
04/09/2025
स्कूल का नाम सुनते ही अगर आपके बच्चे का मूड खराब हो जाता है, वह बीमार होने का बहाना करने लगता है या फिर चिड़चिड़ा हो जाता है, तो यह सामान्य डर से कहीं ज्यादा हो सकता है। यह स्कूल एंग्जाइटी या स्कूल जाने के तनाव का संकेत (School Anxiety Symptoms) हो सकता है। एक पेरेंट के तौर पर इस स्थिति को पहचानना और समय रहते इसका सही तरीके से सामना करना बेहद जरूरी है। यह एक ऐसी मनोदशा है, जहां बच्चा स्कूल जाने, वहां के माहौल या किसी खास स्थिति के बारे में इतना ज्यादा घबराने लगता है कि इसका सीधा असर उसके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने लगता है। सबसे पहला और जरूरी कदम है बच्चे से बात करना। उस पर सीधे सवाल न दागें जैसे "तुम्हें स्कूल से डर क्यों लगता है?" इसके बजाय, प्यार से पूछें, "मैंने देखा तुम आज सुबह उदास लग रहे थे, क्या बात है? क्या मैं तुम्हारी मदद कर सकता हूं?" उसकी बात को बिना टोके सुनें और उसकी भावनाओं को वैलिडेट करें। उसे यह एहसास दिलाएं कि उसका डर वाजिब है और आप उसके साथ हैं। अपने बच्चे की परेशानी के बारे में क्लास टीचर, स्कूल काउंसलर या प्रिंसिपल से बात करें। शिक्षक अक्सर कक्षा में बच्चे के व्यवहार पर एक अलग नजरिया रखते हैं। वे बच्चे को होने वाली किसी बुलिंग, पढ़ाई के दबाव या सामाजिक अलगाव के बारे में बेहतर बता सकते हैं।