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16/07/2025

Rajouri Police Band's Damake Dhar Performance During Bhagavat Katha at Jyoti Mata Ji Temple Tandwal Rajouri || 4 ‎May ‎2019 || Old Video

16/07/2025

Indian Soldiers Perform Motorcycle Stunts During the Rajouri Day in ALG Ground Rajouri on 13 ‎January 2019 || 13 ‎April ‎2019 || Old Video

16/07/2025

Indian Army Band Performance Rajouri Day in ALG Ground Rajouri || 13 ‎April ‎2019 || Old Video

16/07/2025

Rajouri || Thanamandi - Bafliaz Road Dekhe Halat Buri Hae || 16-7-2025

16/07/2025
15/07/2025

Radhish Sharma Senior BJP Leader Protested Against Shifting of Garbage Dumping Plant from Salani Bus Stand Area to Bela New Bus Stand. Radhish Sharma said that we are Tired of Speaking Against EO (Executive Officer) of Municipal Council Rajouri || 15-7-2025

15/07/2025

Doda में भीषण सड़क हादसा, यात्रियों से भरा वाहन खाई में गिरा, सात लोगों के मारे जाने की सूचना

जम्मू-कश्मीर में एक भीषण सड़क हादसा हुआ है। यहां यात्रियों से भरी एक टेंपो ट्रैवलर खाई में गिर गया। इस दुर्घटना में कई लोगों के मरने की आशंका है। टेंपो का नंबर JK064847 है। घटनास्थल पर कई शव दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल घटनास्थल पर बचाव टीम पहुंच गई है

14/07/2025

HISTORY OF RAJOURI || छह माह तक मौत के तांडव के बाद राजौरी में आई थी उम्मीदों की नई सुबह || 14-7-2025

कबाइलियों ने राजौरी शहर में घुसते ही लूटपाट शुरू कर दी थी। 7 नवंबर 1947 से आरंभ हुआ कत्लेआम 12 अप्रैल 1948 तक चलता रहा। 11 नवंबर 1947 को देश में आजादी के बाद पहला दीपावली का पर्व मनाया जा रहा था राजौरी खून की होली खेल रहा था...............................

जम्मू कश्मीर पर पाकिस्तान की बुरी नजर आजादी के बाद से ही थी। अक्टूबर 1947 में जम्‍मू कश्‍मीर को कब्‍जाने के लिए सेना के नेतृत्‍व में किया गया कबाइली हमला उसी साजिश का हिस्सा था। 26 अक्टूबर 1947 को महाराजा हरिसिंह के विलयपत्र पर हस्ताक्षर करते ही भारतीय फौज कश्मीर को संकट से बचाने के लिए श्रीनगर में उतर गई। कबाइलियों और उनके भेष में घुसे पाकिस्तानी सैनिकों को कश्‍मीर से खदेड़ा जाने लगा पर मीरपुर से आगे कबाइली राजौरी की ओर बढ़ आए। इसके बाद छह माह तक राजौरी में मौत का खेल खेला जाता रहा। भारतीय इतिहास में सबसे भीषण नरसंहार में से एक राजौरी में 30 हजार से अधिक हिंदुओं और सिखों का सड़कों पर कत्लेआम कर दिया गया। औरतें अस्मत बचाने के लिए कुएं में कूद गईं या जहर खाकर जान दे दी। 12 अप्रैल 1948 की रात तक यही सिलसिला चलता रहा और 13 अप्रैल की सुबह नया सवेरा लेकर आई और जब भारतीय सेना ने राजौरी को आतंक से मुक्त करवा लिया। हजारों कुर्बानियों को भले ही देश ने बिसार दिया हो लेकिन आज सेना इसे शौर्य दिवस के तौर पर मनाती है और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है।
कबाइलियों ने राजौरी शहर में घुसते ही लूटपाट शुरू कर दी थी। 7 नवंबर 1947 से आरंभ हुआ कत्लेआम 12 अप्रैल 1948 तक चलता रहा। हजारों लोग जान बचाने के लिए पहाड़ों और जंगलों में छिपे रहे। 11 नवंबर 1947 को देश में आजादी के बाद पहला दीपावली का पर्व मनाया जा रहा था और राजौरी कबाइलियों के जुल्म में जल रहा था। बताया जाता है कि एक दिन में तीन हजार से अधिक हिंदुओं और सिखों की हत्या कर दी गई। सिंह सभा और राष्ट्रीय स्वयं संघ के वीरों ने अपने परंपरागत हथियारों से जमकर लोहा लिया पर उनके हथियार भी अधिक समय तक साथ नहीं दे पाए और ज्यादातर योद्धा कबाइलियों से जूझते हुए शहीद हो गए।
उस समय राजौरी के तहसीलदार हरजी लाल हमला होते ही शहर में तैनात गोरखा राइफल के बीस जवानों को अपने साथ लेकर रियासी भाग गया। ऐसे में महीनों तक राजौरी को उसके हाल पर छोड़ दिया गया।
उस समय राजौरी के तहसीलदार हरजी लाल हमला होते ही शहर में तैनात गोरखा राइफल के बीस जवानों को अपने साथ लेकर रियासी भाग गया। ऐसे में महीनों तक राजौरी को उसके हाल पर छोड़ दिया गया।

भारतीय सेना ने राजौरी से मुक्त करवाने के लिए मुहिम पर निकली तो कबाइलियों के पैर अधिक देर नहीं टिक पाए। नौशहरा से पीछे हटते हुए पाकिस्तानी सेना ने पग-पग पर साजिशें रच रखी थीं लेकिन डोगरा रेजिमेंट के सेकेंड लेफ्टिनेंट राम राघोबा राणै के शौर्य और सूझबूझ के आगे हर साजिश विफल हो गई। भारतीय सेना के इंजीनियङ्क्षरग कोर में अधिकारी के तौर पर उन्हें 15 दिसंबर 1947 को उन्हें कमीशन मिला। पाकिस्तान सेना और कबाइलियों को राजौरी से खदेडऩे के लिए आठ अप्रैल 1948 को डोगरा रेजिमेंट के जवानों व अधिकारियों ने नौशहरा से राजौरी की तरफ मार्च किया था। पाकिस्तानी सेना ने रास्ते में बारूदी सुरंगें बिछा रखी थीं और पेड़ काटकर सड़क पर फेंक दिए थे। घायल होने के बावजूद राणै बारूदी सुरंगें हटाते हुए सेना के लिए रास्ता बनाते रहे।
उनकी बदौलत ही भारतीय सेना राजौरी में प्रवेश कर पाई। इसके लिए उन्हेंं शौर्य के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। उनके नाम से ही हवाई पट्टी है।
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THE NEWS BOOK LIVE TEAM
Reporter A***n Sharma
Video By :- Mustaf

14/07/2025

Now Garbage Dumping Has Started at Bela Colony Bus Stand instead of Salani Bridge, Rajouri Municipality is Now Dumping the City Garbage in Bela || 14-7-2025

अब सलानी पुल की जगह बेला कलोनी बस स्टैंड पर कूड़े की डंपिंग शुरू हो गई है ,नगर पालिका राजौरी अब बेले में डंप कर रही है शहर का कूड़ा

14/07/2025

Live Rain Rajouri

12/07/2025

HISTORY OF RAJOURI COMING SOON FULL VIDEO || 12-7-2025

09/07/2025

दिल्ली से पहुंची 316 गांवों की रिपोर्ट, राजोरी के हिस्से सबसे ज्यादा सड़कें, श्रीनगर रह गया खाली हाथ || 9-7-2025

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