14/06/2023
गाजियाबाद में आजकल काफी मामले नशा मुक्ति केंद्र से संबंधित प्रकाश में आ रहे हैं. जानकारी के अनुसार गाजियाबाद के अंदर कई नशा मुक्ति केंद्र बिना लाइसेंस के चल रहे हैं जिसमें से दो नशा मुक्ति केंद्र प्रशासन के द्वारा बंद करा दिए गए हैं और आय दिन नशा मुक्ति केंद्र में रहने वाले मरीजों की शिकायतें गाजियाबाद जिले के मुख्य अधिकारियों के पास लगातार पहुंच रही हैं. जिसमें नशा मुक्ति केंद्रों के अंदर मरीजों के साथ मारपीट करना, परिवार को गुमराह करके पैसे वसूलना व अन्य स्वास्थ्य संबंधित जरूरत पड़ने पर केंद्रों पर किसी भी डॉक्टर की उपस्थिति ना होना, मरीजों को उनकी मर्जी के खिलाफ बंदी बनाकर रखना आदि शिकायतें अधिकारियों तक पहुंच रही हैं.
सबसे अधिक शिकायतें राजनगर सेक्टर 14 स्थित संभव नशा मुक्ति केंद्र की हैं जिसमे वहां से निकले मरीजों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि किस प्रकार वहां पर मरीजों के साथ जानवरों से भी बदतर व्यवहार किया जाता है. बात ना मानने पर वहां पर मारपीट होना एक आम बात है. कई लोगों ने मेडिकल समस्या के बारे में भी बताया कि वहां पर किसी भी प्रकार से चिकित्सा संबंधित कोई भी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है और मेडिकल के नाम पर परिवार वालों से पैसा वसूल कर लिया जाता है और किसी भी प्रकार की कोई दवाई नहीं दी जाती.
संभव नशा मुक्ति केंद्र की इतनी शिकायतें मिलने पर भी अभी तक कोई भी कार्यवाही किसी भी अधिकारी द्वारा नहीं की गई है. संभव नशा मुक्ति केंद्र में 30 मरीजों को रखने की अनुमति है पर वहां पर 60 से 70 लोगों को रखना आम बात है.
जनवरी से संभव नशा मुक्ति केंद्र के विरुद्ध कई शिकायतें मिल रही हैं पर निरीक्षण अधिकारी के द्वारा कभी भी इन सभी शिकायतों को लेकर कोई गंभीरता क्यों नहीं दिखाई गई?
ऐसी क्या मजबूरी है की कितनी शिकायतें मिलने पर भी स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की?
संभव नशा मुक्ति केंद्र से निकले मरीजों के द्वारा प्रशासन के प्रत्येक अधिकारी से अनुरोध है कि वह इस मामले पर जल्दी से जल्दी कार्रवाई करें.