07/10/2025
स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव की तैयारी तेज — जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने 24 कोषांगों के साथ की समीक्षा बैठक
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मुजफ्फरपुर।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने की दिशा में जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने मंगलवार को समाहरणालय सभागार में जिला स्तर पर गठित 24 कोषांगों के नोडल एवं वरीय पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कोषांगवार कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और सभी अधिकारियों को निर्वाचन आयोग की मार्गदर्शिका का अक्षरशः पालन करने, तथा पूरी जवाबदेही, निष्ठा और समर्पण भाव से चुनाव कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता पर “जस्ट बीफोर टाइम” के सिद्धांत पर निष्पादित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने सभी रिटर्निंग ऑफिसर (RO) और सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (ARO) को RO हैंडबुक का गहन अध्ययन करने और उसके अनुरूप कार्य संपादित करने को कहा। बैठक के दौरान अधिकारी से उनके कार्य एवं दायित्व के बारे में जानकारी ली गई।
साथ ही, जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि बुधवार को सभी निर्वाची एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारियों के लिए विशेष प्रशिक्षण का आयोजन किया जाए, जिसमें EVM/VVPAT की हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है कि निर्वाचन प्रक्रिया को आयोग के निर्देशानुसार पूर्ण निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ संपन्न किया जा सके। इस प्रशिक्षण सत्र में नामांकन प्रक्रिया से लेकर मतदान और मतगणना तक प्रत्येक चरण को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए अधिकारियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया जाएगा।
यद्यपि उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया को अब पूरी तरह व्यवस्थित, समयबद्ध और पारदर्शी बना दिया गया है। नामांकन के दौरान शुल्क भुगतान, शपथ पत्र, एवं आवश्यक दस्तावेजों को डिजिटल माध्यम से प्रस्तुत किया जा सकता है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिले में 9 चेक पोस्टों को शुक्रवार से ही एक्टिव किया जाए। प्रत्येक चेक पोस्ट पर सीसीटीवी कैमरा की स्थापना, दंडाधिकारी की तैनाती, वाहन जांच हेतु ट्रॉली की व्यवस्था, और कर्मियों का प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि चेक पोस्टों पर वाहनों की सघन तलाशी लेकर शराब, धनराशि और अवैध शस्त्र की निगरानी की जाएगी ताकि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके।
यद्यपि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में तीन चेक पोस्ट स्थापित करने की योजना तैयार की गई है। वहीं, जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा 4207 वाहनों का आकलन किया गया है, जिसमें छोटे-बड़े सभी प्रकार के वाहन शामिल हैं। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने वाहनों की समुचित टैगिंग करने का निर्देश दिया ताकि निर्वाचन कार्य में वाहनों की उपलब्धता समय पर सुनिश्चित की जा सके।
2. निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता का नया आयाम — नामांकन प्रक्रिया, सिंगल विंडो सिस्टम और डायल 1950 से बढ़ी सुगमता
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आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को निष्पक्ष, पारदर्शी और जनसुविधा केंद्रित बनाने के लिए निर्वाचन आयोग ने कई तकनीकी और प्रशासनिक नवाचार लागू किए हैं। इनमें नामांकन प्रक्रिया का डिजिटलीकरण, सिंगल विंडो सिस्टम की स्थापना, और डायल 1950 हेल्पलाइन जैसी पहल शामिल हैं, जो चुनावी पारदर्शिता और सुगमता को नए आयाम दे रही हैं।
सिंगल विंडो सिस्टम: एक ही स्थान पर सभी चुनावी सुविधाएँ
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जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सिंगल विंडो सिस्टम की तैयारी की समीक्षा करते हुए कहा कि यह प्रणाली उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रक्रिया को अत्यंत सहज बनाएगी।
सिंगल विंडो सिस्टम के अंतर्गत उम्मीदवारों को प्रचार वाहन पास, सभा एवं जुलूस की अनुमति, पोस्टर-बैनर लगाने की स्वीकृति, तथा अन्य प्रशासनिक मंजूरियाँ एक ही स्थान से प्राप्त होंगी।
इस प्रणाली के माध्यम से सभी आवेदन एकीकृत पद्धति से दर्ज, जांच और स्वीकृत किए जायेंगे, जिससे पहले की जटिल प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, समयबद्धता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि सिंगल विंडो केंद्र के लिए स्थल चिन्हित कर काउंटर बनाए जाएँ, कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाए और सभी आवश्यक तकनीकी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँ ताकि उम्मीदवारों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
डायल 1950: मतदाताओं के लिए 24 घंटे सक्रिय हेल्पलाइन
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निर्वाचन आयोग की “डायल 1950” हेल्पलाइन मतदाताओं और आम नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण सेवा के रूप में कार्यरत है।
इसके माध्यम से मतदाता अपने मतदान केंद्र, ईवीएम/VVPAT, मतदान प्रक्रिया, आचार संहिता, या किसी भी निर्वाचन संबंधी जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं।
यह हेल्पलाइन 24 घंटे सक्रिय रहती है और प्रत्येक शिकायत पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि डायल 1950 को पूर्णतः सक्रिय और जवाबदेह रखा जाए ताकि मतदाताओं की हर शिकायत और सुझाव का त्वरित समाधान हो सके।
समाहरणालय सभागार के ऊपरी तल पर निर्वाचन व्यय सेल, एमसीएमसी, सोशल मीडिया सेल और डायल 1950 के रूप में एक इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम संचालित रहेगा। उन्होंने उप निर्वाचन पदाधिकारी को आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
3. आदर्श आचार संहिता के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु सख्त कार्रवाई — पोस्टर-बैनर हटाने का अभियान तेज
विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता पूरे जिले में लागू हो गई है।
इसकी प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विशेष निगरानी अभियान शुरू किया गया है।
जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि आचार संहिता लागू होते ही सभी सरकारी भवनों, सार्वजनिक परिसरों, सड़कों, स्कूलों, अस्पतालों, पंचायत भवनों, बिजली खंभों, बस स्टैंडों और अन्य सार्वजनिक स्थलों से राजनीतिक पोस्टर, बैनर, झंडे और होर्डिंग्स हटाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
“पब्लिक प्रॉपर्टी डिफेसमेंट एक्ट” के तहत सार्वजनिक संपत्ति पर किसी भी प्रकार की लिखावट या प्रचार सामग्री लगाना दंडनीय अपराध है। इस कानून के अंतर्गत दोषी पाए जाने पर जुर्माना एवं कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम, नगर परिषद और सभी अंचलों में विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो पोस्टर-बैनर हटाने की कार्रवाई कर रही हैं।
साथ ही, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों और थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि अपने-अपने क्षेत्र में लगे सभी राजनीतिक प्रचार सामग्री को तत्काल प्रभाव से हटवाएँ।
इस अभियान में जनसहभागिता को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित किसी भी घटना की सूचना सी-विजिल ऐप या हेल्पलाइन नंबर 1950 पर दें ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके।
जिला प्रशासन का यह सख्त रुख न केवल चुनावी पारदर्शिता और निष्पक्षता की गारंटी है, बल्कि यह लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा का भी प्रतीक है।
आचार संहिता का पालन सुनिश्चित होने से जनता का प्रशासन पर विश्वास बढ़ेगा और चुनाव की गरिमा अक्षुण्ण बनी रहेगी।
निर्वाचन आयोग द्वारा लागू की गई ये तीन प्रमुख व्यवस्थाएँ — नामांकन की डिजिटल प्रक्रिया, सिंगल विंडो सिस्टम और डायल 1950 हेल्पलाइन — लोकतांत्रिक प्रणाली में पारदर्शिता, जवाबदेही और जनसुविधा का नया अध्याय जोड़ रही हैं।
इन उपायों से न केवल उम्मीदवारों के लिए कार्य आसान हुआ है, बल्कि आम मतदाताओं को भी चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी और जानकारी का अधिकार सशक्त रूप में प्राप्त हुआ है।
मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन पूरी तत्परता के साथ आगामी विधानसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है।