Alag Najar "अलग नज़र "

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⬛ सरकारी अस्पतालों में नवजात के जन्म लेते ही मिलेगा बर्थ सर्टिफिकेट, ⬛ मध्य प्रदेश में नया सर्कुलर जारी,⬛ जिला कलेक्टरों...
23/06/2025

⬛ सरकारी अस्पतालों में नवजात के जन्म लेते ही मिलेगा बर्थ सर्टिफिकेट,
⬛ मध्य प्रदेश में नया सर्कुलर जारी,
⬛ जिला कलेक्टरों को व्यवस्था लागू करने के निर्देश,
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मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाले नवजातों को अब जन्म प्रमाण पत्र के लिए लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। राज्य के आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय ने सभी कलेक्टरों को एक अहम सर्कुलर जारी किया है। इस सर्कुलर में निर्देश दिए गए हैं कि अस्पताल से ही प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि आम लोगों को परेशान न होना पड़े
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=टीम अलग नजर=
( 23 जून 2025 सोमवार )
Collector Narsinghpur
PRO Jansampark Narsinghpur

⬛ सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में नरसिंहपुर जिले को मिला द्वितीय समूह में "ए" ग्रेडिंग,=======================...
23/06/2025

⬛ सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में नरसिंहपुर जिले को मिला द्वितीय समूह में "ए" ग्रेडिंग,
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सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण करने में नरसिंहपुर जिले को मध्यप्रदेश में द्वितीय समूह "ए" ग्रेडिंग प्राप्त हुई है। कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले द्वारा समय सीमा की बैठक और अन्य बैठकों में दिये गये निर्देशन में विभाग प्रमुख द्वारा सीएम हेल्पलाइन में संतुष्टि के साथ शिकायतों का निराकरण किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि जिले में माह मई- 2025 में कुल 5 हज़ार 908 शिकायतें प्राप्त हुईं थीं, जिनका 48.72 प्रतिशत संबंधित शिकायतकर्ता से संपर्क कर संतुष्टिपूर्वक निराकरण किया गया। इसके अलावा 50 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों का वेटेज 12.81 प्रतिशत, निम्न गुणवत्ता से बंद शिकायतों का वेटेज 9.8 प्रतिशत, नॉन अटेंडेंट शिकायतों का वेटेज 9.92 प्रतिशत है। इस प्रकार कुल वेटेज स्कोर 81.25 प्रतिशत रहा और जिले ने द्वितीय समूह में "ए" ग्रेड प्राप्त किया।
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=टीम अलग नजर=
( 23 जून 2025 सोमवार )
Collector Narsinghpur

⬛ नरसिंहपुर कलेक्टर ने बारिश के मौसम में आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के दिये निर्देश,=============================...
23/06/2025

⬛ नरसिंहपुर कलेक्टर ने बारिश के मौसम में आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के दिये निर्देश,
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कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले ने सभी नगरीय निकायों और जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि बारिश के मौसम में वेसमेंट में जल का भराव नहीं हो। अस्पतालों के आसपास साफ- सफाई पर्याप्त हो। बरसात के दौरान पानी का जमाव नहीं होना चाहिये। पानी की निकासी और आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जायें। बिल्डिंग व दीवार गिरने की दुर्घटना होने पर तत्काल कार्यवाही की जाये और इसकी सूचना तत्काल दी जाये। उक्ताशय के निर्देश कलेक्टर श्रीमती पटले की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित समय सीमा की बैठक में दिये।

बैठक में सीईओ जिला पंचायत दलीप कुमार, अपर कलेक्टर श्रीमती अंजली शाह, एसडीएम और विभिन्न विभागों के जिला प्रमुख मौजूद थे

कलेक्टर ने माह मई 2025 में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का संतुष्टिपूर्ण निराकरण करने में जिले को मध्यप्रदेश में द्वितीय समूह "ए" ग्रेडिंग प्राप्त होने पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने टीएल पत्रों की समीक्षा के दौरान टीएल पत्रों के लंबित प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में किया जाये। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिन विभागों ने ई- फाइल में एक भी फाइल पुट अप नही की है, उनका वेतन नही निकाला जाये।

कलेक्टर ने सभी एसडीएम को नेशनल लोक अदालत में कोर्ट फीस माफी के प्रकरण आते हैं, तो 15 दिन में निराकरण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान दें कि गैस रिफलिंग निर्धारित स्थान पर ही हो। कबाड़ी गोदामों की जांच की जावे। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिये कि फटाखों का अवैध स्टॉक व बारुद का भंडारण नही हो।

कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिला परिवहन अधिकारी और एसडीएम स्कूल एवं अन्य बसों का औचक निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान बसों का इंश्योरेंस, रजिस्ट्रेशन, पीयूसी, बस चालक का ड्राईविंग लायसेंस आदि का अवलोकन करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिले में समय- समय पर झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही करें। आयुष्मान पैकेज वाले अस्पतालों की लिस्ट अस्पताल के बाहर चस्पा करें। सभी नगरपालिका अधिकारी समय- समय पर पर्याप्त साफ- सफाई कर कचरे को उठाये।

कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सभी जनपदों के सीईओ और नगरीय निकायों के सीएमओ समग्र व खाद्यान्न ई- केवायसी पर ध्यान दें। आदिवासी गांवों में जिन पात्र परिवार के सदस्यों के नाम पात्रता पर्ची में शामिल नहीं है, उन व्यक्तियों के नाम पात्रता पर्ची में जोड़े।

समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने पॉलीटेक्निक कॉलेज एवं जिले की सभी शासकीय आईटीआई के प्रवेशों एवं ट्रेडों की समीक्षा की। प्राचार्य आईटीआई ने बताया कि जिले की समस्त शासकीय आईटीआई में प्रवेश सत्र 2025 में संचालित व्यवसायों की कुल 260 सीटों के लिये पोर्टल पर पंजीयन के साथ च्वाइश फिलिंग का 312 प्रतिशत हो चुका है। कुल सीटों में महिलाओं की 35 प्रशिक्षण आरक्षण के साथ 266 सीटों के विरूद्ध 151 प्रतिशत महिलाओं का है। प्रवेश सत्र 2025 में प्रवेश लेने के लिये 23 जून को ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से प्रथम चयनित सूची जारी हो चुकी है।

इसी तरह प्राचार्य शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय नरसिंहपुर ने बताया कि शैक्षणिक सत्र 2025- 26 में प्रथम वर्ष में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेलीकम्युनिकेशन, कम्प्यूटर साइंस एवं मोडर्न ऑफिस मैनेजमेंट के लिये प्रथम वर्ष टीएफडब्ल्यू व ईडब्ल्यूएस को छोड़कर 180 सीटें निर्धारित है। इनमें प्रथम चरण में 67 प्रवेशित विद्यार्थी द्वितीय चरण में संस्था से किये गये रजिस्ट्रेशन/ च्वाइस फीलिंग के लिये प्रवेश 26 जून से किया जायेगा। इसमें आवंटन प्राप्त होने पर कुल 47 विद्यार्थियों का प्रवेश किया जाना है। कॉलेज लेबल काउंसलिंग-सीएलसी में अब तक 20 विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। कॉलेज लेबल काउंसलिंग 14 अगस्त 2025 तक जारी है इसमें शत- प्रतिशत प्रवेश का प्रयास किया जा रहा है
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=टीम अलग नजर=
( 23 जून 2025 सोमवार )
Collector Narsinghpur

⬛ गाडरवारा में श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी बलिदान दिवस उत्साह के साथ मनाया गया,==================================गाडरवारा मे...
23/06/2025

⬛ गाडरवारा में श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी बलिदान दिवस उत्साह के साथ मनाया गया,
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गाडरवारा में भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के आव्हान पर स्थानीय भाजपा मंडल के शास्त्री वार्ड बूथ पर राष्ट्रवादी चिंतक, भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामाप्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस उत्साह के साथ सभी प्रमुख बूथ कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में संपन्न हुआ सर्वप्रथम यशवंतराव नाईक ने दीप प्रज्वलित कर तिलक, फूलमाला अर्पित कर बलिदान दिवस की शुरुआत की तदुपरांत मंडल महामंत्री कपिल घारू, सुनील ठाकुर, शैलेंद्र शर्मा, प्रशांत मालपानी मधुर मोलासरिया कांची साहु, संजय गुप्ता, हेमन्त श्रीवास्तव, पटवा जी, अभिषेक सराठे एडवोकेट वार्ड प्रभारी शुभम राजपूत मंडल महामंत्री व वार्ड पार्षद आदि उपस्थित लोगों नै पुष्पांजलि अर्पित करते हुए मुखर्जी से जुड़े हुए नारों का उद्घोष किया गया

इसके उपरांत वरिष्ठ हंसराज मालपानी अशोक मोलासरिया ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में श्यामाप्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रीय विचार धारा से ओतप्रोत व्यक्तित्व - कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का आग्रह सभी उपस्थित जनो को प्रेरित किया गया आगे कहा कि मोदी सरकार ने धारा 370 समाप्त कर मुखर्जी जी के सपनों को पूरा करने का गुरूत्तर दायित्व निभाने का संकल्प पूरा किया जिससे भावी पीढ़ी और देश अखंडता को नया मार्ग प्रशस्त हुआ है

सभी के प्रति सुनील ठाकुर ने आभार व्यक्त किया उल्लेखनीय है कि जिला अध्यक्ष भाजपा रामस्नेही जी पाठक के निर्देशन में और नगर भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री चन्द्रकांत शर्मा के मार्ग दर्शन में. लगभग सभी अड़तालीस बूथों पर अलग अलग यह कार्यक्रम निर्धारित समय पर सम्पन्न हुआ
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=टीम अलग नजर=
( 23 जून 2025 सोमवार )

22/06/2025

⬛ महिला ब्यूटी पार्लर का 35 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के लिए साक्षात्कार 26 जून तक,
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जिले के ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों के लिए महिला ब्यूटी पार्लर 35 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सेंट आरसेटी- ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान नरसिंहपुर में प्रारंभ किया जायेगा। इस प्रशिक्षण में साक्षात्कार के लिए 22 जून से 26 जून तक लिया जायेगा। चयन होने के पश्चात 26 जून से प्रशिक्षण प्रारंभ किया जायेगा। प्रशिक्षण के उपरांत मुद्रा योजना के तहत हितग्राही के सेवा क्षेत्र के अनुसार स्व- रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण आवेदन नि:शुल्क बैंकों में भेजा जायेगा। एक बैच के प्रशिक्षण में 35 सीट अभ्यर्थियों की रहेगी।

प्रशिक्षण में प्रवेश लेने के लिए आवेदक को आवेदन के साथ आधार कार्ड, आधार कार्ड के अनुसार 18 से 45 उम्र, 8 वीं पास मार्कशीट, बीपीएल राशन कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, एसईसीसी डाटा और 4 फोटो लगाना आवश्यक है। अधिक जानकारी के लिए सुभाष वार्ड स्थित जिला पंचायत कार्यालय के बाजू में सेंटआर सेटी- ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्था में या दूरभाष नम्बर 07792- 234355 पर सम्पर्क किया जा सकता है। यह जानकारी निदेशक आरसेटी नरसिंहपुर ने दी है
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=टीम अलग नजर=
( 22 जून 2025 रविवार )
PRO Jansampark Narsinghpur

⬛ गोटेगांव विधायक महेन्द्र नागेश करकबेल के शासकीय उमावि में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल,====================...
22/06/2025

⬛ गोटेगांव विधायक महेन्द्र नागेश करकबेल के शासकीय उमावि में आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में हुए शामिल,
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जिले में 11 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस शासकीय विद्यालयों और अन्य स्थानों में आयोजित किये गये। इसी क्रम में विधायक श्री महेन्द्र नागेश पीएम श्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करकबेल में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि योग शरीर को स्वस्थ रखने, मन को आनंदित रखने के लिए सशक्त माध्यम है। योग ही हमें स्वस्थ, सुखी और संतुलित जीवन जीने की दिशा में आगे बढ़ाता है। उन्होंने सभी से कहा कि वे योग को अपने जीवन में हिस्सा अवश्य बनायें।

जिले के शासकीय माध्यमिक विद्यालय, हाई व हायर सेकेंडरी विद्यालयों में योगाभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसके अलावा समस्त संदीपनी, उत्कृष्ट शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पीएम श्री शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुंगवानी, हायर सेकेंडरी विद्यालय नेहरू, भैंसा, ठेमी, नरसिंहपुर सहित जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के विद्यालयों में योगाभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किये गये। इन कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधि, प्राचार्य, शिक्षक, विद्यार्थी और आम नागरिक भी शामिल हुए।

मप्र जनअभियान परिषद नरसिंहपुर जिले की नवांकुर संस्था हरदौरल जल सेवा समिति बसुरिया, माध्यमिक विद्यालय उमरिया- चिनकी में नवांकुर संस्था समन्वयक पिपरहा, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय चांवरपाठा में सीएमसीएलडीपी के विद्यार्थियों, सेक्टर भैसा की नवांकुर संस्था यू-साथी सेवा समिति द्वारा योगाभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस दौरान समिति के अध्यक्ष, सचिव, सदस्य व ग्रामीणजन मौजूद थे
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=टीम अलग नजर=
( 22 जून 2025 रविवार )
PRO Jansampark Narsinghpur
Mahendra Nagesh

⬛ बस इतनी सी बात है, ===============⬛ एक पिता की पुत्र के नाम पाती, ✍️ ( सी आर बुनकर-बैतूल ( म प्र ),-------------------...
22/06/2025

⬛ बस इतनी सी बात है,
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⬛ एक पिता की पुत्र के नाम पाती, ✍️ ( सी आर बुनकर-बैतूल ( म प्र ),
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" दिल नाउम्मीद मत कर ,थोड़ा नाकाम ही तो है ।
माना कि लम्बी है गम की शाम ,मगर शाम ही तो है ।"
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जिन्दगी के एक एक सफे को पलटते हुए अन्तरमन की गहराइयों से अनुभव किया कि
" पिता होना क्या होता है "
कि " पिता का होना क्या होता है!"

अमीर या गरीब, दुर्बल या सबल, शिक्षित या अशिक्षित पिता होने से कोई फर्क नहीं पड़ता; जिसके पास पिता होता है वह बड़े अभिमान और विश्वास के साथ ऐंठ कर कहता है -"अरे अभी तो बाप जिन्दा है यार! "
इस एक कथन में जाने कितनी शक्ति समाहित है ।

इसलिये साल में एक बार ही सही, पिता को अनुभूत करना भी उनके लिए कृतज्ञता प्रकट करने के लिए पर्याप्त हो सकता है ।

आज मैं, एक पिता
आपसे, अपने पुत्रों से सम्बोधित हूँ ।

" बेटे तुम भी देख रहे हो, समय जिस तरह की चाल चल रहा है, वो ना तुम्हें रास आ रही है और ना ही हमें । नियति समस्त परिपाटियों, साँस्कृतिक विरासतों और नैतिक अनैतिक रूढ़ियों से इतर कुछ विचित्र से परिदृश्य और परिणाम प्रस्तुत कर रही है ।
घर में निरपेक्ष भाव से तुम्हारा चुपचाप आना, चुपचाप जाना; कुछ पूछो तो एक संक्षिप्त सी " हूँ as " बस ।

मैं अत्यंत आहत हो कर कहना चाहता हूँ कि हमारे बीच ' अबोलेपन' की जो जानलेवा नीरवता बढ़ती जा रहीं हैं; आपका पता नहीं लेकिन हमें समूचा तोड़ कर रख देती है ।
यह तो हम भी स्वीकार करते हैं कि आपका यह समय काल का सबसे विकट समय है ।
यहाँ आपकी अपनी परछाई आपसे स्पर्द्धा कर रही है।
ऐसे मुश्किल दौर में कुछ हासिल करना तो दूर अपने आप को साबित करना ही कठिनतम होता जा रहा है ।

एक पिता के रूप में हम आपको विश्वास दिलाना चाहते हैं कि इस मुश्किल घड़ी में आप अकेले नहीं हैं ।
हम पूरी शिद्दत से पूरी संवेदना के साथ आपके साथ खड़े हैं ।
हम कभी भी आपसे अकल्पनीय अपेक्षाएँ नहीं रखते । हमें मालूम है घर से बाहर निकल कर अब तो एक एक साँस के लिए भी अपनी दावेदारी जतानी पड़ती है । मेंढकी को मारने के लिए भी अपने पास तोप का इन्तेजाम दिखाना पड़ता है ।

इन्सानी हवस और मक्कारी चरम पर पहुँच गयी है ।
श्रम का हद दर्जे तक अवमूल्यन हो रहा है ।
संविदा कल्चर ने कुछ जाहिल और अवसरवादियों के हाथ में प्रतिभा को कौड़ियों में खरीदने का हक दे दिया है

अवसरो की बंदरबांट और छीना-झपटी बेशर्मी की हद तक बढ़ गई है ।
और इसमें निम्न और मध्यमवर्गीय आप जैसे लोग तिलमिला कर लुटे पिटे से जब घर वापस आते हो; आपकी यह टूटन देख कर क्या हम नहीं दहल जाते?
ना हम कुछ पूछ पाते हैं ना तुम कुछ बता पाते हो । तुम्हारा चुपचाप सिर गड़ा कर लेट जाना ही बाहर की एक एक ठोकर का पता बता देता है ।

समय बुरा चल रहा है ।
समय बहुत ही बुरा चल रहा है ।
इस वक्त सबसे बुरा वक्त जिन्दगी पर आन पड़ा है । जिन्दगी अकबकाई सी घूम रही है ।
आगे पीछे उसे कोई अपना नज़र नहीं आ रहा है ।
आज अपना सबसे बड़ा और पहला फर्ज यही बन पड़ता है कि; दूसरे की मुमकिन नहीं तो कम से कम अपनी ही जिन्दगी की हम हिफाज़त कर सकें ।
एक बात कहना चाहते हैं--

" दिल नाउम्मीद मत कर ,थोड़ा नाकाम ही तो है ।
माना कि लम्बी है गम की शाम ,मगर शाम ही तो है ।"

ये कोई आपको बहलाने या बरगलाने के लिए फकत फैंसी बात नहीं कही जा रही है ।
" बल्कि यही एक रास्ता है "
" बल्कि इसके सिवा रास्ता भी क्या है?"

वक्त और इन्सान में एक अद्भुत अन्तर्सम्बन्ध है ।
वक्त की यह खूबी है कि वह हर हाल में गुजर जाता है और इन्सान की यह खूबी है कि कितने भी मुश्किल हालात हो वह अपने हिस्से की जिन्दगी जी ही लेता है ।
इसलिये उपरोक्त उद्धृत दो पंक्तियाँ सर्वाधिक मौजू व अनुकरणीय हैं ।

असफलता का आशय यह नहीं निकालना चाहिए कि हम निराश हो कर बैठ जाएँ ।
शाम कितनी भी लम्बी लगे उसे गुजर जाना ही है ।
आज तक कोई भी रात इतनी ताकतवर नहीं रही कि वो सवेरा को रोक सके ।

और फिर बैठ जाना, रुक जाना किसी समस्या का हल नहीं है ।
मनुष्य ने युगों के प्रयास के बाद इस समाज की संरचना की है ।
बर्बर स्वच्छंदता का परित्याग करके परस्पर एक दूसरे पर आश्रित रहने का बंधन स्वेच्छा से स्वीकार किया है । सामाजिक संरचना ही इस प्रकार की हो गई है कि एकाकी जीवन संभव ही नहीं है।

इसलिये इतना तो तय है कि तुम निरुपयोगी हो ही नहीं सकते ।
कोई तो है जिसे तुम्हारी जरूरत है ।
कोई तो ऐसा काम है जिसे सिर्फ तुम कर सकते हो ।अपने भीतर के कौशल की कद्र करते हुए उसे उजागर करो ।
अपनी छोटी से छोटी विशेषताओं को भुनाओ ।
कोई आपकी खासियतों या शख्सियत का बखान करने नहीं आयेगा ।
अपने गुणों की नुमाईश तुम्हें खुद करनी है ।
यह कट थ्रुट कॉम्पिटिशन और सैल्फ मार्केटिंग का जमाना है।

एक ' बड़े ' की उम्मीद में किसी ' छोटे ' की अवहेलना मत करो ।

एक तसव्वुर करते हैं, मान लो एक शरारती बच्चा निचली डाली को मौज में आ कर खेंच कर झुकाना चाहता है । डाली लचीली है तो उसके मर्जी के मुताबिक खिंची चली आती है ।
छोड़ दो तो वापिस अपनी जगह पर चली जाती है ।
जो जिद्दी होती है, झुकना पसन्द नहीं करती उसे जबर की मौज के आगे टूटना पड़ता है ।
अपने आप को लचीला बना कर आगे बढ़ना ही उचित है ।
हम तो बीत गये ।
एक कोने में बैठ कर बुड़ बुड़ कर सकते हैं या फिर तुम्हें आते जाते टुकर टुकर देख सकते हैं, बस।
लड़ना तुम्हें है, जूझना तुम्हें हैं ।
इसलिये अपनी कूव्वत को बरकरार रखने और जरूरत के मुताबिक रणनीति बनाने का दायित्व भी अब सिर्फ तुम्हारा है ।

तमाम विपरीत परिस्थितियों के बीच भी तुम्हें अपना अस्तित्व अक्ष्क्षुण रखना है ।
अपने इर्द-गिर्द उठने वाली हर आम ओ खास नजरों का सामना करना है, माकूल जवाब भी देना है ।
चिमगोईयाँ वैसे तो बेबुनियाद ही होती हैं लेकिन होती बड़ी मारक हैं ।
तोड़ कर रख देती हैं ।
यहाँ कोई समय की बेतुकी चाल का रोना कुबूल नहीं करता ।
वे तो मुँह बिचका कर कह देते हैं कि " समय अगर खराब है तो सभी के लिए है; कोई अकेले तुम्हारे लिए ही खराब थोड़ी है ।"
इसलिये उन्हें " कुछ कर के ही चुप कराया जा सकता है ।
घर से निकलते वक्त ठान कर निकलो कि आज कुछ हासिल कर के ही लौटना है ।

मै एक धनाढ्य व्यक्ति को जानता हूँ जिन्होने आदत बना रखी थी कि जब कभी घर वापस जाना हो कुछ ना कुछ लेकर जाना है ।
व्यवसायी थे, उपार्जन करना जानते थे ।
यदि कुछ संभव नहीं भी हो पाता था तब भी कहीं की पड़ी हुई ईंट, लकड़ी, पटिया या कील; गरज कि कुछ ना कुछ घर ले कर जाना ही है ।
अपनी इस आदत के कारण वे उपार्जन के अवसरों पर नज़र रखते थे और एक भी अवसर व्यर्थ नहीं गवाते थे ।
कहने सुनने में यह बात बड़ी अटपटी और अव्यवहारिक लगती है लेकिन यह उनका जीवन मंत्र सरीखा बन गया था ।
अब बन गया तो बन गया ।

इसमें एक बात अनुकरणीय है ।
एक पूरा दिन, और उस दिन में दर्जनों नाकामियों, जांमारी, जिल्लतों के साथ साथ कहीं ना कहीं थोड़ी ना थोड़ी संभावनाएं भी निश्चित होगी ।
दिन खत्म होते होते भी यदि हमने लक्ष्य का जरा भी अंश हासिल कर लिया है तो यकीन मानो यह बेहद हौसला अफजाह होगा ।
अगले दिन के लिए फीड बैक साबित होगा ।

एक ऐसा " पचास रुपया जो उधार, ॠण, तरस, चोरी या माँगें का ना हो; आपके पसीने को चमक दे सकता है । और मेरा ऐसा मानना है कि आदमी का बच्चा कभी भी इतना नाकारा और अकर्मण्य नहीं हो सकता कि कमाना चाहे और कमा ना सके ।
जब बात खुद को साबित करने की आती है तब किसी तथाकथित ' स्टैण्डर्ड ' का मुँह ताकना मुनासिब नहीं होता ।
किस्से कहानियों की ही बात करें तो " वक्त पड़ने पर राजा नल को भी डोम के यहाँ नौकरी करना पड़ा था "
" अर्जुन को भी वृहन्नला बन कर समय काटना पड़ा था ।"
हाँ, गैरकानूनी, राष्ट्र और समाज द्रोही कार्य किसी भी कीमत में स्वीकार्य नहीं है ।

बस इतनी सी बात है
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' पिता दिवस ' के अवसर पर हिन्दुस्तान के सभी पुत्रों ने अपने अपने पिता को याद किया ।
जिन्दगी के एक एक सफे को पलटते हुए अन्तरमन की गहराइयों से अनुभव किया कि
" पिता होना क्या होता है "
कि " पिता का होना क्या होता है!"

अमीर या गरीब, दुर्बल या सबल, शिक्षित या अशिक्षित पिता होने से कोई फर्क नहीं पड़ता; जिसके पास पिता होता है वह बड़े अभिमान और विश्वास के साथ ऐंठ कर कहता है -"अरे अभी तो बाप जिन्दा है यार! "
इस एक कथन में जाने कितनी शक्ति समाहित है ।

इसलिये साल में एक बार ही सही, पिता को अनुभूत करना भी उनके लिए कृतज्ञता प्रकट करने के लिए पर्याप्त हो सकता है ।

आज मैं, एक पिता
आपसे, अपने पुत्रों से सम्बोधित हूँ ।

" बेटे तुम भी देख रहे हो, समय जिस तरह की चाल चल रहा है, वो ना तुम्हें रास आ रही है और ना ही हमें । नियति समस्त परिपाटियों, साँस्कृतिक विरासतों और नैतिक अनैतिक रूढ़ियों से इतर कुछ विचित्र से परिदृश्य और परिणाम प्रस्तुत कर रही है ।
घर में निरपेक्ष भाव से तुम्हारा चुपचाप आना, चुपचाप जाना; कुछ पूछो तो एक संक्षिप्त सी " हूँ as " बस ।

मैं अत्यंत आहत हो कर कहना चाहता हूँ कि हमारे बीच ' अबोलेपन' की जो जानलेवा नीरवता बढ़ती जा रहीं हैं; आपका पता नहीं लेकिन हमें समूचा तोड़ कर रख देती है ।
यह तो हम भी स्वीकार करते हैं कि आपका यह समय काल का सबसे विकट समय है ।
यहाँ आपकी अपनी परछाई आपसे स्पर्द्धा कर रही है।
ऐसे मुश्किल दौर में कुछ हासिल करना तो दूर अपने आप को साबित करना ही कठिनतम होता जा रहा है ।

एक पिता के रूप में हम आपको विश्वास दिलाना चाहते हैं कि इस मुश्किल घड़ी में आप अकेले नहीं हैं ।
हम पूरी शिद्दत से पूरी संवेदना के साथ आपके साथ खड़े हैं ।
हम कभी भी आपसे अकल्पनीय अपेक्षाएँ नहीं रखते । हमें मालूम है घर से बाहर निकल कर अब तो एक एक साँस के लिए भी अपनी दावेदारी जतानी पड़ती है । मेंढकी को मारने के लिए भी अपने पास तोप का इन्तेजाम दिखाना पड़ता है ।

इन्सानी हवस और मक्कारी चरम पर पहुँच गयी है ।
श्रम का हद दर्जे तक अवमूल्यन हो रहा है ।
संविदा कल्चर ने कुछ जाहिल और अवसरवादियों के हाथ में प्रतिभा को कौड़ियों में खरीदने का हक दे दिया है

अवसरो की बंदरबांट और छीना-झपटी बेशर्मी की हद तक बढ़ गई है ।
और इसमें निम्न और मध्यमवर्गीय आप जैसे लोग तिलमिला कर लुटे पिटे से जब घर वापस आते हो; आपकी यह टूटन देख कर क्या हम नहीं दहल जाते?
ना हम कुछ पूछ पाते हैं ना तुम कुछ बता पाते हो । तुम्हारा चुपचाप सिर गड़ा कर लेट जाना ही बाहर की एक एक ठोकर का पता बता देता है ।

समय बुरा चल रहा है ।
समय बहुत ही बुरा चल रहा है ।
इस वक्त सबसे बुरा वक्त जिन्दगी पर आन पड़ा है । जिन्दगी अकबकाई सी घूम रही है ।
आगे पीछे उसे कोई अपना नज़र नहीं आ रहा है ।
आज अपना सबसे बड़ा और पहला फर्ज यही बन पड़ता है कि; दूसरे की मुमकिन नहीं तो कम से कम अपनी ही जिन्दगी की हम हिफाज़त कर सकें ।
एक बात कहना चाहते हैं--

" दिल नाउम्मीद मत कर ,थोड़ा नाकाम ही तो है ।
माना कि लम्बी है गम की शाम ,मगर शाम ही तो है ।"

ये कोई आपको बहलाने या बरगलाने के लिए फकत फैंसी बात नहीं कही जा रही है ।
" बल्कि यही एक रास्ता है "
" बल्कि इसके सिवा रास्ता भी क्या है?"

वक्त और इन्सान में एक अद्भुत अन्तर्सम्बन्ध है ।
वक्त की यह खूबी है कि वह हर हाल में गुजर जाता है और इन्सान की यह खूबी है कि कितने भी मुश्किल हालात हो वह अपने हिस्से की जिन्दगी जी ही लेता है ।
इसलिये उपरोक्त उद्धृत दो पंक्तियाँ सर्वाधिक मौजू व अनुकरणीय हैं ।

असफलता का आशय यह नहीं निकालना चाहिए कि हम निराश हो कर बैठ जाएँ ।
शाम कितनी भी लम्बी लगे उसे गुजर जाना ही है ।
आज तक कोई भी रात इतनी ताकतवर नहीं रही कि वो सवेरा को रोक सके ।

और फिर बैठ जाना, रुक जाना किसी समस्या का हल नहीं है ।
मनुष्य ने युगों के प्रयास के बाद इस समाज की संरचना की है ।
बर्बर स्वच्छंदता का परित्याग करके परस्पर एक दूसरे पर आश्रित रहने का बंधन स्वेच्छा से स्वीकार किया है । सामाजिक संरचना ही इस प्रकार की हो गई है कि एकाकी जीवन संभव ही नहीं है।

इसलिये इतना तो तय है कि तुम निरुपयोगी हो ही नहीं सकते ।
कोई तो है जिसे तुम्हारी जरूरत है ।
कोई तो ऐसा काम है जिसे सिर्फ तुम कर सकते हो ।अपने भीतर के कौशल की कद्र करते हुए उसे उजागर करो ।
अपनी छोटी से छोटी विशेषताओं को भुनाओ ।
कोई आपकी खासियतों या शख्सियत का बखान करने नहीं आयेगा ।
अपने गुणों की नुमाईश तुम्हें खुद करनी है ।
यह कट थ्रुट कॉम्पिटिशन और सैल्फ मार्केटिंग का जमाना है।

एक ' बड़े ' की उम्मीद में किसी ' छोटे ' की अवहेलना मत करो ।

एक तसव्वुर करते हैं, मान लो एक शरारती बच्चा निचली डाली को मौज में आ कर खेंच कर झुकाना चाहता है । डाली लचीली है तो उसके मर्जी के मुताबिक खिंची चली आती है ।
छोड़ दो तो वापिस अपनी जगह पर चली जाती है ।
जो जिद्दी होती है, झुकना पसन्द नहीं करती उसे जबर की मौज के आगे टूटना पड़ता है ।
अपने आप को लचीला बना कर आगे बढ़ना ही उचित है ।
हम तो बीत गये ।
एक कोने में बैठ कर बुड़ बुड़ कर सकते हैं या फिर तुम्हें आते जाते टुकर टुकर देख सकते हैं, बस।
लड़ना तुम्हें है, जूझना तुम्हें हैं ।
इसलिये अपनी कूव्वत को बरकरार रखने और जरूरत के मुताबिक रणनीति बनाने का दायित्व भी अब सिर्फ तुम्हारा है ।

तमाम विपरीत परिस्थितियों के बीच भी तुम्हें अपना अस्तित्व अक्ष्क्षुण रखना है ।
अपने इर्द-गिर्द उठने वाली हर आम ओ खास नजरों का सामना करना है, माकूल जवाब भी देना है ।
चिमगोईयाँ वैसे तो बेबुनियाद ही होती हैं लेकिन होती बड़ी मारक हैं ।
तोड़ कर रख देती हैं ।
यहाँ कोई समय की बेतुकी चाल का रोना कुबूल नहीं करता ।
वे तो मुँह बिचका कर कह देते हैं कि " समय अगर खराब है तो सभी के लिए है; कोई अकेले तुम्हारे लिए ही खराब थोड़ी है ।"
इसलिये उन्हें " कुछ कर के ही चुप कराया जा सकता है ।
घर से निकलते वक्त ठान कर निकलो कि आज कुछ हासिल कर के ही लौटना है ।

मै एक धनाढ्य व्यक्ति को जानता हूँ जिन्होने आदत बना रखी थी कि जब कभी घर वापस जाना हो कुछ ना कुछ लेकर जाना है ।
व्यवसायी थे, उपार्जन करना जानते थे ।
यदि कुछ संभव नहीं भी हो पाता था तब भी कहीं की पड़ी हुई ईंट, लकड़ी, पटिया या कील; गरज कि कुछ ना कुछ घर ले कर जाना ही है ।
अपनी इस आदत के कारण वे उपार्जन के अवसरों पर नज़र रखते थे और एक भी अवसर व्यर्थ नहीं गवाते थे ।
कहने सुनने में यह बात बड़ी अटपटी और अव्यवहारिक लगती है लेकिन यह उनका जीवन मंत्र सरीखा बन गया था ।
अब बन गया तो बन गया ।

इसमें एक बात अनुकरणीय है ।
एक पूरा दिन, और उस दिन में दर्जनों नाकामियों, जांमारी, जिल्लतों के साथ साथ कहीं ना कहीं थोड़ी ना थोड़ी संभावनाएं भी निश्चित होगी ।
दिन खत्म होते होते भी यदि हमने लक्ष्य का जरा भी अंश हासिल कर लिया है तो यकीन मानो यह बेहद हौसला अफजाह होगा ।
अगले दिन के लिए फीड बैक साबित होगा ।

एक ऐसा " पचास रुपया जो उधार, ॠण, तरस, चोरी या माँगें का ना हो; आपके पसीने को चमक दे सकता है । और मेरा ऐसा मानना है कि आदमी का बच्चा कभी भी इतना नाकारा और अकर्मण्य नहीं हो सकता कि कमाना चाहे और कमा ना सके ।
जब बात खुद को साबित करने की आती है तब किसी तथाकथित ' स्टैण्डर्ड ' का मुँह ताकना मुनासिब नहीं होता ।
किस्से कहानियों की ही बात करें तो " वक्त पड़ने पर राजा नल को भी डोम के यहाँ नौकरी करना पड़ा था "
" अर्जुन को भी वृहन्नला बन कर समय काटना पड़ा था ।"
हाँ, गैरकानूनी, राष्ट्र और समाज द्रोही कार्य किसी भी कीमत में स्वीकार्य नहीं है ।

स्पर्द्धा चाहे छोटी हो या बड़ी, अपना सर्वश्रेष्ठ झोंक दो ।
हमें याद है जब तुम स्कूल जाते समय रुपये-आठ आने के लिए अपनी माँ से लाड़ जताया करते थे; हमें अच्छा लगता था ।
जब तुम काॅलेज जाने के लिए देर तक आईने के सामने खड़े हो कर बाल संवारा करते थे, हिलते डुलते कई-कई एंगिल से अपने आप को निहारा करते थे; हम कनखियों से देख देख कर मुस्कुराते थे ।
और जब तुम मुदित मन से ओठों को गोल कर के बिना आवाज की सीटी बजाते हुए निकलते थे; हम निहाल हो जाते थे ।

तुम बदल क्यों गये बेटे !
बचा कर रखो अपने उस खिलन्दड़ेपन को ।
चिन्ता, खीज, हताशा और झुंझलाहट को नोंच कर फेंक दो अपने चेहरे से ।
कट जायेगा ये समय भी, काट लेंगे हम सब मिल कर इसे भी ।
आज हम पिताओं का दिन था तो निश्चित ही कल बेटों का भी " पुत्र दिवस " आयेगा, जिसका हम सब इसी बेताबी से इन्तजार किया करेंगे ।
बस इतनी सी बात है ।
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" बस इतनी सी बात है "
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( सी आर बुनकर-बैतूल ( म प्र )
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-- अलग नजर
( 22 जून,2021,मंगलवार )
हमें याद है जब तुम स्कूल जाते समय रुपये-आठ आने के लिए अपनी माँ से लाड़ जताया करते थे; हमें अच्छा लगता था ।
जब तुम काॅलेज जाने के लिए देर तक आईने के सामने खड़े हो कर बाल संवारा करते थे, हिलते डुलते कई-कई एंगिल से अपने आप को निहारा करते थे; हम कनखियों से देख देख कर मुस्कुराते थे ।
और जब तुम मुदित मन से ओठों को गोल कर के बिना आवाज की सीटी बजाते हुए निकलते थे; हम निहाल हो जाते थे ।

तुम बदल क्यों गये बेटे !
बचा कर रखो अपने उस खिलन्दड़ेपन को ।
चिन्ता, खीज, हताशा और झुंझलाहट को नोंच कर फेंक दो अपने चेहरे से ।
कट जायेगा ये समय भी, काट लेंगे हम सब मिल कर इसे भी ।

जैसे पिताओं का दिवस था तो निश्चित ही कल बेटों का भी " पुत्र दिवस " आयेगा, जिसका हम सब इसी बेताबी से इन्तजार किया करेंगे ।
बस इतनी सी बात है ।
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" बस इतनी सी बात है "
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( सी आर बुनकर-बैतूल ( म प्र )
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-- अलग नजर ( रिपोस्ट )
( 22 जून,2025,रविवार )

⬛ नरसिंहपुर जिले में 1 जून से 21 जून तक 2025, तक 43 मिमी वर्षा दर्ज,=================================नरसिंहपुर जिले में ...
21/06/2025

⬛ नरसिंहपुर जिले में 1 जून से 21 जून तक 2025, तक 43 मिमी वर्षा दर्ज,
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नरसिंहपुर जिले में एक जून से 21 जून तक की अवधि में औसत रूप से कुल 43 मिमी अर्थात 1.69 इंच वर्षा दर्ज की गयी है। 21 जून की सुबह तक बीते 24 घंटे में जिले में औसतन 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

इस दिन तहसील नरसिंहपुर में 21 मिमी, गाडरवारा में 6 मिमी, गोटेगांव में 9 मिमी, करेली में 5 मिमी और तेंदूखेड़ा में 0.64 मिमी वर्षा आंकी गई है।

अधीक्षक भू- अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार 21 जून तक तहसील नरसिंहपुर में 54 मिमी, गाडरवारा में 25, गोटेगांव में 13 मिमी, करेली में 34 मिमी और तेंदूखेड़ा में 89 मिमी वर्षा आंकी गई है।

इसी अवधि में पिछले वर्ष जिले में औसतन 32.20 मिमी अर्थात 1.27 इंच वर्षा हुई थी। इस अवधि में पिछले वर्ष तहसील नरसिंहपुर में 26 मिमी, गाडरवारा में 72 मिमी, गोटेगांव में 42 मिमी और तेन्दूखेड़ा में 21 मिमी वर्षा हुई थी
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=टीम अलग नजर=
( 21 जून 2025 शनिवार )
PRO Jansampark Narsinghpur

⬛ समूचा विश्व योग को महत्व दे रहा है - प्रहलाद सिंह पटेल,⬛ 11 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दीपेश्वर मंदिर बरमान में हु...
21/06/2025

⬛ समूचा विश्व योग को महत्व दे रहा है - प्रहलाद सिंह पटेल,
⬛ 11 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दीपेश्वर मंदिर बरमान में हुआ जिले का मुख्य कार्यक्रम हुआ,
⬛ प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के साथ जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने किया सामूहिक योगाभ्यास,
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मध्य प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुख्य आतिथ्य में 11 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सामूहिक योगाभ्यास "योग संगम" का जिला स्तरीय मुख्य कार्यक्रम नर्मदा नदी बरमान तट पर स्थित दीपेश्वर मंदिर प्रांगण में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम आयुष विभाग और शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। उल्लेखनीय हैं कि यह योग दिवस "एक पृथ्वी- एक स्वास्थ्य के लिये योग" की थीम पर आयोजित किया गया।

इस अवसर पर इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति नीलेश काकोड़िया, विधायक विश्वनाथ सिंह पटेल, पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल, महंत प्रीतम पुरी गोस्वामी, रामस्नेही पाठक, कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले, जिला पंचायत सीईओ दलीप कुमार, एएसपी श्री संदीप भूरिया सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे

मंदिर परिसर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के विशाखापट्टनम (आंध्रप्रदेश) में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया। इसके साथ ही भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संबोधन का भी सीधा प्रसारण किया गया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने अपने संबोधन में नागरिकों को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज समूचा विश्व योग के महत्व को समझ रहा है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है। प्रधानमंत्री के प्रयासों का ही परिणाम है कि विश्व योग को आत्मसात कर रहा है। अब यह केवल शासकीय कार्यक्रम तक सीमित नहीं है। उन्होंने नागरिकों से योग को दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा बनाने का आग्रह किया।

कार्यक्रम में शक्ति क्लब, शिवाजी क्लब, स्कूली बच्चों, जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ योग के विभिन्न आसनों का अभ्यास किया। सामूहिक योग कार्यक्रम की शुरूआत प्रार्थना से हुई। इसके बाद लोगों को योग की चालन क्रियायें, योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास कराया। योगासनों में ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्द्ध चक्रासन, त्रिकोणासन, दंडासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्द्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्थानमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्थानपादासन, अर्द्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन का अभ्यास कराया गया
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=टीम अलग नजर=
( 21 जून 2025 शनिवार )
PMO India
CM Madhya Pradesh
Prahlad Singh Patel
Jalam Singh Patel

⬛ कल प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुख्य आतिथ्य में दीपेश्वर मंदिर बरमान में आयोजित होगा, अंतर्राष्ट्रीय योग दिव...
20/06/2025

⬛ कल प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुख्य आतिथ्य में दीपेश्वर मंदिर बरमान में आयोजित होगा, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम,
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प्रदेश के मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुख्य आतिथ्य में 11 वां अंतर्रार्ष्टीय योग दिवस का कार्यक्रम 21 जून 2025 को बरमान स्थित दीपेश्वर मंदिर में प्रात: 6 बजे से प्रात: 7.45 बजे तक आयोजित किया जायेगा।

लोक शिक्षण संचालनालय मप्र भोपाल के निर्देशानुसार पूर्व वर्षानुसार इस वर्ष भी 21 जून 2025 को 11 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस वृहद पैमाने पर आयोजित कर मनाया जायेगा। पहले यह कार्यक्रम जिला मुख्यालय के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय स्टेडियम ग्राउण्ड नरसिंहपुर में किया जाना था, जिसे उपरोक्तानुसार संशोधित किया गया है।

कार्यक्रम के सफल एवं सुचारू रूप से क्रियान्वयन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी नरसिंहपुर ने जिला समिति का गठन कर दायित्व सौंपे गये है
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=टीम अलग नजर=
( 20 जून 2025 शुक्रवार )
CM Madhya Pradesh
Prahlad Singh Patel
PRO Jansampark Narsinghpur

⬛ भारत डिजिटल संस्थान व्दारा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह  के कर कमलों से छात्रों को कम्प्यूटर वितरित किए,================...
20/06/2025

⬛ भारत डिजिटल संस्थान व्दारा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह के कर कमलों से छात्रों को कम्प्यूटर वितरित किए,
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नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा नगर में आज मध्य प्रदेश के केबिनेट मंत्री राव उदयप्रतापसिंह के कर कमलों से भारत डिजिटल एकेडमी कम्पूटर शिक्षा संस्थान के संचालक हर्षित वैध व ऋतिक वैध के सौजन्य से उपलब्ध नौ कम्प्यूटर सिस्टम अध्यनरत छात्र छात्राओं को वितरित किए गए प्रदेश के मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए लग्न और मेहनत के साथ अध्ययन करने के लिए ध्यानाकर्षण कराया

इस अवसर पर संदीप राव, प्रियांक जैन,राजेश गूजर मंडल अध्यक्ष सुरेश श्रीवास्तव,संजय राजौरिया,मूरतसिंह गूजर, राहुल तिवारी,डाक्टर तिवारी और भाजपा मंडल के प्रमुख जन व अभिभावक उपस्थित रहे कम्पूटर एकेडमी के प्रति मंत्री उदय प्रताप सिंह सहित उपस्थित जनो प्रसन्नता व्यक्त की
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=टीम अलग नजर=
( 20 जून 2025 शुक्रवार )
Uday Pratap Singh

⬛ 21 जून को नरसिंहपुर में आयोजित होगा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम,=================================...
20/06/2025

⬛ 21 जून को नरसिंहपुर में आयोजित होगा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम,
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लोक शिक्षण संचालनालय मप्र भोपाल के निर्देशानुसार पूर्व वर्षानुसार इस वर्ष भी 21 जून 2025 को 11 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस वृहद पैमाने पर आयोजित कर मनाया जायेगा। यह 11 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रात: 6 बजे से प्रात: 7.45 बजे तक शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय स्टेडियम ग्राउण्ड नरसिंहपुर में जिला स्तरीय सामूहिक योग प्रदर्शन आयोजित किया जायेगा। कार्यक्रम के सफल एवं सुचारू रूप से क्रियान्वयन के लिए जिला शिक्षा अधिकारी नरसिंहपुर ने जिला समिति का गठन कर दायित्व सौंपे गये है।

कार्यक्रम में अतिथि स्वागत समिति, समारोह की सम्पूर्ण व्यवस्था एवं मॉनीटरिंग समिति, मंच व्यवस्था समिति, मंच संचालन समिति, योग प्रदर्शन समिति, मैदान व्यवस्था समिति, बालक एवं बालिका वर्ग प्रभारी, स्वल्पाहार एवं पेयजल व्यवस्था व सहयोग समिति, डाटा फीडिंग समिति, प्रचार- प्रसार समिति व आभार समिति का गठन कर दायित्व सौंपे हैं।

जारी आदेश के अनुसार समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन कर 20 जून को प्रात: 11 बजे से एवं 21 जून को प्रात: 5.30 बजे से अपनी उपस्थिति उत्कृष्ट विद्यालय स्टेडियम ग्राउण्ड नरसिंहपुर में देना सुनिश्चित करेंगे
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=टीम अलग नजर=
( 20 जून 2025 शुक्रवार )
PMO India
CM Madhya Pradesh
Prahlad Singh Patel
Uday Pratap Singh

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