहे है और कुछ की जिंदंगी की पतंग कट चुकी है अब हमें देखना यह है कि हम इससे कैसे निजात पा सकते ह। सबसे पहले तो आप किसी से भी ज्यादा बात ना करे क्योकि वही आपकी पहली और आखरी गलती होगी कुछ लोग दूसरों के विचारो से आहत होकर डिप्रेशन में चले जाते है ।
दूसरी बात आप लोग डिप्रेशन से बचने के लिए कुछ सामान्य उपाय कर सकते है जैसे जो व्यक्ति ऑफिसियल वर्क करते है या जो भी कार्य करते है उसे अपनेआप पर हावी न होने दे क्योकि तब भी आप डिप्रेशन में जा सकते है ।
डिप्रेशन एक घातक बीमारी है जो आम लगती है मगर समस्या बड़ी है क्योकि आप देख रहे है आय दिन डिप्रेशन के कारण लोग आत्महत्या के शिकार हो रहे है।
तीसरी बात अगर आप म्यूजिक सुन्ना पसंद करते है या फिर अगर पसंद नहीं करते तब भी आप म्यूजिक सुने उससे डिप्रेशन के ग्रसित व्यक्तियों को लाभप्रद परिणाम देखने को मिलेंगे और जल्द ही डिप्रेशन से उबर पाने में सहायता प्राप्त होगी म्यूजिक में मेरी सलाह होगी की आप देश भक्ति गीत या गाने , धुन आदि ज्यादा सुने जिससे आप को मोटिवेशन भी मिलेगी ।
चौथी बात डिप्रेशन के शिकार व्यक्ति को यह हमेशा ज्ञात होती है कि वह अजीब सा व्यवहार कर कर रहा है उसे तभी चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए ताकि अगर बात गंभीर हो तभी उसे आसानी से हल किया सा सके
पांचवी बात कोई भी बात ज्यादा लंबे समय तक अपने दिमाग में ना रखे इसका मतलब ये बिलकुल नही की अपने सामान्य जीवन की बात भी आप याद न रखे मेरा आपसे यहां प्रायः अभिप्राय है कि फालतू की चीजे दिमाग में न रखे जैसे आस पड़ोस की नेगेटिव बाते
छठी बात कभी भी फेलियर से आमना सामना हो या तो 10 , 12वी कक्षा में फ़ैल होना या फिर ग्रेजुएशन में तब भी हिम्मत मत हारो क्या पता कुछ अच्छे के लिए ही हुआ हो ऐसा भी तो हो सकता है ना । अब बात आती है जॉब करियर की तो यहां तो पहले से ही लाइन लगी है मगर हिम्मत मत हारो क्या पता आप की जिन्दगी में कुछ बड़ा लिखा हो
सातवी बात
ये बात सबसे जरूरी है ये मत सोचो की आप अगर अपनी आजीविका चलाने के लिए कुछ कार्य कर रहे है और आपके आस पास रहने वाले व्यक्ति आपको कह रहे होंगे यार तू भी क्या कर रहा है तो उनकी बातो को इग्नोर करो एक कान से सुनो दूसरे से निकल दो क्योकि वह चाहते ही है कि आप उनकी बात सुनके अपने रास्ते से भटक जाओ और डिप्रेशन में चले जायो ये आप पर निर्भर करता है कि आप अपना विवेक जाग्रत रखें और उन मूर्खो को अपनी बुद्धिमता से मात दे । एक लाइन और कहूंगा कि "कार्य कोई भी हो वह छोटा नही होता छोटी तो उन लोगो की सोच होती है जो नाकारात्मक तर्क देकर आप को बरगला लेते है" जिससे आप फिर डिप्रेशन में चले जाओ।
- सौरभ शर्मा
लेखक


"अभी यह पोस्ट पूरी नहीं बल्कि कुछ तथ्यों से वंचित है इसलिए वह आप अगली पोस्ट में पढ़ पाएंगे "

30/04/2020

हम कोरोना को हराएंगे घर से बाहर नहीं जाएंगे कसम हमें इस मिट्टी की
हम यह देश नहीं मिटने देंगे
यह देश नहीं झुकने देंगे
please this video support on youtube
https://youtu.be/ZS8uxSTp0Tc




28/04/2020

Fight against Coronavirus
बीमारी है लाइलाज डब्ल्यूएचओ ने कहा महामारी नाम है corona कहते हैं corona वायरस नाम तो सुना ही होगा

चीन के वुहान नामक शहर से निकलने वाला कोरोनावायरस आज हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए एक श्राप साबित हो चुका है

बंद हुए मंदिर बंद हुई मस्जिदें भगवान और खुदा के घर पर है ताला
कोरोनावायरस का पहरा हर तरफ चप्पे-चप्पे पर
कैसे बच पाए इंसान बेचारा

ज्ञान विज्ञान सब है नतमस्तक कोरोना के आगे
अब बस बचा है तुम्हारा आशियाना
तुम्हारा घर
जो पहाड़ बनकर खड़ा है कोरोना के आगे
बच सकते हो तो बच लो घर पर रहकर कोरोना से
यही मात्र उपाय है तुम बेबस इंसानों के आगे
अपने घर में रहकर
अपने घरों को तुम बचाए रखना
मेरे देश को तुम कोरोना से बचाए रखना

मजबूरी हो कितनी भी
नुकसान हो चाहे कितना भी

अपने बूढ़े मां बाप के कंधों को तुम लाशों के ढेर से बचाए रखना

कैद हो जाओ अपने घर की दीवारों में तुम
मेरे भारत को बचा सकते हो तो बचा लो तुम

जो मर गए अब उन्हें वापस ला नहीं सकते
कम से कम जो जिंदा हैं उन्हें तो कोरोना से बचा लो तुम

जो डर गया वह समझो बच गया













भारत में मौसम विभाग द्वारा अल’र्ट , इन राज्यों में चे’तावनी जा’री 21 अप्रैल के बीच जा’न का ख’तरा.....जम्मू-कश्मीर पर एक ...
16/04/2020

भारत में मौसम विभाग द्वारा अल’र्ट , इन राज्यों में चे’तावनी जा’री 21 अप्रैल के बीच जा’न का ख’तरा.....

जम्मू-कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ बनने की वजह से उत्‍तर भारत के अधिकांश हिस्‍सों में मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आंधी पानी के साथ बारिश की आशंका है। यही नहीं कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ भारी बौछारें या ओले गिरने की भी संभावना है। ऐसे में जब खेतों गेहूं की फसल पक कर तैयार है मौसम का बिगड़ा मिजाज किसानों की समस्‍याओं को और भी बढ़ा सकता है।

हिमाचल प्रदेश में यलो अल’र्ट जा’री.....

समाचार एजेंसी पीटीआइ ने मौसम विभाग के ह’वाले से बताया है कि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कई इलाकों में 17 अप्रैल को आंधी पानी के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने 17 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश के लिए यलो अल’र्ट (yellow alert) जा’री किया है। मौसम विभाग ने चे’तावनी जा’री करते हुए कहा है कि बेहद खराब मौसम के कारण लोगों की जा’न को खतरा हो सकता है। मौसम विभाग के शिमला केंद्र की मानें तो आगामी 16 अप्रैल से 21 अप्रैल तक बारिश हो सकती है। विभाग ने 17 अप्रैल के लिए यलो अल’र्ट जा’री किया है।

जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में बारिश संभव.......

मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली निजी एजेंसी स्‍काइमेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश के आसार हैं। इन राज्‍यों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी जबकि कुछ स्थानों पर भारी बौछारें या ओले पड़ने की आशंका है। ऐसे में जब खेतों में गेहूं की फसल पक कर तैयार है आंधी पानी के चलते किसानों की मुश्किलें बढ़ सकती है। यही नहीं उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम के कुछ हिस्सों और मेघालय में भी बारिश के आसार हैं।

पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में आंधी........

स्‍काईमेट वेदर की मानें तो पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश या धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। यही नहीं केरल, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में भी कहीं-कहीं पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। दूसरी ओर गुजरात में लू चलने की स्थितियां बन रही हैं। समाचार एजेंसी पीटीआइ की मानें तो पश्चिम महाराष्‍ट्र और मराठवाड़ा में गरज चमक के साथ आंधी पानी के आसार हैं। मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के मुताबिक, कोल्‍हापुर, सतारा, सांगली, सोलापुर, परभणी, बीड़, हिंगोली, नांदेड़, लातूर और ओस्‍मानाबाद में आंधी पानी की संभावना है।

दिल्‍ली में 40 के पार पारा.............

मौसमी उतार-चढ़ाव के बीच बुधवार को भी दिल्लीवासियों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा। तेज धूप दिन चढ़ने के साथ-साथ और तीखी होती गई। मौसम विभाग के मुताबिक न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है। अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस रहा, यह भी सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से शुक्रवार को मौसम कुछ करवट ले सकता है। कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। पिछले सालों की ओर देखें तो 15 अप्रैल की तिथि में इतना अधिक तापमान 2011 के बाद से कभी नहीं रहा।

19 की रात और 20 को दिन में बारिश......

प्रादेशिक मौसम पूर्वानुमान केंद्र, दिल्ली के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि 18 और 19 को फिर से तेज गर्मी पड़ेगी, लेकिन 19 की शाम से पश्चिमी विक्षोभ का असर दोबारा देखने को मिलेगा। इसके चलते 19 की रात और 20 को दिन में बारिश होने की संभावना रहेगी। 21 अप्रैल से मौसम पुन: गर्म होने लगेगा और तापमान भी बढ़ने लगेगा। दिल्ली के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास भी रहा। मौसम विभाग के अनुसार पालम में अधिकतम तापमान 40.8, जबकि आयानगर में 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

16/04/2020

देश में कोरोना के 12380 मरीज, पिछले 24 घंटे में 941 नए केस: स्वास्थ्य मंत्रालय

ZOOM APP का इस्तेमाल करने वाले हो जाएं सावधान, गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरीकेन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जार...
16/04/2020

ZOOM APP का इस्तेमाल करने वाले हो जाएं सावधान, गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी कर इस ऐप के इस्तेमाल में सावधानी बरतने की सलाह दी है.
नई दिल्ली: लॉकडाउन (Lockdown) के चलते जहां दुनिया के ज्यादातर देशों में लोग अपने घरों में बैठने को मजबूर हैं, वहीं कई कंपनियां इन दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए जूम ऐप का इस्तेमाल कर रही हैं. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों से एक बार में ही वीडियो चैट के जरिए बातचीत की जा सके.

लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक जूम ऐप से पर्सनल डाटा को आसानी से चोरी किया जा सकता है. ऐसे में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी कर इसके इस्तेमाल में सावधानी बरतने की सलाह दी है.

रिपोर्ट के मुताबिक जूम ऐप इंड टू इंड इंक्रिप्टेड नहीं है. जिसके चलते इसे आसानी से हैक भी किया जा सकता है. केन्द्र सरकार ने इस ऐप के जरिए होने वाली किसी भी सरकारी मीटिंग पर रोक लगा दी है.

देश में कोरोना के 12380 मरीज, पिछले 24 घंटे में 941 नए केस: स्वास्थ्य मंत्रालय

देखा जाए तो टिक टॉक और जूम के ज्यादातर सरवर चीन में हैं, जिसको लेकर सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं भी हैं. जर्मनी और दूसरे कुछ देशों ने इसके इस्तेमाल पर पहले से ही रोक लगा रखी है.

गृह मंत्रालय ने निजी क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को जूम ऐप के इस्तेमाल पर कुछ गाइडलाईन भी जारी की हैं, जिसके मुताबिक जूम का प्रयोग करने से बचने की सलाह दी गई है. मीटिंग के दौरान जूम के इस्तेमाल से पहले नई यूजर आईडी, पासवर्ड का इस्तेमाल किया जाए.

इसके अलावा वेटिंग रूम फीचर को एनेबल करें, जिससे अवांछित लोग कॉन्फ्रेंस में शामिल न हो सके. ज्वाइन ऑप्शन को डिसेबल कर दें. स्क्रीन शेयरिंग का ऑप्शन सिर्फ होस्ट के पास रखें. किसी व्यक्ति के लिए रीज्वाइन का ऑप्शन बंद रखने की सलाह दी गई है. इसके अलावा फाइल ट्रांसफर के ऑप्शन से बचने की सलाह दी गई है.
जूम पर जर्मनी, ताइवान, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर ने बैन लगा दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियों में गूगल (google), स्पेसएक्स, टेस्ला, नासा और न्यूयॉर्क के एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने भी इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है.

जूम ऐप (Zoom app) के सीईओ ने ऐप में मौजूद सुरक्षा खामियों को लेकर माफी मांगी है. सीईओ इरिक युआन ने कहा कि हम इस ऐप की खामियों को जल्द दूर कर लेंगे. कंपनी ने एक ई-मेल के जरिए सफाई में कहा कि जूम अपने यूजर की सेफ्टी को लेकर काफी गंभीर है.

मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस, हो सकती है उम्र कैद.............अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्लीUpdated Thu, 16...
16/04/2020

मौलाना साद के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस, हो सकती है उम्र कैद.............

अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Updated Thu, 16 Apr 2020 01:33 AM IST

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने तब्लीगी जमात के चीफ मौलाना साद कांधलवी व अन्य मौलानाओं के खिलाफ दर्ज एफआईआर में गैर इरादतन हत्या की धारा भी जोड़ दी है। ऐसे में मौलाना साद समेत सभी आरोपियों को अग्रिम जमानत लेना मुश्किल हो जाएगा।
अपराध शाखा ने मौलाना साद समेत 17 लोगों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा था। इनमें से मौलाना साद समेत 11 ने खुद को क्वारंटाइन बताया था। हालांकि मौलाना साद का क्वारंटाइन खत्म हो गया है। ऐसे में अब उसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जाएगा।

नई धारा जुड़ने से बढ़ गई हैं मौलाना की मुश्किलें.......

तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद की मुश्किलें दिल्ली पुलिस की तरफ से गैर इरादतन हत्या की धारा लगाने के बाद और बढ़ जाएंगी। इसके चलते निजामुद्दीन स्थित मरकज में जमातियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से गायब मौलाना के खिलाफ दर्ज मुकदमा अब ज्यादा संगीन हो गया है।

अपराध शाखा में 31 मार्च को दर्ज किए गए मुकदमे में मौलाना साद और अन्य लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम और आईपीसी की धारा 269, 270,271 व 120 बी के तहत कार्रवाई की गई थी। इन सभी धाराओं में बहुत संगीन जुर्म नहीं बनता है और ये सभी जमानती धाराएं थीं।

लेकिन अपराध शाखा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान मरकज में किए जा रहे कार्यों से लोगों व देश को मौत के मुंह में धकेले जाने की कोशिश सामने आई है। सबूत मिलने के बाद अपराध शाखा ने दर्ज एफआईआर में आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) की धारा जोड़ दी। इसके तहत आरोप सिद्ध होने पर मौलाना साद आदि को कम से कम 10 साल और अधिकतम उम्र कैद की सजा मिल सकती है।

जमातियों पर की गई है देशभर में कार्रवाई.....

निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम में कम से कम 9000 जमाती शामिल हुए थे, जो बाद में देश के विभिन्न हिस्सों में प्रचार के लिए निकल गए और महामारी फैलती चली गई। दिल्ली इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। यहां पर मंगलवार तक कुल 1561 संक्रमितों में से 1080 जमाती थे। मरकज में पुलिस कार्रवाई के दौरान ही करीब 2300 जमातियों को निकालकर क्वारंटीन किया गया था। पूरे देश में मरकज में शामिल रहे जमातियों की पहचान करने का अभियान चलाया गया, जिसके तहत विभिन्न राज्य सरकारों की मदद से 25,500 जमातियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों को क्वारंटीन किया जा चुका है।

मरकज की प्रारंभिक जांच हो चुकी है पूरी......

दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने 14 अप्रैल को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए अपने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें तबलीगी मरकज का मुद्दा उठा था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुलिस आयुक्त को बताया कि मरकज मामले की शुरुआती जांच व वेरीफिकेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब दूसरे स्तर की वेरीफिकेशन चल रही है। पुलिस आयुक्त ने संबंधित सीनियर पुलिस अधिकारियों को मरकज मामले की जांच पर नजर रखने का कहा है।

12/04/2020
फर्जी खबर चलाने की वजह से ABP, Zee और India TV के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस ने दर्ज़ किया केस.................................
11/04/2020

फर्जी खबर चलाने की वजह से ABP, Zee और India TV के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस ने दर्ज़ किया केस.............................................

महाराष्ट्र पुलिस ने ABP न्यूज के मुख्य संपादक अशोक सरकार, रोमाना ईसार खान, रूबिका लियाकत, india tv के रजत शर्मा, और zee news के सुधीर चौधरी पर फर्जी खबर दिखाने के कारण केस दर्ज किया है।
तबलीगी जमात को लेकर लगातार सोशल मीडिया पर अफवाहों का माहौल गर्म है. मीडिया में झूठी खबर फैलाने का सबसे बड़ा काम ज़ी न्यूज़ ग्रुप कर रहा है, इसके अलावा पिछले कुछ दिनों से कुछ चैनल लगातार झूठी खबर फैलाने का नया प्रपोगेंडा चला रहे है ये सभी चैनल धर्म विशेष के खिलाफ ख़बर चलकर टीआरपी का खेल खेल रहे है अब इन चैनलों की पहचान होने लगी साथी साथ हमें यह भी पता लगता जा रहा है कि कौन कौन से चैनल टीआरपी की होड़ में झूठी खबरें समाज के सामने परोस रहे हैं और नकारात्मकता फैला रहे हैं।

07/04/2020

जब इंदिरा ने अमेरिका से कहा था- औकात में रहो, कभी भी भारत को आदेश देने की हिम्मत मत करना...........................................
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सरकार को धमकी दी है। उन्होंने कहा कि अगर भारत सरकार कोरोना से लड़ने वाली दवा अमेरिका को निर्यात नहीं करती, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

अमेरिका की इस धमकी के बाद भारत सरकार दवा को निर्यात करने के लिए तैयार हो गई है। सरकार के इस कदम की आलोचना हो रही है। लोग ट्रंप कि धमकी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद कर रहे हैं। दरअसल, इंदिरा गांधी ने अपने समय में भारत को धमकी देने वाले बड़े देशों को चेतावनी दी थी।

इंदिरा गांधी की इसी बेबाकी को याद करते हुए कांग्रेस के पूर्व सांसद राकेश सचान ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अख़बार की कटिंग को ट्वीट करते हुए लिखा, “एक समय था जब इंदिरा जी ने अमेरिका से कहा था, ‘औकात में रहो कोई भी भारत को आदेश देने का दुस्साहस न करे। एक समय है जब हमारे पीएम ने वहां के राष्ट्रपति पर सौ करोड़ खर्च भी किया और अब वो हमे धमकी दे रहे हैं।”
ग़ौरतलब है कि कोरोना से लड़ने में मलेरिया की दवाई हाइड्रोऑक्सिक्लोरोक्विन काफ़ी कारगर साबित हो रही है। भारत इस दावा को बड़ा निर्यातक है। ऐसे में इस दावा की सप्लाई के लिए अमेरिका ने पिछले महीने भारत से बात की थी। लेकिन भारत में भी कोरोना का प्रकोप बढ़ने पर सरकार ने इसके निर्यात पर रोक लगा दी थी।

भारत के इस फैसले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकीभरे अंदाज़ में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी से रविवार सुबह इस मुद्दे पर बात की थी। अगर वे दवा की आपूर्ति की अनुमति देंगे तो हम उनके इस कदम की सराहना करेंगे। अगर वे सहयोग नहीं भी करते हैं तो कोई बात नहीं, लेकिन उन्हें इसका अंजाम भुगतना होगा।
ट्रंप की इस धमकी के बाद भारत सरकार दवा की आपूर्ति के लिए तैयार हो गई। विदेश विभाग के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ हमेशा से सहयोग किया और बेहतर संबंध रखे। कई देशों में भारत के लोग रह रहे हैं, कोरोना के चलते उन्हें निकाला गया। मानवीयता के आधार पर सरकार ने फैसला लिया कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन और पैरासिटामॉल को पड़ोस के उन देशों को भी भेजा जाएगा

30/03/2020

कैसे धर्मो की तरफ अंधाधुंध झुकाव की वजह से भिखारी बनते भारत के नागरिक .........
भारत एक लोकतान्त्रिक देश है लेकिन हिंदुस्तान में जब कोई भी बच्चा जन्म लेता है तो उसे जन्म लेने के पश्चात एक धार्मिक प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है जिसे हिन्दुओ में नामकरण और मुस्लिमो में इस्लाम धर्म के अनुसार उसका नाम रखा जाता है। सभी धर्मो में बचपन से ही बच्चो को भारत मे ईश्वर , अल्लाह , गॉड या भगवान की आराधना करना सिखाते है। फिर धीरे - धीरे वह बच्चा बड़ा होता है और दुनिया में अपने आस-पास के व्यक्तियों को देखता है की हर व्यक्ति भगवान से कुछ न कुछ मांग रहा है। कोई दान पेटी में पैसे डालकर तो कोई प्रसाद चढ़ाकर , कोई मस्जिद में चादर चढ़ाकर या फिर पीर पर चादर चढ़ाकर कुछ ना कुछ मांग रहा है ईश्वर से अल्लाह से और विभिन्न विभिन्न प्रकार के धर्मो की प्रक्रिया के अनुसार विभिन्न विभिन्न प्रकार के लोग ईश्वर से कुछ ना कुछ फल की इच्छा लिए बस मांगे जा रहे है जैसे की कोई जीवन से ग्रसित , लाचार , बेबस भिखारी मांगता है।
फिर वह बच्चा भी ईश्वर से पहली बार कुछ मांगता है खिलौने वगैरह जब इन्तजार करने पर उसे कोई खिलौना नज़र नहीं आता तब वह अपने माता - पिता के पास जाकर कहता है की आप तो कह रहे थे की भगवान से जो भी मांग लो वह बड़ा दयालु है सबको जो कुछ मांगे वही दे देता है। फिर तभी उस बच्चे के माता - पिता बिना समय गवांये उसे खिलौने लेकर देते है और कहते है की ये सब ईश्वर , अल्लाह , भगवान ने ही लेकर हमे दिए है फिर उस बच्चे का वहम् यकींन में बदल जाता है की वाकई ईश्वर है और उससे कुछ भी मांग लो वह आसानी से जो मांगो वह दे देता है।
इसके तत्पश्चात वह बडा हो जाता है युवावस्था में आ जाता है और वैसे ही ईश्वर से भीख मांगने का सिलसिला जारी रहता है और फिर बाद में समाज के लोग इसे भक्ति और ईश्वर के प्रति विश्वास की तरह बताते है। क्या ? आपको नहीं लगता की आपका आत्मविश्वास कमजोर है। आज धर्म की आड़ में यही ढोंग चल रहा है। मेरा व्यक्तिगत और समाज के अनुरूप ऐसा विचार है की आज हिंदुस्तान के व्यक्ति धर्मांद होकर धर्म के गुलाम और भिखारी बन चुके है मंदिर , मस्जिद , गुरुद्वारे में जो लोग ईश्वर से भीख मांग रहे है वह लोग यह जान ले की क्या कभी आप लोग अपने बच्चो को यह भी सिखाते है की आप सबकी मदद करे किसी के साथ दुर्व्यवहार ना करे , क्या ? कभी भूखे पेट लोगो को खाना खिलाने के लिए कभी आप मंदिर में घंटा बजाने वालों या मस्जिद में अजान करने वाले अंध भक्तों के हाथ उठते है। मंदिर मेरे अनुसार अच्छी जगह तो है लेकिन सिर्फ एक कार्य के लिए वो है की आप मंदिर में जाये मगर सिर्फ सर झुकाने क्योकि यहां से हमे सिर्फ यही प्ररेणा मिलती है की कभी कभी हमे अपने स्वाभिमान को एक तरफ रख कर अपने अंदर घमंड को पैदा ना होने दे। और स्वयं को ही सर्वश्रेष्ठ ना समझे सभी धर्म भी हमे यही सिखाते है। उसके लिए जो धर्मो का गलत उपयोग किया जा रहा है उसका क्या ?
इसलिए मेरा व्यक्तिगत विचार है की मै मंदिर नहीं बल्कि असहाय और बेसहारा लोगो की मदद और भूखे पेट लोगो को खाना खिलाना शायद उस मंदिर की लोहे की दान पेटी में पैसा डालने से बेहतर समझता हूँ।
मेरी सलाह है की आप भी मंदिर मस्जिद जाकर भिखारी ना बने बल्कि गरीबों की मदद कर पुण्य कमांए ।

सोशल मीडिया का अस्तित्व खतरे में......सोशल मीडिया एक ऐसी आधुनिक तकनीक है। जिसने लोगो को एक जगह ला खड़ा किया है। इस तकनीक ...
24/03/2020

सोशल मीडिया का अस्तित्व खतरे में......

सोशल मीडिया एक ऐसी आधुनिक तकनीक है। जिसने लोगो को एक जगह ला खड़ा किया है। इस तकनीक से दूर बैठे किसी भी व्यक्ति से हम आसानी से अपने मन की बात कह सकते है। इसके द्वारा हम अपने अनुभवों को दूसरे व्यक्तियों के साथ बाँट सकते है। इस तकनीक ने जंहा भ्रष्टाचार और कुशासन के खिलाफ लोगो की सोच को एक आम सोच बनाया। वही दूसरी ओर इस तकनीक का फायदा उठाते हुए कुछ अराजक लोगो ने भड़काऊ कंटेंट और तस्वीरें डालकर देश अखंडता पर ही चोट करने की कोशिश की। आजकल सोशल मीडिया एक ऐसे सूखे जंगल की तरह हो चुकी है। जिसमे थोड़ी चिंगारी लगने की देर है आग अपने-आप पुरे जंगल में फ़ैल जाएगी ओर ध्वस्त कर देगी। असम में दो समुदायों के बीच झड़पो की घटनाओ की गूंज इन्ही सोशल मीडिया वेब्सीटेस पर भी दिखाई दी। जिसकी लपट आगे चलकर मुंबई , बेंगलुरु , चेन्नई , हैदराबाद में भी दिखी जिस तरह से बहुत बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक तस्वीरें और कंटेंट सोशल मीडिया पर जारी किये गए। उससे तो इसके आस्तित्व पर ही सवाल खड़े हो चुके है सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर कुछ लोगो का कहना है की लोग अपने फायदे के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे है। उनकी भड़काऊ तस्वीरें लोगो को विचलित कर रही है यह सोशल मीडिया का ही नतीजा है की बेंगलुरू से भारी संख्या में पुर्वोत्तर के लोगो का पलायन हुआ। एसएमएस के जरिये लोगो को धमकिया दी जा रही है ताकि अफरातफरी का माहौल पैदा किया जा सके । सरकार द्वारा बहुत देर बाद आँखे खोली गयी और जांच की जाने लगी तब ऐसे खबरें आने लगी की इनके इस्तेमाल में पाकिस्तान के कुछ शरारती तत्वों का हाथ है। इसलिए देश की एकता और अखंडता को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबन्ध लगाना या फिर कानून के दायरे में लाना बहुत जरूरी है। वही दूसरी तरफ कुछ लोगो का मनना है की सोशल मीडिया पर नियंत्रण लोगो के अभिव्यक्ति के अधिकारों के साथ खिलवाड़ है। उनका मानना है की यह वही माध्यम है जिसने मिस्र और लीबिया में अराजकता और कुशासन के खिलाफ लोगो को एकजुट किया कुछ सालो की तनाशाही या अधिनायकवाद शासन प्रणाली को उखाड़ फेका। यह सोशल मीडिया ही था जिसने भारत में अन्ना के नेतृत्त्व में भ्रष्टाचार के खिलाफ जन आंदोलन खड़ा किया इसलिए सरकार को अपनी ख़ुफ़िया एजेंसियो की नाकामी का ठीकरा सोशल मीडिया पर नहीं फोड़ना चाहिए। यदि इन पर आपत्तिजनक तस्वीरें व कंटेंट डाले जा रहे है तो सरकार को ऐसा तरीका इजाद करना चाहिए। जिससे इस पर रोक भी लगाई जा सके और लोगो के अधिकारों पर आंच भी न आये।

भारत का लोकतंत्र                         एक मज़ाक ...भारत , इंडिया , हिंदुस्तान , आर्यावर्त इन अनेको नाम से पूरी दुनिया /...
24/03/2020

भारत का लोकतंत्र
एक मज़ाक ...

भारत , इंडिया , हिंदुस्तान , आर्यावर्त इन अनेको नाम से पूरी दुनिया / विश्व में विख्यात भारतवर्ष पूरी दुनिया में पहचाना जाता है यह एक विकासशील देश / मुल्क है. साथ ही भारत के लोकतंत्र का डंका भी विश्वभर में गौरवान्वित महसूस कराता है. पर पता नहीं क्यों आजकल यह भारत का लोकतंत्र बेबस सा नज़र आ रहा है. क्योकि आजकल भारत के लोगो का भरोसा लोकतंत्र , संविधान , न्यायपालिका पर नहीं रहा हिन्दुत्व की ओर खिसकता जा रहा है. इसे हिंदुत्व कहना भी पाप होगा. क्योकि हिन्दू कोई धर्म नहीं बल्कि जीवन जीने की एक पद्धति है जिसकी आड़ में कुछ गिने चुने व्यक्ति ज़हर घोलकर भारत के संविधान ओर लोकतंत्र को ताख पर रखकर भारत के लोगो की आँखों में धूल झोंक रहे है . तमाम सरकार आती है और सत्ता पर काबिज़ होते ही सब कुछ भूल जाती है. और फिर भारत के लोगो को गुलाम बनाकर चली जाती है. पहले ७० साल तक कांग्रेस ने भारत के नागरिको से अपना उल्लू सीधा किया और जन के हाथ छलावे के शिवा ओर कुछ ना लगा इसके पश्चात् अब भारतीय जनता पार्टी भी हिंदुत्व का दिखावा कर भारत के लोकतंत्र और संविधान की धज्जियाँ उड़ा रही है भारत के संविधान का मज़ाक बना रही है. आखिर भारत का लोकतंत्र एक मज़ाक ही तो बनकर रह गया है. भारत में ये संविधान एक बेटी को न्याय नहीं दिला पाया क्योकि आजकल हिंदुस्तान के लोगों को भीड़तंत्र के फैसले पर जायदा भरोसा हो गया है इन गंदी राजनीति करने वाले राजनेताओ की वजह से आज भारत के लोगो का जटिल विश्वास कमजोर पड़ गया है संविधान और लोकतंत्र के प्रति. मासूमो को बरगला कर आज कॉपी , किताब या कलम की जगह पत्थर और पेट्रोल बम थमा दिए है इन ज़हरीले नेताओ ने. आज वास्तव में शहीद-ऐ-आज़म भगत सिंह , राजगुरु, चंद्रशेखर आज़ाद ,अशफ़ाक़ुल्ला खा जैसे जाबाज़ शहीद वाकई में मर चुके है. क्योकि यह सिर्फ भारत को अंग्रेजो की गुलामी से आज़ाद ही नहीं कराना चाहते थे. वह चाहते थे की भारत को सिर्फ चंद अमीर लोग ना चलाये . ताकि भारत में फिर से गरीबो को गुलामी की ज़ंजीरो में ना जकड़ लिया जाये .जब से भारत अंग्रेजो की गुलामी से आज़ाद हुआ है तब से भी गरीबो को ही गुलामी झेलनी पड़ रही है और जब भारत अंग्रेजो का गुलाम था तब भी गरीबो को ही गुलामी की जंजीरो ने जकड़ा हुआ था. बार - बार संविधान और लोकतंत्र की दुहायी देने वाले नेता ही लोकतंत्र की धज्जिया उड़ा रहे है .उनके लिए कोई रोक - टोक नहीं अगर कोई आम-आदमी देश को बचाने की या फिर अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करने की कोशिश करता है तो उसे देशद्रोही करार दे दिया जाता है यही लोकतंत्र यही संविधान यही न्यायलय एक बलात्कार हुई बेटी को न्याय दिलाने में दस-दस , बीस-बीस , पचास-पचास साल लगा देता है .लेकिन एक राजनीतिक बयान या गुनाह के अपराध में फंसे हुए राजनेता के लिए आधी रात को भी कोर्ट फैसला सुना देता है. संज्ञान ले लेता है. तमाम नेताओ को बचाने के लिए एक-एक दिन में तुरंत फैसला सुना देता है. ये लोकतंत्र का मज़ाक नहीं तो ओर क्या है . नहीं चाहिए ऐसी आज़ादी इस आज़ादी से अच्छी तो वो गुलामी थी .

Address

Muzaffarnagar
251202

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Desh Ki baat posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Desh Ki baat:

Share