
26/09/2025
कटौती गांव का मेघवाल परिवार बना मिसाल
गरीबी कोई बाधा नहीं, शिक्षा और मेहनत से परिवार के 8 सदस्य पहुंचे सरकारी सेवा में
मेड़ता सिटी (तेजाराम लाडणवा )
"मेहनत करने वालों के लिए गरीबी या अमीरी कोई मायने नहीं रखती" — इस बात को सच कर दिखाया है नागौर जिले के छोटे से ग्राम कटौती के एक साधारण मेघवाल परिवार ने। खेती-बाड़ी करने वाले स्व. रत्ना राम मेघवाल ने भले ही जीवन में आर्थिक कठिनाइयाँ देखीं हों, लेकिन अपनी सोच और शिक्षा पर जोर देकर उन्होंने परिवार की तस्वीर ही बदल दी।
आज यही परिवार पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा है, क्योंकि इस परिवार के अब तक सात सदस्य सरकारी सेवाओं में कार्यरत थे और अब उनका पौत्र अनिल कुमार मेघवाल रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) में उप निरीक्षक पद पर चयनित होकर आठवाँ सरकारी कर्मचारी बन गया है।
रत्ना राम के बड़े पुत्र राजस्थान रोडवेज में कंडक्टर हैं, दूसरा पुत्र श्रीराम अजमेर में RPF हैड कांस्टेबल हैं और तीसरा पुत्र व पुत्रवधु राजस्थान सरकार में डीडवाना में सेवा दे रहे हैं। इनके पौत्रों में दो शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं जबकि नंदकिशोर नगर निगम अजमेर में सेवाएँ दे रहे हैं। अब अनिल कुमार के चयन ने पूरे परिवार और गांव को गर्व से भर दिया है।
कटौती गांव में खुशी का माहौल है। लोग कह रहे हैं कि यह परिवार युवाओं के लिए जीता-जागता उदाहरण है कि लगन, शिक्षा और मेहनत से किसी भी कठिनाई को हराया जा सकता है।
यह परिवार साबित करता है कि शिक्षा ही हर ताले की चाबी है और सपनों को सच करने का सबसे मजबूत हथियार भी।