02/11/2025
जंगल में चुनाव है ,डाकू उम्मीदवार हैं ....
अमेरिकन इलेक्शन कमीशन ने घोषणा किया कि जंगल
में भी चुनाव होगा। घोषणा के बाद जंगल के सभी जानवर ख़ुश थे। सबसे ज्यादा गदहे खुश हो रहे थे, क्योंकि उसे पता था चुनाव में पांच सौ हजार लेकर,दारू पीकर, गांजा पिकर वोट करना ही हमारा धर्म है। उस जंगल में एक बुद्धिमान पशू भी रह़ता था, उसके सुझ बुझ से कई बार बाहरी हमले से सुरक्षा मिला था। वह जल जंगल जमीन की रक्षा की बातें करता था, अमेरिका के पूंजीपति उसकी हत्या करवाना चाहते थे, उसके विचार अब्राहम लिंकन, बाबासाहेब आंबेडकर, बली प्रथा के विरोधी कबीर साहब से मिलता जुलता था। जंगल के सभी जानवर उसे जाम्बंद कहते थे .....
एक दिन चुनाव से पहले सभी जानवर जाम्बंद के पास पहूंचे और सब मिलकर आग्रह किया कि आप हमारे शुभचिंतक हैं, आपके सुझाव की जरूरत है। जांबंद ने कहा "आपलोग जानते है कि जंगल के पेड़ काट कर ग्लोबल वार्मिंग के ख़तरे हमारे सामने सामने है, पेड़ पौधों के काटने से जानवर ही नहीं मानव भी खतरे में है। सोच समझ कर वोट करें ताकि आपके वोट से जंगल को सुरक्षा मिले । उम्मीदवार ऐसा न हो जो सिर्फ़ व्यापारी हो , जो जंगल के सभी सरकारी कार्यालयों पर, अधिकारी पर उसी का कब्जा कर ले, या खुद को उत्तर अमेरिका का मुख्यमंत्री समझता हो। '".
जांबंद के पास हुए बैठक में नारदजी भी भेष बदलकर सून रहे थे। चुकि तिनों लोको के वे पत्रकार हैं। उनको श्रृष्टिकर्ता ब्रह्मा, पालन कर्ता विष्णु , देवो के देव महादेव ने याद किया। नारद जी प्रकट हुए तो तिनो देवताओं ने एक साथ सवाल किया 'बताओ धरती पर क्या हो रहा है "
नारद जी का जवाब था 'जंगल में चुनाव है, शहर का डाकू उम्मीदवार हैं !'
खबर सुनकर तिनों देवता बेहोश हो गए, उम्मीद है चौदह नंबर 2025 तक होश में आ जाये.... व्यंग्यात्मक लेख Dinesh sahni Azad Gandhi (Muzaffarpur,Bihar)
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