26/10/2025
88 साल पहले आया था हिमाचल प्रदेश का पहला ट्रक, कुल्लू के लाला रल्लूमल सोहल थे मालिक
विनोद भावुक। कुल्लू
हिमाचल प्रदेश की कुल्लू घाटी में वर्ष 1937 को एक ऐसा कदम उठाया गया, जिसने उस समय के कठिन परिवहन-परिस्थितियों में बदलाव का बीजारोपण किया। उस समय हिमाचल प्रदेश में पहला ट्रक खरीदा गया था। इस ट्रक के मालिक थे लाला रल्लूमल सोहल। सोहल परिवार ट्रक ट्रांसपोर्ट संचालन करने वाला पहला परिवार बन गया।
कुल्लू उस समय ब्रिटिश पंजाब के कांगड़ा जिला की तहसील सड़कों-पुलों की कमी थी, वाहनों का आना-जाना बहुत सीमित था। कुल्लू के सोहल परिवार ने इस चुनौती को अवसर में बदलते हुए 1937 में अपने व्यापार-परिवहन के लिए ट्रक लाने का निर्णय लिया।
1937 मॉडल का शेवरलेट ट्रक
सूत्रों के मुताबिक यह ट्रक 1937 शेवरलेट मॉडल था और इसने कुल्लू की घाटियों में पहाड़ी परिवहन में एक क्रांति के रूप में नई पहल की। जिस दौर में वाहन के तौर पर पैदल सफर अथवा खच्चर उपलब्ध थे, यह ट्रक हिमाचल प्रदेश में पहली मोटर-वाहन पहल का प्रतीक बन गया।
इस ट्रक ने कुल्लू की घाटियों को जोड़ने, मालवाहन को आसान बनाने और आगे बनने वाले रोड नेटवर्क के विकास में भूमिका निभाई। कठिन भौगोलिक परिस्थियां और जोखिम के बीच सोहल परिवार की यह पहल उस समय की उद्यमिता की मिसाल बन गई।
88 साल बाद 97,200 ट्रक
mysterioushimachal.wordpress.com के मुताबिक जब कुल्लू में सड़कें न के बराबर थीं, उस वक़्त एक ट्रक ने संकरे पहाड़ी रास्तों पर अपना दम दिखाया। 1937 में कुल्लू के सोहल परिवार के ट्रक ने यहाँ की घाटियों को हिलाकर रख दिया।
तब क्या किसी ने सोचा होगा कि अगले 88 साल में ट्रक परिवहन माल वाहक के तौर पर इस पहाड़ी प्रदेश में रीढ़ की हड्डी बन जाएगा। साल 2000 के आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में 97,200 ट्रक पंजीकृत हैं और बिलासपुर और सोलन में ट्रक सबसे ज्यादा हैं।