09/09/2025
नकली हस्ताक्षर से 11.53 लाख का तेल घोटाला, थानेदार पर आरोप
सदर थाना क्षेत्र के दिघरा में स्थित एक पेट्रोल पंप के स्टाफ ने मनियारी थानेदार के नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर 11 लाख 53 हजार रुपये का पेट्रोल और डीजल हड़प लिया। पंप मालिक अविनाश चंद्र, जो माड़ीपुर जैतपुर कॉलोनी के रहने वाले हैं, उन्होंने इस मामले में अपने ही स्टाफ अंकित कुमार उर्फ धीरज (निवासी- महमदपुर आलम, थाना मनियारी) के खिलाफ सदर थाने में एफआईआर कराई है। जांच की जिम्मेदारी दारोगा संजय कुमार को सौंपी गई है। पुलिस आरोपित अंकित से पूछताछ कर रही है।
पेट्रोल पंप मालिक ने पुलिस को बताया कि मनियारी थाना के वाहनों को उनके पंप से ईंधन दिया जाता है। इस बीच उनकी मां कैंसर से पीड़ित हो गईं, जिसके कारण उन्होंने पंप का पूरा हिसाब-किताब देखने की जिम्मेदारी अपने स्टाफ अंकित को सौंप दी। लेकिन जब मां की तबीयत संभलने के बाद उन्होंने खुद हिसाब चेक किया तो पता चला कि सितंबर 2024 से अगस्त 2025 तक मनियारी थाना के वाहनों को दिए गए ईंधन का कुल बकाया 26 लाख 59 हजार 649 रुपये है। जांच में सामने आया कि इस बकाए में से मनियारी पुलिस ने 14 लाख 72 हजार 640 रुपये चेक के जरिए और 33 हजार 616 रुपये नकद चुकाए हैं। बाकी 11 लाख 53 हजार 392 रुपये की मांग करने पर थानेदार और पुलिस कर्मियों ने दिए गए कूपन को फर्जी करार दे दिया।
थानेदार ने स्पष्ट किया कि कूपन असली नहीं है और उस पर किया गया हस्ताक्षर भी जाली है। इस मामले में जब आरोपी अंकित से पूछताछ हुई तो वह सही-सही जवाब नहीं दे सका। उसका कहना था कि कूपन थाने से आए थे और उसी आधार पर इंधन दिया गया। वहीं, पंप मालिक ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि अंकित कुमार ने थानेदार का फर्जी हस्ताक्षर कर कूपन जारी किए और डीजल सप्लाई दिखाकर रकम का गबन कर लिया। इस पर सदर थानेदार अस्मित कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।