26/11/2025
तथा कथित कोई IAS के द्वारा माताओं-बहनों के खिलाफ की गई अभद्र बातें सिर्फ अपमान नहीं, बल्कि पूरे समाज की गरिमा को ठेस पहुँचाने वाली घटना हैं। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इतने गंभीर मामले पर BJP या अन्य कोई दल के कई नेता अब तक खुलकर सामने नहीं आए। क्या समाज का सम्मान सिर्फ चुनावी भाषणों तक सीमित है?
जब किसी समुदाय की महिलाओं पर हमला होता है और नेतृत्व की आवाज़ तक नहीं उठती, तो जनता के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या हम सिर्फ वोट के समय ही मायने रखते हैं? सम्मान और सुरक्षा कोई लाभ-हानि का सौदा नहीं, यह किसी भी सभ्य समाज की नींव होती है।
आज जरूरत है कि BJP समेत हर बड़ा राजनीतिक दल साफ तौर पर बताए कि वह महिलाओं और हर समुदाय की गरिमा की रक्षा के लिए कितनी गंभीरता से खड़ा है। सम्मान पर चुप्पी नेतृत्व की विश्वसनीयता को कमजोर करती है। जनता यह देख रही है—और याद भी रखेगी।