22/10/2025
इलेक्ट्रिक स्कूटी में चार्जिंग के दौरान भीषण आग: प्रतापगढ़ के पंकज मिश्रा का दर्द, जॉय कंपनी ने ठुकराई जिम्मेदारी
प्रतापगढ़, 22 अक्टूबर 2025 (स्पेशल रिपोर्ट) उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के जेठवारा थाना क्षेत्र के दौलतपुर ग्राम सभा में एक दिल दहला देने वाली घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है। कुछ महीने पहले जॉय कंपनी की एक इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदने वाले ग्रामीण पंकज मिश्रा के घर में चार्जिंग के दौरान अचानक आग लग गई। देखते ही देखते पूरी स्कूटी जलकर राख हो गई, लेकिन सौभाग्य से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। पीड़ित परिवार का आरोप है कि न तो कंपनी ने और न ही के.एस. सेल्स शोरूम के मालिक ने इस हादसे की कोई जिम्मेदारी ली। बल्कि, कंपनी के कर्मचारियों ने बदतमीजीपूर्ण व्यवहार भी किया।
घटना की पूरी कथा: एक सामान्य शाम का दर्दनाक अंत
पंकज मिश्रा (उम्र 35 वर्ष), दौलतपुर गांव के कुछ महीने पहले, पर्यावरण के प्रति जागरूकता और ईंधन की बढ़ती कीमतों को देखते हुए उन्होंने प्रतापगढ़ शहर के के.एस. सेल्स शोरूम से जॉय कंपनी की एक इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदी थी। कीमत करीब 70,000 रुपये की यह स्कूटी उनके लिए एक बड़ा निवेश थी, जो उन्हें गांव से बाजार आने-जाने में सहूलियत देने वाली थी।
पंकज मिश्रा ने स्कूटी को घर के आंगन में चार्जिंग पर लगाया, जैसा कि कंपनी के निर्देशों के अनुसार किया जाता है। अचानक एक धमाके जैसी आवाज आई और आग की लपटें भड़क उठीं। "हमने जैसे ही धुआं देखा, तो घबरा गए। स्कूटी के बैटरी से आग फैल रही थी, और कुछ ही मिनटों में वह पूरी तरह जलकर खाक हो गई," पंकज ने अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया। सौभाग्य से घर में मौजूद परिवार के सदस्यों ने तुरंत पानी डालकर आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक स्कूटी का कोई नामोनिशान नहीं बचा। इस घटना से परिवार के सदस्यों को हल्का धुआं लगने का डर सता रहा है।
कंपनी और शोरूम की लापरवाही: फोन पर फोन, लेकिन कोई सुनवाई नहीं
हादसे के तुरंत बाद पंकज ने के.एस. सेल्स शोरूम के मालिक को फोन किया। लेकिन शोरूम मालिक ने साफ इनकार कर दिया कि यह उनकी जिम्मेदारी है। "उन्होंने कहा कि स्कूटी तो बिक चुकी, अब कंपनी देखे," पंकज ने बताया। इसके बाद उन्होंने जॉय कंपनी के कस्टमर केयर पर संपर्क किया। कई बार फोन करने के बावजूद, कंपनी ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। बल्कि, जब पंकज ने घटना की विस्तृत जानकारी दी, तो कंपनी के एक कर्मचारी ने कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। "हमारे साथ ऐसा बुरा बर्ताव किया गया कि लग रहा था जैसे हम ही दोषी हैं। उन्होंने कहा कि 'ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, आपने सही से चार्जिंग नहीं की होगी'," पंकज के भाई ने गुस्से में कहा।
पीड़ित परिवार का कहना है कि स्कूटी की वारंटी अवधि अभी समाप्त भी नहीं हुई थी, फिर भी न कंपनी ने कोई जांच भेजी और न ही मुआवजे की बात की। यह घटना इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता के बीच एक चेतावनी की तरह उभर रही है, जहां बैटरी और चार्जिंग सिस्टम की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
-पीड़ित परिवार की तरफ से दिए गए बयान पर आधारित