01/12/2025
भारत ने एचआईवी/एड्स के खिलाफ जंग में ऐतिहासिक सफलता हासिल की है। विश्व एड्स दिवस के मौके पर जारी नई रिपोर्ट के अनुसार, देश में पिछले 15 वर्षों में न केवल नए एचआईवी संक्रमणों में भारी कमी आई है, बल्कि एड्स से होने वाली मौतों में भी महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 2010 की तुलना में भारत में नए एचआईवी मामलों में 48.7% की कमी आई है। यह गिरावट वैश्विक औसत से भी बेहतर मानी जा रही है। इसके साथ ही, एड्स से होने वाली मौतें भी 81.4% तक कम हो गई हैं, जो उपचार सुविधाओं और जागरूकता में तेजी से आई वृद्धि को दर्शाता है।
सरकार के नेशनल एड्स कंट्रोल प्रोग्राम (NACP) के तहत देशभर में टेस्टिंग, काउंसलिंग और उपचार सेवाओं का तेज विस्तार हुआ है। पिछले कुछ वर्षों में एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या में भी उल्लेखनीय इजाफा हुआ है, जिससे कई मरीज स्वस्थ जीवन जी पा रहे हैं।
सबसे उत्साहजनक प्रगति माँ-से-बच्चे में एचआईवी संक्रमण रोकने में हुई है, जहाँ 74% से अधिक कमी दर्ज की गई है। यह कदम भारत को 2030 तक एड्स-मुक्त समाज के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ाता है।
हालांकि चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं—जागरूकता की कमी, सामाजिक कलंक और समय पर इलाज न मिल पाना जैसी समस्याएँ—फिर भी भारत की यह उपलब्धि वैश्विक स्वास्थ्य जगत के लिए प्रेरणा बनी हुई है।
(1 December 2025)