
07/09/2025
न्याय का सवाल — जनता के दरबार में:- जिस मामले में मुन्ना शुक्ला जी को हाई कोर्ट ने निर्दोष माना, उसी में लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान उनकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण वो राजनीतिक साज़िश के शिकार बन गए। माननीय रमा देवी जी के बयान के अनुसार,माननीय अमित शाह जी के दबाव में सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें आजीवन कारावास की सज़ा दे दी गई। अगर यही न्याय है — तो फिर राजो सिंह जी, ब्रह्मेश्वर मुखिया जी, छोटन शुक्ला जी, मेयर समीर जी, और हेमंत शाही जी की हत्या का क्या? क्या उनकी मौतें भगवान के शब्दभेदी बाण से हुई थीं? या फिर सबूतों की कमी ने उन्हें न्याय से वंचित कर दिया? इन सभी मामलों में कोई ठोस सबूत नहीं मिला, तो फिर मुन्ना शुक्ला जी के मामले में जहाँ हाई कोर्ट को सबूत नहीं मिले, वहीं सुप्रीम कोर्ट को कैसे मिल गए? अगर सुप्रीम कोर्ट को सबूत मिल सकते हैं, तो फिर इन सभी हत्याओं में भी सबूत इकट्ठा कर न्याय देना चाहिए। इनको न्याय कब मिलेगा? क्या न्याय सिर्फ़ चुनिंदा चेहरों के लिए है? Munna Shukla